मुंबई में मंगलवार को बारिश थमने से लोगों को थोड़ी राहत मिली.हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर स्कूल-कॉलेज बंद हैं.महानगर में 1 दिन पहले बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया था और हवाई, रेल तथा सड़क यातायात बाधित हो गया था.मंगलवार को सुबह देश की आर्थिक राजधानी में बादल छाये रहे, लेकिन बारिश थम गई है.
मुंबई की लाइफ लाइन पटरी पर लौटी
मुंबई की ‘लाइफ लाइन’ मानी जाने वाली उपनगरीय रेल सेवाएं भी पटरी पर लौट आईं.कल पटरियों पर जलजमाव होने की वजह से कई उपनगरीय ट्रेनें विलंब से चलीं, तथा कुछ को रद्द करना पड़ा था.अधिकारियों ने आज बताया कि उपनगरीय सेवाएं 5 से 10 मिनट के मामूली विलंब से चल रही हैं.शहर और उपनगरों में कहीं भी कोई बड़ा जलभराव नहीं हुआ और सड़क यातायात सुचारू रूप से जारी है.
मुंबई में बारिश का रेड अलर्ट
IMD के मुंबई केंद्र ने मंगलवार को शहर के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें ‘‘कुछ स्थानों पर भारी से बेहद भारी बारिश और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश’’ का पूर्वानुमान जताया गया है.इसलिए, स्थानीय निकाय ने मंगलवार को मुंबई में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी.एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर 2 बजकर 33 मिनट पर अरब सागर में 4.31 मीटर ऊंचाई तक लहर उठने की संभावना है.
एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान द्वीप शहर में औसतन 141.97 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि पूर्वी हिस्से में 116.61 मिलीमीटर और पश्चिमी हिस्से में 142.58 मिलीमीटर बारिश हुई.
हार्बर लाइन पर सेवा बहाल
मध्य रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि हार्बर लाइन मार्ग पर मंगलवार को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर रेल सेवाएं चालू कर दी गईं.प्रवक्ता ने कहा,”मुख्य लाइन पर, फास्ट और स्लो दोनों उपनगरीय रेल सेवाएं निर्धारित समय से दो से तीन मिनट के विलंब से चल रही हैं और हार्बर लाइन की रेल सेवाएं अब लगभग समय पर चल रही हैं.’’
स्लो और फास्ट लाइन पर उपनगरीय सेवाएं कुछ विलंब से चल रही
पश्चिमी रेलवे ने अपने सोशल मीडिया मंच पर कहा कि उसकी स्लो और फास्ट लाइन पर उपनगरीय सेवाएं कुछ विलंब से चल रही हैं और परिचालन सामान्य है.इसने कहा कि दादर और माहिम खंड में रात में जलभराव के कारण ‘फास्ट’ लाइन की रेल सेवाएं कुछ विलंब से चल रही थीं.
बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) उपक्रम के एक अधिकारी ने कहा कि जलभराव के कारण वडाला के संगम नगर को छोड़कर किसी भी मार्ग को परिवर्तित या छोटा नहीं किया गया.