Thursday, February 6, 2025
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महाराष्ट्र में भूस्खलन से 24 की मौत

मुंबई। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन स्थल पर मलबे से खोज एवं बचाव दलों ने शनिवार को 2 और शव निकाले जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गई। अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों मृतक महिलाएं हैं।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक अधिकारी ने कहा, ”इरशालवाड़ी में शनिवार सुबह भूस्खलन स्थल से 2 महिलाओं के शव बरामद हुए।” इससे घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। उन्होंने बताया कि वहीं, 84 व्यक्तियों का अभी भी कुछ पता नहीं चला है और उनके लिए खोज एवं बचाव अभियान जारी है। अधिकारी ने कहा कि दोनों महिलाओं में से एक की पहचान माही मधु तिरकत (32) के रूप में हुई है। एनडीआरएफ और अन्य सरकारी एजेंसियों के दलों ने शनिवार सुबह भूस्खलन स्थल पर खोज एवं बचाव अभियान दोबारा शुरू किया। यह खोज अभियान का तीसरा दिन है।

मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर तटीय रायगढ़ जिले की खालापुर तहसील में एक पहाड़ी पर स्थित आदिवासी गांव में भूस्खलन हुआ। गांव के 48 में से कम से कम 17 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से मलबे में दब गए। अधिकारियों ने कहा कि सुदूर गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए मिट्टी की खुदाई करने वाले यंत्रों को वहां आसानी से नहीं ले जाया जा सकता।

राष्ट्रपति शासन लगाना ही मणिपुर में एकमात्र रास्ता – कपिल सिब्बल

नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि मणिपुर में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह को बर्खास्त करना और राष्ट्रपति शासन लागू करना है। मणिपुर में मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने के खिलाफ 3 मई को पहाड़ी जिलों में ‘ट्राइबल सॉलिडैरिटी मार्च’ निकाला गया था जिसको लेकर जातीय हिंसा भड़क गई थी और अब तक इसमें 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है एवं कई अन्य घायल हैं।

सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता: बीरेन सिंह को हटाया जाए और अनुच्छेद 356 लागू किया जाए एवं हमारे देश की महिलाओं से माफी मांगी जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निर्भया, उन्नाव, हाथरस, कठुआ और बिल्कीस (दोषियों को रिहा करने का फैसला) के बाद से कुछ नहीं बदला है। बेटी बचाओ प्रधानमंत्री जी! ’’

भारत के संविधान के अनुच्छे-356 के तहत अगर राज्य सरकार संवैधानिक प्रावधानों के तहत शासन करने में अक्षम होती है तो उक्त राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। मणिपुर में गत बुधवार को उस समय तनाव और बढ़ गया जब 4 मई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उक्त वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक समुदाय की 2 महिलाओं को दूसरे समुदाय के लोगों का एक समूह निवस्त्र कर घुमा रहा है।

मणिपुर में मेइती समुदाय की आबादी 53 प्रतिशत है जो मुख्य रूप से इंफाल घाटी में निवास करती है और उसका आदिवासी समूहों से संघर्ष हो रहा है जो राज्य की आबादी का 40 प्रतिशत है। इनमें नगा और कूकी शामिल हैं।

सिब्बल पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दोनों कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने पिछले साल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और समाजवादी पार्टी के समर्थन से बतौर निर्दलीय राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।

फोन बैंकिंग घोटाला पूर्ववर्ती सरकार के सबसे बड़े घोटालों में से एक – मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को केंद्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि संप्रग सरकार ने ‘घोटाले’ कर बैंकों को बर्बाद कर दिया था, लेकिन उनकी सरकार ने बैंकों की वित्तीय सेहत को बहाल किया और अब भारत अपने मजबूत बैंकिंग क्षेत्र के लिए जाना जाता है।

करीब 70 हजार लोगों को डिजिटल माध्यम से नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद रोजगार मेले को संबोधित करते हुए मोदी ने रेखांकित किया कि नियुक्ति पाने वालों में बड़ी संख्या में ऐसे लोग शामिल हैं, जो बैंकिंग क्षेत्र में काम करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सरकार द्वारा सुधारात्मक कदम उठाए जाने से पहले पूर्ववर्ती सरकार ने बैंकिंग क्षेत्र को ‘बर्बाद’ कर दिया था।

मोदी ने कहा कि ‘फोन बैंकिंग’ घोटाला पूर्ववर्ती सरकार के सबसे बड़े घोटालों में से एक था, जिसकी वजह से बैंकिंग प्रणाली की कमर टूट गई थी। पूर्ववर्ती सरकार के लिए फोन बैंकिंग की अवधारणा अलग थी, क्योंकि उस समय हजारों करोड़ रुपये का ऋण कुछ नेताओं और परिवारों के चहेते लोगों को दिए जाते थे और ये ऋण वापस करने के लिए नहीं होते थे।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने बैंक प्रबंधन को मजबूत करने, छोटे बैंकों का विलय करने और इस क्षेत्र की मदद के लिए पेशेवर माहौल बनाने सहित कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हजारों करोड़ रुपये के घाटे और गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) की वजह से जाने जाते थे, लेकिन अब वे रिकॉर्ड लाभ के लिए जाने जाते हैं।

प्रधानमंत्री ने लोगों की सेवा करने और ‘मुद्रा’ योजना के तहत ऋण के माध्यम से गरीबों और असंगठित क्षेत्रों की मदद करने और महिला स्वयं सहायता समूहों का समर्थन करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के वास्ते बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक विश्वास एवं आकर्षण के केंद्र के रूप में उभरा है और देश को इसका भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में अवसर बढ़ रहे हैं।

केजरीवाल दिल्ली को देंगे नई सौगात

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि दिल्ली को दुनिया का सबसे हरित और स्वच्छ शहर बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हरित क्षेत्र का दायरा आने वाले वर्षों में मौजूदा 23 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करना होगा।

यहां आयोजित वन महोत्सव में केजरीवाल ने कहा कि इस साल पूरी दिल्ली में 1 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल वी के सक्सेना मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 27.5 लाख पौधे पहले ही लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 23 फीसदी के साथ दिल्ली में हरित क्षेत्र का दायरा मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु ही नहीं, लंदन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों से भी अधिक है। असोला भाटी माइंस वन्यजीव अभयारण्य में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान 5.5 लाख पौधे लगाए गए।

13 घंटे की बहस के बाद अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकार

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रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव लगभग 13 घंटे की बहस के बाद अस्वीकार कर दिया गया। विपक्ष ने सरकार पर युवाओं और संविदा कर्मचारियों को धोखा देने समेत 109 आरोप लगाए थे।

बुधवार को पेश किया गया था अविश्वास प्रस्ताव

भाजपा ने बुधवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर शुक्रवार दोपहर 12 बजे चर्चा शुरू हुई थी। बहस देर रात लगभग एक बजे तक चली। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71 और भाजपा के 13 विधायक हैं। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर तीखी बहस हुई। विपक्षी सदस्यों ने राज्य सरकार पर घोटालों में शामिल होने और अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर युवाओं तथा किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कानून-व्यवस्था की ‘बिगड़ती’ स्थिति को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।

बहस के सवाल में सीएम बघेल का जवाब

बहस के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, “जब हमारी सरकार बनी, तब हमने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की बात की और इसे साकार करने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।”  उन्होंने कहा, “विपक्ष द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव में शामिल मुद्दों में कोई तथ्य नहीं है। प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वह अविश्वास करे। सत्ता पक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखे। इन्होंने 109 आरोप लगाए, पर उनके समर्थन में कोई तथ्य नहीं दिए। अतीत में जब अविश्वास प्रस्ताव आता था, तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी। इस बार सदस्यों ने इस पर चर्चा नहीं की। यह हमारी उपलब्धि है।” बघेल ने कहा, “पहले बस्तर में सड़कें काट दी जाती थीं, आज ऐसा नहीं होता। पिछली सरकार ने जो स्कूल बंद करा दिए थे, उन्हें हमने शुरू किया। पहले उस क्षेत्र में राशन पहुंचाना भी टेढ़ी खीर थी, पर अब यह कितना आसान हो गया है। बस्तर में ऐसे कई बदलाव आए हैं।” उन्होंने कहा, “जब हमारी सरकार बनी, तब हमने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की बात की। उन महापुरुषों को, कलाकारों और राजनीतिक दलों के लोगों को नमन करता हूं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के निर्माण में योगदान दिया। परिवर्तन केवल सत्ता के लिए नहीं होना चाहिए। यह लोगों के जीवन में होना चाहिए। इसलिए परिवर्तन की मशाल लेकर हमारे नेता परिवर्तन यात्रा पर निकले थे। आज हमने किसानों की जिंदगी बदली है। बस्तर, सरगुजा में परिवर्तन हुआ है। महिलाओं के जीवन मे बदलाव आया है।”

सीएम ने बताया राज्य मे हुए यह बदलाव

मुख्यमंत्री ने राज्य में पांच वर्ष में आए बदलावों के बारे में कहा, “आज राज्य में 33 जिले हो गए हैं। प्रति व्यक्ति भी आय बढ़ गई है। धान खरीदी 56 लाख से 110 लाख मीट्रिक टन हो गई है। धान का रकबा भी बढ़ गया है। सरकार ने राजीव गांधी न्याय योजना, भूमिहीन ग्रामीण श्रमिक योजना, गोधन न्याय योजना शुरू की है। सरकार ने किसानों का 9,500 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया है।”

सीएम बघेल ने की केंद्र सरकार की आलोचना

बघेल ने राज्य में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे को लेकर केंद्र की आलोचना की। उन्होंने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय को भारी शक्तियां दी गई हैं, जो देश के हित में नहीं है। मैं जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) से जुड़े मामलों की जांच के लिए ईडी को अधिकार देने के कदम का कड़ा विरोध करता हूं।” मुख्यमंत्री जब भाषण दे रहे थे, तब विपक्ष के सदस्यों ने उनसे छत्तीसगढ़ में अवैध रेत खनन पर जवाब मांगा और आरोप लगाया कि राज्य में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है।

सीएम के भाषण के दौरान विपक्ष की नारेबाजी

मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू की दी और दावा किया कि सरकार विपक्ष के आरोपों का जवाब देने में नाकाम रही है। बाद में विपक्ष के सदस्य सदन से बाहर चले गए। बघेल का भाषण समाप्त होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने अविश्वास प्रस्ताव पर ध्वनि मत लिया। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को अस्वीकार किए जाने की जानकारी दी।

मानसून सत्र इस बघेल सरकार का अंतिम सत्र छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र इस सरकार का अंतिम सत्र भी था। अविश्वास प्रस्ताव के अस्वीकृत होने के बाद विपक्ष के सदस्य सदन में वापस आए और सत्र समाप्ति पर विधानसभा अध्यक्ष के उद्बोधन में हिस्सा लिया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चार जनवरी 2019 को उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तब से उनकी पूरी कोशिश रही है कि वह सभी के विश्वास का बनाएं रखें।

विधायक राजेंद्र गुढ़ा थाम सकते है इस पार्टी का दामन !

जयपुर। राजस्थान सरकार के एक मंत्री को अपने बयानों के कारण मंत्री पद गवाना पड़ा । अपनी सरकार के खिलाफ बयान देकर हमेशा चर्चा में रहने वाले उदयपुर वाटी के विधायक राजेंद्र गुढ़ा को शुक्रवार शाम को सीएम की अनुशंसा पर राज्यपाल ने मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया । उदयपुर वाटी से विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने बसपा के टिकिट पर चुनाव लड़ा था बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए । विधायक राजेंद्र गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण, होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार था साथ में इनके पास पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग भी था। विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र के दौरान विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने महिला अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा था।

AIMIM का दामन थाम सकते है गुढा
विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा 2 बार बसपा से विधायक बने और एक बार चुनाव हार गए. चुनाव में मिली हार को जीत में बदलने के लिए गुढ़ा ने बसपा का दामन थाम लिया था. बसपा के टिकट पर गुढ़ा को जीत मिली. उसके बाद कांग्रेस पार्टी में आ गए. अशोक गहलोत सरकार में गुढ़ा को मंत्री बनाया गया. स्वतंत्र प्रभार मंत्री का दायित्व दिया गया था. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा अब AIMIM का दामन थाम सकते है पिछले दिनो एक जनसभा के पार्टी के चीफ असद्दुदीन ओवैसी विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने चुपके से मुलाकात की था अब देखना यह होगा कि मंत्री पद जाने के बाद विधायक राजेंद्र गुढ़ा किस और जाते है

इस बयान से गया मंत्री पद
विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक बयान दिया था इस बयान में गुढा ने अपनी सरकार के खिलाफ विधानसभा में सवाल उठाए थे। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के मामलों की तुलना गुढ़ा ने राजस्थान से करते हुए कहा कि ‘राजस्थान में भी महिलाओं के साथ बहुत अत्याचार हो रहा है। सरकार को मणिपुर के बजाय राजस्थान में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों पर ध्यान देना चाहिए। दूसरे राज्य के बजाय खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए’ । इस बयान के बाद सीएम अशोक गहलोत ने राज्यपाल को पत्र भेजकर राजेन्द्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करने की अनुशंसा की। राज्यपाल ने गहलोत की अनुशंसा को स्वीकार कर लिया और राजेंद्र गुढ़ा मंत्री मंडल से बर्खास्त कर दिया गया।

शिवसेना का भी थाम सकते है दामन

शुक्रवार को विधानसभा में बयान देने के बाद सीएम की अनुशंशा पर राज्यपाल ने विधायक राजेंद्र गुढा को मंत्री मण्डल से बर्खास्त कर दिया था अब सूबे में सूत्रों के हवाले से यह खबर हो रही है कि विधायक राजेंद्र गुढ़ा जल्द ही शिवसेना का दामन थाम सकते है  राजस्थान में शिंदे गुट की कमान चंद्रराज सिंघवी के हाथों में है. चंद्राराज सिंघवी ने कहा कि गुढ़ा ने सही बात कही है. हम गुढ़ा का सम्मान करते हैं. शिवसेना शिंदे गुट गुढ़ा के साथ है. वो साथ आना चाहे तो सम्मान पूर्वक स्वागत है.

भारत हरित विकास और ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन के लिए बड़ी कोशिश कर रहा – मोदी

पणजी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत हरित विकास और ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश मजबूती के साथ अपनी जलवायु प्राथमिकताओं को पूरा करने की दिशा में बढ़ रहा है।

गोवा में जी-20 देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को रोकने की दिशा में भारत ने अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत हरित विकास और ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास कर रहा है। भारत सबसे अधिक आबादी वाला देश और सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। फिर भी हम अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने गैर-जीवाश्म आधारित विद्युत क्षमता लक्ष्य नौ साल पहले ही हासिल कर लिया। हमने बड़ा लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। हमारी योजना 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोत से 50 प्रतिशत बिजली पैदा करने की क्षमता हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा कि दुनिया उन्नत, टिकाऊ, किफायती, समावेशी और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए जी20 देशों की तरफ देख रही है। मोदी ने कहा, ‘‘ऐसा करते समय, यह महत्वपूर्ण है कि ‘ग्लोबल साउथ’ (दक्षिणी गोलार्ध के विकासशील देश) में हमारे भाई-बहन पीछे न रहें। हमें विकासशील देशों के लिए कम लागत वाली वित्तीय सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें प्रौद्योगिकी के अंतर को पाटने के तरीके खोजने चाहिए, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना चाहिए और आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने पर काम करना चाहिए।” उन्होंने भविष्य में ईधन के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया।

देव भूमि में बारिश ने मचाई तबाही

देहरादून । देवभूमि में शुक्रवार देर रात से भीषण बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार बारिश दोपहर तक जारी रहने का अनुमान है. तेज बारिश के काऱण बादल फट गए है जिसके कारण से पहाड़ों से मलबा सड़को पर आ गया है । सड़को पर मलबा आने के कारण कई जगह सड़कें बाधित हो गई हैं. देर रात से शुरु हुई बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है. ताजा जानकारी के अनुसार देहरादून सहित राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार देर रात से लगातार बारिश जारी है. तेज बारिश के कारण नदियां ऊफान पर आ गई हैं. और कई जगह बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं.

बारिश से लैंडस्लाइट की घटना भी सामने आई है जिसके कारण कई नेशनल हाईवे का एक हिस्सा समेत कई सड़कें बह गई हैं.  पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी गांव में बारिश के चलते नाले ऊफान पर आ गया, जिससे तेज बहाव के कारण डेढ़ सौ मीटर सड़क बह गई है. गांवो का शहरो से सम्पर्क टूटने के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पिथौरागढ़ जिले की यह सड़क बंगापानी से जाराजीबली को जोड़ती है. भारी बारिश के कारण ग्रामीणों पर संकट के बादल छाए हुए है ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ने शुक्रवार को उत्तराखंड के सात जिलों के लिए 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है. अनुमान लगाया जा रहा है कि हरिद्वार, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, देहरादून, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत में शनिवार दोपहर तक भारी बारिश हो सकती है.अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है.

भारी बारिश के बीच बिजली हुई गुल

देवभूमि में भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. भारी बारिश से मार्ग बंद हो गए है प्रसाशन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है लगातार बारिश होने के कारण कई जगहों पर हालात बिगड़े हुए है सड़के टूट गई है  स्थानीय लोग यह मंजर देखकर सहमे हुए हैं

Flirting Through Genuine Smiles

Flirting through sincere huge smiles is a powerful way to exhibit someone who you’re enthusiastic about them. Although other flirting cues just like eye-to-eye speak to and gal touch can direct you to become knowledgeable about someone and build trust, a basic smile is normally enough to capture their particular attention.

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The first thing to make note of is that a true smile doesn’t reach the eyes as a polite laugh commonly does. A gleam inside the eyes is additionally an indication appealing and can be paired with other flirting behaviors just like a slight brain tilt. A playful grin or cheeky smile is another common form of flirting that convey the same meaning as a genuine laugh and can be accompanied by raised eye brows and a slight head tilt.

If the person methods you and laughs when you help to make eye contact, it is very an indication that they need to build a mental interconnection with you. They may also initiate a few casual connection with you, including touching the arm or perhaps playing with hair. Likewise, in the event that they push close to you during conversation or perhaps choose to be seated closer to you, it’s a signal that they are flirting.

Flirting sincerely means talking to people in the manner Dale Carnegie represents in his publication How to Get Friends and Influence People, which includes asking questions of the values, hobbies, and morals. It’s crucial to avoid judging people and making presumptions about their male or female, https://russiansbrides.com/secret-benefits-review/ age, or backdrop. Instead, talk to all of them in their terminology and work with body language to https://www.foxnews.com/lifestyle/who-st-valentine-how-related-valentines-day express your authentic interest.

मणिपुर मामले में नया मोड़

गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मणिपुर में 2 आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के वायरल वीडियो के जारी होने के समय पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक 1 दिन पहले इसे जारी करना राजनीति है।

शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कुछ विपक्ष शासित राज्यों में दुष्कर्म की घटनाएं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित मणिपुर या अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तुलना में बहुत अधिक हैं।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इस घटना के संबंध में यह मामला बहुत पहले ही दर्ज किया गया था, इसका वीडियो उपलब्ध था। यह संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले जारी हुआ। इसलिए, इसमें कई प्रकार की राजनीतिक चीजें शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह एक वीभत्स घटना है और वीडियो जारी होने के समय के बावजूद दोषियों को माफ नहीं किया जा सकता।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वीडियो जारी होने की तारीख चाहे जो भी हो, घटना की निंदा की जानी चाहिए, दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए – इसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, आपको पूरे मणिपुर या पूर्वोत्तर को बदनाम नहीं करना चाहिए।’’

उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर खासकर मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाएं कम होती हैं। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह घटना दुखद है, लेकिन ऐसी छवि बनाई जा रही है कि मणिपुर में ऐसा हर दिन होता है। यदि आप पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म की घटनाओं की तुलना मणिपुर से करें, तो यह मणिपुर में कम है।’’

उन्होंने इस घटना को राज्य के नाम से संदर्भित करने पर भी आपत्ति जताई क्योंकि इससे ‘पूरे मणिपुर का नाम खराब हो रहा है’। उन्होंने कहा, ‘हमें बुरा लग रहा है कि इस घटना के कारण पूरे राज्य को बदनाम किया जा रहा है। निंदा केवल उस घटना तक ही सीमित रहनी चाहिए। इसे पूरे मणिपुर की घटना नहीं कहा जाना चाहिए।’

शर्मा ने कहा, ‘आप बार-बार राज्य का नाम क्यों लेते हैं? जैसे कि कांग्रेस शासित राज्यों में दुष्कर्म की कोई घटना नहीं होती! यह गलत है। लोग घटना की निंदा कर रहे हैं और दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन राज्य को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इस घटना का अन्य मणिपुरी लोगों से क्या संबंध है? आप मणिपुर को ऐसे बदनाम कर रहे हैं जैसे राज्य के हर घर, हर गली में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।’

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