चंडीगढ़, हरियाणा के इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पुलिस एक्शन में आ गई है. पूर्व MLA सहित 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.इस मामले में हरियाणा के एक पूर्व विधायक और 11 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.पुलिस ने गाड़ी चालक और नफे सिंह के भांजे राकेश की शिकायत पर केस दर्ज किया है. FIR में BJP के स्थानीय नेताओं के नाम भी शामिल है.राठी की हत्या की मुख्य वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है.
पूर्व विधायक सहित 12 लोगों के खिलाफ FIR
राठी और पार्टी कार्यकर्ता जय किशन की रविवार को हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.हमले में पूर्व विधायक राठी के 3 अंगरक्षक भी घायल हो गए थे.पुलिस ने पूर्व विधायक नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल और कमल के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है.इनके अलावा 5 अज्ञात लोगों का भी प्राथमिकी में उल्लेख किया गया है.हत्या समेत भारतीय दंड संहित (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.वहीं नफे सिंह राठी के परिजनों ने हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है.
अभय चौटाला ने की CBI जांच की मांग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वारदात में शामिल एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. वहीं इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार राठी की जान को खतरा होने के बावजूद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही.उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की.
हत्याकांड को लेकर विपक्ष हमलावर
लोकसभा चुनाव से करीब 2 माह पहले हुए इस हमले को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित हरियाणा में कानून-व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया गया.कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस घटना को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधा.
अनिल विज ने दिया CBI जांच का आश्वासन
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को विधानसभा को आश्वासन दिया कि इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी जाएगी.उन्होंने कहा कि अगर सदन सिर्फ सीबीआई जांच से संतुष्ट है तो मैं सदस्यों को आश्वासन देता हूं कि हम मामला CBI को सौंप देंगे.”
दरअसल सदन की कार्रवाई की शुरुआत में विपक्षी दल कांग्रेस ने राठी की हत्या का मुद्दा उठाया और घटना की जांच या तो उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में CBIसे कराने की मांग की.ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने कानून-व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर लिया.प्रश्नकाल के तुरंत बाद, कांग्रेस सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया और कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की.