Saturday, February 22, 2025
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Kash Patel FBI Director: काश पटेल बने FBI के चीफ, नियुक्ति को सीनेट से मिली मंजूरी, जानें भारत से क्या है कनेक्शन ?

रिपब्लिकन की बहुमत वाली अमेरिकी सीनेट में 51-49 वोटों के अंतर से एफबीआई निदेशक के रूप में काश पटेल के नाम पर मुहर लगी. हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी उनकी योग्यता को लेकर चिंतित है, उन्हें डर है कि वह ट्रंप के प्रभाव में काम कर सकते हैं।

FBI Director Kash Patel: सीनेट ने गुरुवार को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक के रूप में काश पटेल के नाम पर मुहर लगा दी. सीनेट में हुए मतदान में काश पटेल की नियुक्ति को 51-49 के अंतर से मंजूरी दी है. हालांकि डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों को पटेल की योग्यता पर संदेह है और उन्हें इस बात की चिंता है कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इशारे पर काम करेंगे तथा रिपब्लिकन राष्ट्रपति के विरोधियों के खिलाफ काम करेंगे. डेमोक्रेटिक पार्टी से सीनेटर डिक डर्बिन ने कहा, ”मैं इससे बदतर विकल्प की कल्पना नहीं कर सकता.” रिपब्लिकन पार्टी से मेन की सीनेटर सुसान कोलिन्स और अलास्का की लिसा मुर्कोव्स्की ने हालांकि इसका विरोध किया.

आर-आयोवा के सीनेटर और सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष चक ग्रासली ने पटेल के नाम की पुष्टि से पहले कहा था, ”पटेल एक बार फिर एफबीआई को जवाबदेह बनाना और कानून प्रवर्तन के लिए एजेंसी की ऐतिहासिक प्रतिष्ठा को वापस दिलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, वह (पटेल) एफबीआई को कांग्रेस (अमेरिकी संसद), राष्ट्रपति और सबसे महत्वपूर्ण इसे उन लोगों के प्रति जवाबदेह बनाना चाहते हैं जिनकी वे सेवा करते हैं, अमेरिकी करदाता.”

डेमोक्रेटिक पार्टी ने काश पटेल की नियुक्ति पर जताई चिंता

बता दें कि डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने पिछले FBI निदेशकों की तुलना में पटेल के प्रबंधन के अनुभव की कमी के बारे में शिकायत की थी और उनके (पटेल के) पिछले भड़काऊ बयानों का जिक्र किया था, जो उनके निर्णय को सवालों के घेरे में लाते हैं.

कौन हैं काश पटेल ?

न्यूयॉर्क में जन्मे पटेल का नाता गुजरात से है. हालांकि उनकी मां पूर्वी अफ्रीका में तंजानिया से और पिता युगांडा से हैं. वे 1970 में कनाडा से अमेरिका आ गए थे. पटेल ने पूर्व में एक साक्षात्कार में पीटीआई से कहा था, हम गुजराती हैं. काश पटेल ने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान शानदार काम किया. इस दौरान वह रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय खुफिया के उप निदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद रोधी विभाग के वरिष्ठ निदेशक रहे. काश ने अदालत में हुई 60 से अधिक सुनवाई में प्रशासन की तरफ से पैरवी भी की.

Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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