Delhi Pollution : नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी को प्रदूषण के उच्च स्तर से बृहस्पतिवार सुबह थोड़ी राहत मिली और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 220 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर’ ऐप के अनुसार, दिल्ली के 29 निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। आनंद विहार में एक्यूआई 308 के साथ ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहा, जबकि शेष केंद्रों पर यह ‘मध्यम’ श्रेणी में रहा। सीपीसीबी के वर्गीकरण के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में बुधवार को भी 24 घंटे का औसत एक्यूआई ‘खराब’ श्रेणी में रहा। यह मंगलवार की तुलना में काफी सुधार दर्शाता है, जब शाम चार बजे एक्यूआई 412 यानी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया था। हालांकि, यह राहत थोड़े समय के लिए ही रहने के आसार हैं और आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता फिर से खराब हो सकती है। सीपीसीबी ने कहा कि अनुकूल मौसम परिस्थितियों, विशेष रूप से 15 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। वहीं, सापेक्षिक आर्द्रता 63 प्रतिशत रही। मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया है।

दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख इलाकों की स्थिति
गुरुवार सुबह 7 बजे दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में हवा अब भी खराब श्रेणी में बनी रही। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, आनंद विहार (227), संजय नगर (222) और जहांगीरपुरी (221) सबसे अधिक प्रदूषित इलाकों में रहे। इनके अलावा सोनिया विहार और संजय नगर में AQI 220 दर्ज किया गया। चांदनी चौक (195), नेहरू नगर (193), वसुंधरा (193) और दिलशाद गार्डन (193) में AQI ‘खराब’ श्रेणी के निचले स्तर पर रहा, जबकि आईटीआई शाहदरा में 198 दर्ज किया गया।
दिल्ली-एनसीआर में कोहरे से कुछ राहत
इस बीच गुरुवार सुबह भी दिल्ली-एनसीआर में दिन की शुरुआत अपेक्षाकृत कम कोहरे के साथ हुई। लगातार दूसरे दिन कोहरे की तीव्रता में कमी दर्ज की गई, जिससे विजिबिलिटी बेहतर बनी रही। इसका सीधा असर सड़क यातायात पर दिखा और वाहन चालकों को सुचारू रूप से सफर करने में सहूलियत मिली।
GRAP हटने के बाद भी ‘नो PUC, नो फ्यूल’ अभियान जारी
ग्रेप (GRAP) हटने के बावजूद राजधानी में प्रदूषण पर सख्ती जारी रहेगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि बिना वैध पीयूसीसी के वाहन चलाना दिल्ली की हवा के खिलाफ अपराध जैसा माना जाएगा।




