मणिपुर के चुराचांदपुर में गुरुवार रात फिर से हिंसा भड़क उठी.करीब 400 लोगों की भीड़ ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) और उपायुक्त (डीसी) कार्यालयों वाले सरकारी परिसर में घुसकर वाहनों को आग लगा दी और तोड़फोड़ की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।यह घटना ऐसे समय में हुई जब जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को एक वीडियो में कथित तौर पर हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया गया है।
अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को प्रदर्शनकारियों ने जला दिया.उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई आंसू गैस के गोले दागे.उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल हालात पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं.अधिकारी ने कहा कि स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है.
एक की मौत, 30 से ज्यादा जख्मी
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए.एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा,एसपी शिवानंद की ओर से जारी निलंबन आदेश विभिन्न सोशल मीडिया समूहों में वायरल होने के तुरंत बाद शाम करीब 7.40 बजे चुराचांदपुर एसपी कार्यालय के सामने भीड़ जुट गई।
मणिपुर पुलिस ने क्या कहा?
इससे पहले, मणिपुर पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,लगभग 300-400 लोगों की संख्या की भीड़ ने आज पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर हमला करने की कोशिश की और पथराव किया.स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) सहित अन्य सुरक्षा बल आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
एसपी ने आदेश में क्या कहा?
चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे ने हेड कांस्टेबल सियामलालपॉल को अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.पुलिस ने अपने आदेश में कहा कि अनुशासित पुलिस बल का सदस्य होने के नाते यह अत्यंत गंभीर कदाचार के समान है.चुराचांदपुर जिला पुलिस के सियामलालपॉल के खिलाफ विभागीय जांच पर भी विचार किया जा रहा है।