Kotak Mahindra Bank: शनिवार को उदय कोटक ने महिंद्रा बैक के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद से इस्तीफा दे दिया. उदय कोटक का कार्यकाल 31 दिसंबर, 2023 को पूरा होने वाला था. अपने रिटायरमेंट से 4 महीने पहले ही उदय कोटक के इस्तीफे ने बैंकिग जगत में खलबली मचा दी. उदय कोटक के इस्तीफे के बाद अब ज्वाइंट एमडी दीपक गुप्ता 31 दिसंबर तक उदय कोटक की जिम्मेदारियां संभालेंगे. बैंक ने नए एमडी और सीईओ की मंजूरी के लिए आरबीआई के पास आवेदन किया.
पत्र लिखकर दिया इस्तीफा
दिग्गज बैंकर उदय कोटक ने बैंक के बोर्ड को एक पत्र में लिख कर कहा कि -मेरे पास अभी भी कुछ महीने बाकी हैं लेकिन मैं तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा देता हूं. मैंने अपने निर्णय पर विचार किया है और मेरा मानना है कि यह कोटक महिंद्रा बैंक के लिए सही है.
ये अधिकार सीईओ बनने के रेस में
उदय कोटक के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद अब कॉर्पोरेट और निवेश बैंकिंग के निदेशक और प्रमुख केवीएस मनियन या शांति एकंबरम अगले सीईओ बनने की रेस में हैं. शांति एकंबरम वर्तमान में कोटक 811, एचआर और ट्रेजरी डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं. पिछले दिनों मीडिया में एक अफवाह उड़ी थी जिसमें कहा गया था कि आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को उदय कोटक की बजाए किसी बाहरी व्यक्ति को उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त करने की सलाह दी है. बाद में बैंक ने खुद इस खबर को खारिज कर दिया था.
नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के तौर पर हुई महिंद्रा बैंक की शुरुआत
RBI नियमों के अनुसार किसी भी सीईओ के कार्यकाल को सीमित करने के उदय कोटक को पद पर बने रहना मुमकिन नहीं लग रहा था. वर्ष 1985 में उदय कोटक ने कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के तौर पर की थी. वर्ष 2003 में महिंद्रा बैंक को एक पूर्ण कॉमर्शियल बैंक का लाइसेंस मिला था. बैंक की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी उदय कोटक के पास हैं.