भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने अपनी मांगों को लेकर यूपी के अलग-अलग जिलों में विरोध-प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में मेरठ कलेक्ट्रेट पर भी जबरदस्त तरीके से प्रोटेस्ट किया गया. इस विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई खुद किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने की. उनकी अगुवाई में सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर लेकर डीएम ऑफिस की तरफ कूच किया और इसके अगुवाई कर रहे थे राकेश टिकैत,किसानों के विरोध को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. लेकिन पुलिस उन्हें रोकने में कामयाब नहीं हो सकी और कई किसान बैरिकेड गिराते हुए ट्रैक्टर लेकर कलेक्ट्रेट के अंदर तक पहुंच गए. जिसके चलते कलेक्ट्रेट का माहौल बेहद गरम हो गया.
चुनाव में हम भी उनको गांव नहीं आने देंगे :राकेश टिकैत
टिकैत ने सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए रास्ते में कीलें बिछवाये जाने से जुड़े सवाल के जवाब में कहा,”रास्ते में कीलें बिछाना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है.वे अगर हमारे लिए कील लगाएंगे तो हम भी अपने गांव में कील लगा देंगे.हमें भी अपने गांव की बैरिकेडिंग करनी होगी.अगर वे दिल्ली नहीं आने दे रहे हैं तो चुनाव में हम भी उनको गांव नहीं आने देंगे.आंदोलन को कुचलने का काम करेंगे तो उन्हें गांव में कौन आने देगा? कील तो गांव में भी है.”
”भाजपा सरकार उद्योगपतियों की सरकार ”
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार को उद्योगपतियों की सरकार बताते हुए कहा ”कि अगर यह किसानों की सरकार होती तो एमएसपी की गारंटी देने का कानून कब का बन चुका होता”
”किसानों के लिए दिल्ली तो क्या कहीं भी जाने को तैयार”
जब उनसे पूछा गया कि आप दिल्ली जा रहे किसानों के आंदोलन में क्यों शामिल नहीं हुए तो उन्होंने कहा,”हमारे लिए यही दिल्ली है.किसान आंदोलन के समर्थन में पूरे देश का किसान एकजुट है.हम किसानों के लिए दिल्ली तो क्या कहीं भी जाने को तैयार हैं.”
बैठक में तय होगी आगे की रणनीति:राकेश टिकैत
टिकैत ने आगे कहा कि आज भाकियू की तरफ से MSP के साथ ही गन्ना मूल्य वृद्धि और स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किए जाने की मांग को लेकर मेरठ समेत देशभर से ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजे जाएंगे.उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर किसानों की मांगे नहीं मानी तो देशभर में आंदोलन होगा.किसान एकजुट होकर आंदोलन के लिए तैयार रहे.भाकियू नेता ने बताया कि गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी.
भाकियू के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि पुलिस और प्रशासन ने आज किसानों को जिला मुख्यालय तक रोकने के लिए तीन स्थानों पर अवरोधक लगाए थे लेकिन वे किसानों को जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचने से नहीं रोक सकें