एजेंसी. इजराइल। हिंद महासागर में भारतीय तट के करीब एक व्यापारिक जहाज पर शनिवार को ड्रोन से अटैक किया गया। इस हमले से जहाज में विस्फोट हो गया और उसमें भीषण आग लग गई। हादसे में कितने लोगों की मौत हुई इसकी जानकारी अब तक साफ नहीं हुई है। ये भी जानकारी सामने आई है कि यह जहाज इजरायल से है। जहाज पर लाइबेरिया के झंडे वाला ऑयल टैंकर था, जो इजरायल से जुड़ा है। इसके चलते माना जा रहा है कि यह गाजा पट्टी पर इजरायल की तरफ से लगातार बमबारी कर मचाई जा रही तबाही का जवाब हो सकता है। हालांकि पिछले दिनों इस इलाके में समुद्री डकैत भी बड़े पैमाने पर एक्टिव हुए थे, जिन्हें भारतीय नेवी ने करारा जवाब दिया था। ऐसे में यह उनकी करतूत भी हो सकती है। अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। भारतीय नौसेना के अधिकारी ने कहा कि उस समुद्री जहाज की मदद के लिए भारतीय तटरक्षक के जहाज रवाना हो गए हैं।
गुजरात के करीब हुआ हमला
भारत के लिए यह हमला इसलिए चिंता की बात माना जा रहा है क्योंकि यह भारतीय समुद्री इलाके में गुजरात के वेरावल के करीब दक्षिण पश्चिम में हुआ है। ब्रिटिश मिलिट्री की यूनाइटेड किंगडम मेरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) और मेरीटाइम सिक्योरिटी फर्म एंब्रे ने इस इलाके से गुजरने वाले अन्य जहाजों के लिए चेतावनी जारी की। UKMTO ने कहा है कि लाइबेरिया के झंडे वाला केमिकल टैंकर इजरायल से संबद्ध था। इस पर हमला किसी मानवरहित एरियल सिस्टम यानी ड्रोन से किया गया है, जिसकी जांच अथॉरिटीज कर रही है।
जांच में सामने आएगा सारा सच
यह घटना भारतीय नेवी के सोमवार को समुद्री डकैतों के खिलाफ किए गए ऑपरेशन के बाद हुई। भारतीय नेवी ने माल्टा के एक कार्गो जहाज पर सोमवार को घायल जहाजी को निकालने में मदद की थी। अरब सागर में MV Ruen नाम के इस जहाज में 6 समुद्री डकैतों के अवैध तरीके से घुसने की सूचना मिली थी। इसके चलते यह माना जा रहा है कि शनिवार की घटना भी समुद्री डकैतों की ओर से अंजाम दी गई हो सकती है। हालांकि इसका गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले से भी लिंक जोड़ा जा रहा है। अभी तक किसी ने भी इसे लेकर ऑफिशियल बयान नहीं दिया है.
समुद्री डकैतों का काम हुआ तो भारत के लिए बढ़ेगी चिंता
यदि यह हरकत समुद्री डकैतों द्वारा करने की पुष्टि हो जाती है तो इससे भारत की चिंता बढ़ सकती है। पिछले कुछ सालों में हिंद महासागर में समु्द्री डकैतों की हरकतें बढ़ी हैं। यदि इन पर अंकुश नहीं लगा तो इस इलाके में समुद्री जहाजों से व्यापारिक लेनदेन प्रभावित हो सकता है, जिसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर दुष्प्रभाव हो सकता है।
मामले की जांच में जुटे अधिकारी
ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस और समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे के मुताबिक भारत के तट पर संदिग्ध हमले के कारण जहाज पर आग लग गई। यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने कहा कि हमला अनक्रूड एरियल सिस्टम द्वारा किया गया था। फिलहाल, अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे है।
भारतीय तटरक्षक जहाज मदद के लिए रवाना
रक्षा अधिकारी ने कहा, “भारतीय तटरक्षक जहाज ICGS विक्रम पोरबंदर अरब सागर में उस व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ रहा है। जहाज में कच्चा तेल है और यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मैंगलोर की ओर जा रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग तो बुझ गई है, लेकिन इसका असर कामकाज पर पड़ा है। चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं, जिनमें करीब 20 भारतीय भी शामिल हैं। आईसीजीएस विक्रम ने क्षेत्र के सभी जहाजों को सहायता प्रदान करने के लिए सतर्क कर दिया है।”