नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लैंडर विक्रम के अंदर से रोवर प्रज्ञा को सफलापूर्वक बाहर निकालने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की टीम और देश के नागरिकों को गुरुवार को बधाई दी और कहा कि यह Chandrayaan-3 के एक और चरण की सफलता को दर्शाता है।
मुर्मू ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर कहा मैं अपने देशवासियों और वैज्ञानिकों के साथ पूरे उत्साह से उस जानकारी और विश्लेषण की प्रतीक्षा कर रही हूं जो प्रज्ञान हासिल करेगा और चंद्रमा के बारे में हमारे ज्ञान को समृद्ध करेगा।
ISRO के तीसरे चंद्र अभियान Chandrayaan-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के चंद्रमा की सतह पर पहुंचने के साथ ही भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया। इससे भारत चांद की सतह पर कदम रखने वाला चौथा देश और हमारी पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया।
राष्ट्रपति ने कहा लैंडर विक्रम के अंदर से रोवर प्रज्ञान को सफलतापूर्वक निकालने के लिए मैं एक बार फिर ISRO की टीम और साथी देशवासियों को बधाई देती हूं। विक्रम के चांद की सतह पर लैंड करने के कुछ घंटे बाद रोवर का बाहर निकलना Chandrayaan-3 के एक और चरण की सफलता को दर्शाता है।