जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण का दूसरा प्रयास भी विफल रहा, तीसरी बार करेंगे कोशिश
सियोल। चंद्रयान-3 की चांद पर सेफ लैंडिंग के बाद दुनियाभर में भारत की इस महान उपलब्धि की चर्चा है। वहीं दूसरी ओर उत्तर कोरिया एक बार फिर से अपने उपग्रह प्रक्षेपण में विफल हो गया है।
उत्तर कोरिया ने गुरुवार को कहा कि जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण का उसका दूसरा प्रयास भी विफल रहा है, लेकिन उसने संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि वह अक्टूबर में फिर से कोशिश करेगा। उत्तर कोरिया का प्रक्षेपण विफल होने के तत्काल बाद पड़ोसी देश जापान ने ‘जे-अलर्ट’ जारी किया और अपने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा क्योंकि उत्तर कोरिया का रॉकेट उसके दक्षिणी द्वीप ओकिनावा के ऊपर से प्रशांत महासागर की ओर उड़ा। सरकारी समाचार समिति ने अपनी खबर में कहा कि उत्तर कोरिया की अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार उसने उपग्रह ‘मालिगयोंग-1’ को कक्षा में स्थापित कराने के लिए नए तरीके के करियर रॉकेट ‘चोलिमा-1’ का इस्तेमाल किया था।
इसलिए हुआ विफल
एजेंसी ने कहा कि रॉकेट की पहले और दूसरे चरण की उड़ानें सामान्य थीं लेकिन तीसरे चरण की उड़ान के दौरान आपात विस्फोट प्रणाली में खराबी आने के कारण प्रक्षेपण विफल रहा। राष्ट्रीय एयरो स्पेस विकास प्रशासन ने कहा कि प्रक्षेपण में क्या कमियां रह गईं, इसका अध्ययन किया जाएगा और अक्टूबर में फिर से प्रक्षेपण का प्रयास किया जाएगा।