Japan PM Resign: जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने जुलाई में हुए संसदीय चुनाव में भारी हार के लिए अपनी ही पार्टी(LDP) के भीतर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है. ऐसे में पार्टी में विभाजन रोकने के लिए इशिबा ने अपने पद से इस्तीफे दे दिया है.
अक्टूबर में पदभार ग्रहण करने वाले इशिबा ने अपनी ही पार्टी के भीतर अधिकतर दक्षिणपंथी विरोधियों की मांगों को एक महीने से अधिक समय तक नजरंदाज किया. यह कदम ऐसे समय में सामने आया है जब उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी नेतृत्व चुनाव कराने को लेकर एक निर्णय करने वाली थी. यदि इसे मंजूरी मिल जाती है तो यह उनके खिलाफ एक प्रकार का अविश्वास प्रस्ताव हो सकता था.
फैसले के पीछे क्या है वजह ?
बता दें कि इशिबा ने पिछले साल अक्टूबर में ही प्रधानमंत्री का पद संभाला था, लेकिन जुलाई में हुए उच्च सदन के चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन बहुमत से दूर रह गया था. इस चुनाव में एलडीपी और उसकी सहयोगी कोमेइतो को केवल 47 सीटें मिलीं. पहले इनके पास 75 सीटें थीं. 248 सीटों वाले उच्च सदन में बहुमत हासिल करने के लिए उन्हें कम से कम 125 सीटें चाहिए थीं. मतलब उन्हें बहुमत पाने के लिए 50 और सीटों की जरूरत थी.
इशिबा को पार्टी के भीतर झेलना पड़ा भारी विरोध
चुनाव में विफल रहने के बाद उनकी सरकार की स्थिरता पर सवाल उठने लगे थे. इस हार के बाद से ही, इशिबा को पार्टी के भीतर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा था, जिसमें खासकर दक्षिणपंथी गुट उनके इस्तीफे की मांग कर रहा था। अब तक वह पीछे हटने से इनकार कर रहे थे, लेकिन उन्होंने इस दबाव के आगे झुकने का निर्णय ले लिया.
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