ठाणे। दोस्ती में एक युवती ने एक शख्स को ऐसा दगा दिया कि वह जिंदगीभर उसे भूल नहीं पाएगा। नवी मुंबई साइबर पुलिस ने ‘क्रिप्टोकरेंसी’ धोखाधड़ी से जुड़े मामले की जांच के दौरान कई बैंक खातों पर रोक लगा दी, जिनमें 32.66 करोड़ रुपये जमा हैं। एक अधिकारी ने बुधवार को यह सूचना दी।
नवी मुंबई में साइबर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक गजानन कदम ने बताया कि एक व्यक्ति ने अगस्त में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उसने ‘क्रिप्टोकरेंसी’ कारोबार में 6.6 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निवेश करने का दावा किया था। व्यक्ति ने शिकायत में कहा कि उसकी एक महिला से फोन पर दोस्ती हुई थी और उसने अच्छे रिटर्न का वादा कर उसे ‘क्रिप्टोकरेंसी’ में निवेश करने के लिए कहा था।
अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बड़ी राशि निवेश की और उसे विभिन्न मौकों पर 75 लाख रुपये का रिटर्न प्राप्त हुआ लेकिन बाद में यह बंद हो गया। इस संबंध में भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत साइबर थाने में अपराध दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस के एक जांच दल ने उन विभिन्न बैंकों से पूछताछ की जिनसे शिकायतकर्ता ने पैसों का भुगतान किया था। इस जांच के पहले कदम के रूप में बीते कुछ हफ्तों में कई खातों पर रोक लगाई गई है, जिनमें 32,66,12,091 रुपये जमा हैं।
पुलिस के अनुसार जांच के दौरान दो व्यक्तियों बालु सखाराम खंडागले और राजेंद्र रामखिलावन पटेलको गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान पता चला कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने अपराध में शामिल अन्य लोगों को विभिन्न व्यक्तियों के मोबाइल फोन नंबर, बैंक खातों का विवरण, चेक बुक और एटीएम कार्ड सौंपे थे।पुलिस ने बताया कि इस अपराध में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।