जयपुर: भाजपा हाईकमान ने गुरुवार को स्टेट इलेक्शन मैनेजमेंट और मेनिफेस्टो कमेटी का गठन कर दिया। प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद नारायण पंचारिया को चुनाव प्रबंधन समिति और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को स्टेट मेनिफेस्टो कमेटी का संयोजक बनाया गया है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके गुट के किसी भी सदस्य को जगह नहीं दी गई है। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रेस कांफ्रेंस कर इनके नामों की घोषणा की। इसमें बताया गया कि इस बार मेनिफेस्टो कमेटी को प्रदेश संकल्प पत्र समिति नाम दिया गया है। उधर, वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।
गुटबाजी पर कसी नकेल: भाजपा हाईकमान ने दो प्रमुख कमेटियों से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके गुट का नाम काटकर गुटबाजी की सर्जरी कर दी है। हाईकमान ने साफ संदेश दे दिया है कि अब पार्टी में गुटबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी व्यक्ति संगठन से बड़ा नहीं है। वहीं चुनावी दौर में संगठन को ब्लैकमेल करने की रणनीति अब नहीं चलेगी।
सूत्रों का कहना है कि पिछले साढ़े चार साल से पार्टी की खिलाफत करने से राजे गुट का पत्ता साफ हुआ है। अंदरखाने चर्चा है कि पहले सचिवालय घेराव से दो दिन पूर्व राजे ने अपना जन्मदिन जयपुर से बाहर मनाया। उनका जन्मदिन 8 मार्च को आता है, लेकिन मनाया गया सालासर में 6 मार्च को। इस दौरान उनके गुट ने प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम में पहुंचाया, जिससे संगठन की ओर से आयोजित कार्यक्रम फेल हो सके। वहीं दूसरे सचिवालय घेराव में भी उनका गुट नदारद रहा था। राजे खुद दिल्ली चली गई थी। राजे और उनका गुट चार साल तक पार्टी के कार्यक्रमों से गायब रहा। वहीं अब चुनाव पास आते ही सक्रिय होकर संगठन को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था, ताकि कमान उनके हाथ में आ जाए। बताया जा रहा है कि केंद्रीय संगठन के इस फैसले से राजस्थान ईकाई और भाजपा कार्यकर्ता काफी खुश हैं।
भाजपा ने प्रदेश संकल्प पत्र कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए हैं। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को इसका संयोजक बनाया है। वहीं, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को सह-संयोजक बनाया गया है।
भाजपा ने चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक और 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।