Bihar Election 2025: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा और इसके चरणों को लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में लागू की जाने वाली 17 नई पहल न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार चुनाव को छठ महापर्व की तरह लोकतंत्र के महापर्व के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने भोजपुरी और मैथिली में मतदाताओं को संबोधित करते हुए आभार व्यक्त किया और लोकतंत्र के प्रति सहयोग के लिए बधाई दी. बिहार ने वैशाली से लोकतंत्र को जन्म दिया है और अब बिहार से ही चुनाव सुधार की नई दिशा देश को मिलेगी.
#WATCH पटना, बिहार: मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कहा, "मैं बिहार के सभी मतदाताओं से यह आह्वान करता हूं कि जिस तरह हम अपने त्योहारों को उल्लास और श्रद्धा से मनाते हैं…उसी तरह से लोकतंत्र के चुनाव के इस महापर्व को भी उत्सव की तरह मनाएं। अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें,… pic.twitter.com/bOnxyhqew9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2025
‘आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया गया’
CEC के मुताबिक, विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत अपात्र मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, जबकि योग्य मतदाता नामांकन की समाप्ति से 10 दिन पहले तक फॉर्म-6 या फॉर्म-7 भरकर अपना नाम दर्ज करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि नई पहल का कुछ हिस्सा चुनाव पूर्व लागू होगा और कुछ उपाय मतदान के दौरान प्रभावी रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया गया है, लेकिन यह नागरिकता का प्रमाण नहीं है.
EVM पर अब रंगीन फोटो होगी
चुनाव आयोग के अनुसार, EVM पर लगे बैलेट पेपर पर अब उम्मीदवार की रंगीन फोटो होगी और नाम भी बड़े और मोटे अक्षरों में लिखा होगा. जिससे मतदाता को पहचान करने में आसानी हो.
अब ऐसे होगी पोस्टल बैलेट की गिनती
एक और बदलाव की बात की जाए, तो अब पोस्टल बैलेट की गिनती, EVM की अंतिम 2 राउंड की गिनती से पहले की जाएगी, इससे मतगणना प्रक्रिया और रिजल्ट में सटीकता बढ़ेगी.
एक बूथ पर 1200 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे, मोबाइल ले जाने की अनुमति
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे हर मतदान केंद्र पर एजेंट की नियुक्ति सुनिश्चित करें और मतदान प्रक्रिया के दौरान फॉर्म 17C तक उनकी उपस्थिति बनी रहे. उन्होंने बताया कि मतदाताओं की सुविधा के लिए एक बूथ पर मतदाताओं की संख्या घटाकर 1200 कर दी गई है ताकि लंबी कतारें न लगें और उन्हें मोबाइल रखने की अनुमति दी जाएगी.
‘बिहार में 22 वर्षों के बाद मतदाता सूची का शुद्धीकरण’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद पूरी होने पर संतोष व्यक्त करते हुए दावा किया कि इस कवायद से राज्य में 22 वर्षों के बाद मतदाता सूची का ‘शुद्धीकरण’ हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक में एक ERO (निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी) है. इस काम को पूरा करने में 90,207 BLO ने उनकी मदद की, जिससे 22 वर्षों के बाद मतदाता सूचियों का शुद्धीकरण किया जा सका. इससे पहले, बिहार में मतदाता सूचियों का गहन पुनरीक्षण 2003 में हुआ था.
#WATCH पटना, बिहार: मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कहा, "हाल ही में बिहार में मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य किया गया और हमारे सामने उपस्थित बूथ लेवल अधिकारियों ने न केवल अपने बूथों पर मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य किया बल्कि बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों… pic.twitter.com/pZgeXtoNJZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2025
2 दिवसीय बिहार दौरे के दौरान निर्वाचन आयोग की टीम ने पहले दिन राजनीतिक दलों, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की, जबकि दूसरे दिन प्रवर्तन एजेंसियों, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 3 सत्रों में चर्चा की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग की पूरी टीम मौजूद थी.