Monday, June 23, 2025
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Disease X : 5 करोड़ मौतों के लिए तैयार रहे, कोरोना से 7 गुना खतरनाक महामारी के लिए डॉक्टर्स ने दी बड़ी चेतावनी

दिल्ली। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना का कहर पूरी दुनिया में रहा. कुछ समय पहले ही लोगों ने कोरोना खत्म होने के बाद राहत की सांस ली थी. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब एक औऱ महामारी की चेतावनी दी है. वैज्ञानिकों ने एक और संभावित महामारी को लेकर चिंता जताई है. इस महामारी को डब्ल्यूएचओ ने ‘डिजीज एक्स’ का नाम दिया है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार इस बीमारी ने दुनिया में अपने पैर फैलना शुरू कर दिए है. डिजीज एक्स के बारे यूके के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कहा कि, ‘जल्द ही एक नई महामारी देखने मिल सकती है जो कोविड-19 से भी अधिक घातक साबित होगी. वर्ष 1918-1920 में स्पैनिश फ्लू से दुनिया भर में 5 करोड़ लोगों की जान गई थी और डिसीज एक्स के कारण भी इतनी ही मौतों की उम्मीद की जा सकती है.’

कोरोना वायरल से 7 गुना अधिक हो सकती है यह महामारी

यूके की वैक्सीन टास्कफोर्स की चेयरमेन रहीं डेम केट बिंघम का कहना है, ‘डिसीज एक्स कोरोना वायरस से 7 गुना अधिक घातक हो सकती है और यह लगभग 5 करोड़ लोगों की जान ले सकती है.’ डब्ल्यूएचओ के डेटा के मुताबिक, दुनिया भर में कोरोना से लगभग 70 लाख मौते हुई थीं और अब आने वाली महामारी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं और अब डिसीज एक्स को कोरोना से भी खतरनाक माना जारहा है.

इंफेक्शन के जरिए फैलने वाले डिजीज एक्स एक टर्म है जिसका प्रयोग ऐसी बीमारी के बारे में बताने के लिए किया जाता है जो इंफेक्शन से फैलता है. इसके बारे में मेडिकल साइंस भी नहीं जानता कि यह किससे होती है, कैसे फैलती है, कहां से शुरुआत होगी और उसका अंत कैसे होगा. WHO का कहना है, ‘डिसीज एक्स’ बिना ज्ञात उपचार वाला एक नया वायरस, जीवाणु, बैक्टीरिया, फंगस या कवक हो सकता है.’ विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि अचानक से लैब में होने वाली दुर्घटनाएं और बायोटेररिज्म के कारण ‘डिसीज एक्स’ हो सकता है जो संभावित रूप से वैश्विक विनाशकारी का जोखिम पैदा कर सकता है.

कांग्रेस ने अडाणी मामले में सेबी पर उठाए सवाल

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने अडाणी समूह से संबंधित मामले में एक ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) इस मामले में अनिच्छा से जांच कर रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि अडाणी समूह से संबंधित मामले की सच्चाई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच से ही सामने आ सकती है। उन्होंने एक खबर का हवाला दिया जिसमें यह दावा किया गया है कि अडाणी समूह की एक कंपनी में निवेश करने वाले एक कोष (फंड) का स्वामित्व सिंगल पर्सन फर्म के पास है।

अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ अनियमितताओं और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर हमलावर है और आरोपों की जेपीसी से जांच कराए जाने की मांग कर रही है। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया था और उसका कहना था कि उसकी ओर से कोई गलत काम नहीं किया गया है। रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया अडाणी से जुड़ा एक नया खुलासा सामने आया है। उसकी एक अन्य शेल कंपनी को मई 2019 में दुबई में सिंगल पर्सन कंपनी के रूप में स्थापित किया गया था जो अडाणी पावर में 8,000 करोड़ रुपये की इक्विटी को नियंत्रित करती है। इस खुलासे से अडाणी की शेल कंपनियों के गैरकानूनी कार्यों की दुर्गंध और ज़्यादा तेज़ हो गई है।

उन्होंने सवाल किया दुबई में स्थित एक सिंगल पर्सन फर्म भारत की सबसे बड़ी निजी बिजली उत्पादक कंपनी अडाणी पावर में 8,000 रुपए मूल्य की 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी को कैसे नियंत्रित कर सकती है? क्या यह कंपनी, अडाणी का ही एक और मुखौटा नहीं है जो अवैध राउंड-ट्रिपिंग और भारतीय प्रतिभूति कानूनों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है? रमेश ने यह भी पूछा सबसे बड़ा सवाल है कि आख़िर यह किसके फंड हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि सेबी द्वारा बिना किसी उत्साह के और अनिच्छा से की जा रही जांच से कोई जवाब मिलता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस महासचिव ने कहा आगे का एकमात्र रास्ता जेपीसी है, जो अडाणी महाघोटाले के पीछे की पूरी कहानी की जांच करने में सक्षम होगी।

Cm Ashok Gehlot Vs Jagdeep Dhankar : उपराष्ट्रपति के लगातार दौरे पर सीएम गहलोत ने उठाए सवाल

जयपुर। बुधवार को सीएम गहलोत ने अपने मिशन-2030 के तहत सुझाव लिए, इस दौरान सीएम गहलोनॉत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर भी निशाना साधा. दरअसल पिछले कुछ दिनों से उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ राजस्थान के बैक-टू-बैक दोरे कर रहे है. इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि धनकड़ जी के बार-बार यहां आने का कोई तुक नहीं है. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि उपराष्ट्रपति कभी राष्ट्रपति बन जाएं तो भी हम उनका स्वागत करेंगे. उनका घर है राजस्थान, लेकिन मैं चाहूंगा कि यह संवैधानिक संस्थाएं हैं. अब चुनाव आ गए हैं और उपराष्ट्रपति बार-बार यहां आएंगे तो लोग क्या समझेंगे? सीएम ने पुराना किस्सा दोहराया कि जब भैरों सिंह शेखावत उपराष्ट्रपति बने थे तो उनकी पार्टी ने स्वागत नहीं किया था, बल्कि उन्होंने किया था.

सीएम गहलोत ने पीएम मोदी पर भी साधा निशाना

सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के गारंटी दिए जाने वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 9 बार राजस्थान आ चुके है. और पीएम मोदी अब गारंटी भी दे रहे हैं. मैं तो उनसे मांग करता हूं कि वह राजस्थान की जनता को सबसे पहले इस बात की गारंटी दें कि जो भी योजनाएं यहां चल रही हैं, उन्हें बंद नहीं करेंगे. चाहे वह ओपीएस हो, 100 यूनिट फ्री बिजली हो, अन्नपूर्णा किट हो या 500 रुपए में सिलेंडर देना हो, कांग्रेस सरकार के काल में चालू की गईं सभी योजनाएं चलती रहेंगी.

भारत के निशानेबाजों का दबदबा, सिफ्ट को स्वर्ण पदक

हांगझोउ। युवा निशानेबाज सिफ्ट कौर सामरा ने महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता जबकि भारतीय निशानेबाजों ने बुधवार को यहां एशियाई खेलों में दबदबा बनाते हुए 7 पदक अपने नाम किए। सिफ्ट की ही स्पर्धा में आशी चौकसी ने 451.9 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। आशी एक समय रजत पदक की दौड़ में शामिल थी। ईशा सिंह ने महिला 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में 34 अंक के साथ रजत पदक जीता।

ईशा ने रजत पदक के दौरान अपनी सीनियर साथी मनु भाकर को भी पछाड़ा जो क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहने के बाद पांचवें स्थान पर रहीं। सिफ्ट ने 469.6 के विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। वह राइफल थ्री पोजीशन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज भी बनीं। इससे पहले भाकर, ईशा और रिदम सांगवान की तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। निशानेबाजी के दिन के अंतिम फाइनल में अनंत जीत सिंह नरुका ने पुरुष स्कीट स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने इससे पहले अंगद वीर सिंह बाजवा और गुरजोत खांगुरा के साथ मिलकर टीम स्पर्धा का कांस्य पदक भी जीता।

नरुका, बाजवा और खांगुरा की तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में 355 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। मेजबान चीन ने स्वर्ण पदक जबकि कतर ने रजत पदक जीता। नरुका ने व्यक्तिगत फाइनल के अंतिम दौर में 10 में से 10 अंक जुटाए लेकिन इसके बावजूद 60 में से 58 अंक ही बना पाए। कुवैत के अब्दुल्ला अलरशीदी ने 60 में से परफेक्ट 60 से विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। कतर के नासिर अल-अतिया ने 46 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। भारत की महिला टीम हालांकि स्कीट स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहते हुए स्पर्धा से बाहर हो गई। टीम स्पर्धा में कजाखस्तान, चीन और थाईलैंड शीर्ष 3 स्थान पर रहे। महिला थ्री पोजीशन में मेजबान देश चीन की कियोंगयुई झेंग ने 462.3 अंक के साथ रजत पदक जीता और भारतीय निशानेबाजों को पहले 2 स्थानों पर आने से रोका।

सिफ्ट ने क्वालीफिकेशन में 600 में से 594 अंक से चीन की शिया सियु के साथ एशियाई खेलों का रिकॉर्ड तोड़ा। चीन की खिलाड़ी हालांकि 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में अधिक निशाने लगाकर शीर्ष पर रही। आशी ने 590 अंक के साथ छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। माणिनी 18वें स्थान पर रहीं। उन्होंने 580 अंक जुटाए। आशी, माणिनी और सिफ्ट की तिकड़ी ने क्वालीफिकेशन में 1764 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक अपने नाम किया। मेजबान चीन ने कुल 1773 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि दक्षिण कोरिया ने 1756 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। महिला 25 मीटर पिस्टल में मनु, ईशा और रिदम की टीम कुल 1759 अंक के साथ टीम स्पर्धा में शीर्ष पर रही।

चीन की टीम ने 1756 अंक के साथ रजत पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया की टीम 1742 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही। मनु ने क्वालीफिकेशन में कुल 590 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। ईशा 586 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में पहुंची। रिदम (583) ने भी सातवां स्थान हासिल किया लेकिन वह फाइनल में नहीं पहुंची क्योंकि एक देश के 2 निशानेबाजों को ही फाइनल में खेलने की अनुमति है।

ईशा ने 25 मीटर रेंज में 34 अंक के साथ रजत पदक जीता। चीन की रुइ ल्यू ने खेलों के रिकॉर्ड 38 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया की जिन येंग 29 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रहीं। ल्यू ने स्वर्ण पदक जीतने के दौरान भारत की राही सरनोबत के 34 अंक के रिकॉर्ड को भी तोड़ा।

स्वर्ण पदक के मुकाबले में ईशा 5 निशानों में से 3 में चूक गई जबकि चीन की खिलाड़ी ने 4 निशाने सही लगातार शीर्ष पर रहना सुनिश्चित किया। ईशा का पदक यहां निशानेबाजी में भारत का 10वां पदक है। भारत 2018 खेलों के अपने प्रदर्शन में सुधार कर चुका है जहां उसने 9 पदक जीते थे। हालांकि कोरिया की निशानेबाज का एक शॉट मिस होने से फाइनल में लंबे समय तक विलंब हुआ। जजों ने इसके बाद टारगेट का निरीक्षण किया और बैक अप टारगेट भी दिया जिससे कि पता चला सके कि निशानेबाज का निशाना चूका है या निशाना दर्ज करने में चूक गई।

गूगल ने बचाई युवक की जान…

मुंबई। मुंबई में रहने वाला 28 वर्षीय एक व्यक्ति गूगल पर आत्महत्या करने का सबसे अच्छा तरीका खोज रहा था जिस पर इंटरपोल के अलर्ट करने के बाद मुंबई पुलिस ने उसका पता लगाया और उसे खुदकुशी करने से रोका।  अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान के रहने वाले इस व्यक्ति को मंगलवार को उपनगरीय मालवणी से बचाया गया, जब पुलिस ने इंटरपोल द्वारा साझा किए गए उसके मोबाइल नंबर के आधार पर उसकी लोकेशन का पता लगाया।

अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन, जिसे आमतौर पर इंटरपोल के नाम से जाना जाता है, एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो दुनिया भर में पुलिस सहयोग और अपराध नियंत्रण की सुविधा प्रदान करता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार दोपहर इंटरपोल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की यूनिट-11 द्वारा बचाव अभियान चलाया गया। पीड़ित, मलाड पश्चिम के मालवणी में रहता है और मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि वह दबाव में था क्योंकि वह 2 साल पहले एक आपराधिक मामले में अपनी मां की गिरफ्तारी के बाद से मुंबई की जेल से उसकी रिहाई नहीं करा पा रहा था। उन्होंने बताया कि वह व्यक्ति पश्चिमी उपनगर मालवणी में रहने से पहले अपने रिश्तेदारों के साथ मीरा रोड इलाके (पड़ोसी ठाणे जिले में) में रहता था।

अधिकारी ने कहा वह पिछले 6 माह से बेरोजगार है। वह अपनी मां को जेल से नहीं छुड़ा पाने की वजह से अवसाद में था। जैसे ही उसके मन में जीवन समाप्त करने का विचार आया, उसने आत्महत्या करने के तरीके ऑनलाइन तलाशने शुरू कर दिए। उसने कई बार गूगल पर सुसाइड बेस्ट वे सर्च किया, जिस पर इंटरपोल अधिकारियों का ध्यान गया, जिन्होंने उसके मोबाइल फोन नंबर के साथ मुंबई पुलिस को इसके बारे में एक ईमेल भेजा। जानकारी के आधार पर अपराध शाखा को पता चला कि मोबाइल फोन का उपयोगकर्ता मालवणी में था। तदनुसार, पुलिस वहां पहुंची। फिर पीड़ित को हिरासत में ले लिया गया और उसकी काउंसलिंग की गई। पेशेवर परामर्शदाताओं द्वारा सलाह दिए जाने के बाद उसे शहर में अपने रिश्तेदारों के यहां जाने के लिए कहा गया है।

CM Ashok Gehlot News: आवश्यकता होने पर और बनाएंगे नए जिले – सीएम गहलोत

जयपुर। सीएम गहलोत ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं, नीतिगत निर्णयों, कानूनों और कुशल वित्तीय प्रबंधन से पिछले 5 वर्षों में 4 गुना गति से प्रदेश की प्रगति हुई है. राजधानी के बिड़ला सभागार स्टेडियम में सीएम गहलोत ने मिशन-2030 के तहत संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं के बदौलत राज्य की जीडीप 11.04 प्रतिशत हो गई है इसी के तहत राजस्थान उत्तर भारत में प्रथम और देश में दूसरे स्थान पर है. अब प्रगति की गति 10 गुना करने के लिए राजस्थान मिशन-2030 की शुरूआत की गई है. सीएम गहलोत ने कहा कि इसमें अब तक 2.50 करोड़ लोगों ने बहुमूल्य सुझाव दिए हैं. इनका संकलन कर जनभावना अनुसार विजन-2030 डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा. यहीं हमारे राजस्थान के विकास का मजबूत आधार बनेगा.

राजस्थान अग्रणी राज्यों मे हुआ शामिल

सीएम गहलोत ने कहा कि पहले राजस्थान पिछड़े राज्यों में आता था, लेकिन 5 वर्षों में हर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास से अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है. अब चिकित्सा-शिक्षा सहित देश की तमाम बड़ी शैक्षणिक संस्थाएं प्रदेश में संचालित है. जैम बुर्स की स्थापना भी राज्य की बड़ी उपलब्धि होगी. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ वित्तीय प्रबंधन से वित्तीय वर्ष 2023-24 तक राज्य की जीडीपी 15 लाख करोड़ रुपए हो जाएगी. हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक इसे 30 लाख करोड़ रुपए से अधिक तक पहुंचाने का है. विकास का सफर अब नहीं रूकेगा.

हमारी योजनाओं की देश और राज्यों में चर्चा

सीएम गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार, गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट, राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी एक्ट, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी, ओल्ड पेंशन योजना, कामधेनु पशु बीमा, लम्पी रोग में 40-40 हजार रुपए की सहायता, किसानों की जमीन कुर्की रोकने सम्बंधित कानून सहित अन्य फैसलों की पूरे देश में चर्चा है. केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा अनुसरण भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जयपुर के रामगढ़ बांध को ईसरदा के पानी से भरेंगे.

नए जिले बनाए, आवश्यकता होने पर और बनाएंगे

सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों की लम्बे समय की मांग पूरी कर राजस्थान को 50 जिलों का प्रदेश बनाया है. आवश्यकता होने और इस संबंध में गठित समिति के सुझावों से संख्या बढ़ाई जा सकती है. हमारा उद्देश्य सभी सुविधाओं और योजनाओं को आमजन तक त्वरित और सुगमता से पहुंचाना है.

सीएम गहलोत ने की प्रधानमंत्री से मांग

  • राजस्थान में लगभग 1 करोड़ लोगों को न्यूनतम 1000 रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। केंद्र सरकार भी देश में एक समान सामाजिक सुरक्षा पेंशन लागू करें।
  • राजस्थान के 13 जिलों में सिंचाई और पेयजल के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को भी राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया जाए। राज्य सरकार ने 14 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान कर विकास कार्य शुरू करा दिए हैं। 
  • राजस्थान की तरह केंद्र व पूरे देश के राजकीय कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) फिर से लागू की जाए। यह केंद्र की बड़ी जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित

संवाद कार्यक्रम में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राजस्थान लघु उद्योग विकास निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा, राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष रफीक खान, राजस्थान राज्य हज कमेटी अध्यक्ष अमीन कागजी सहित ज्वैलर्स, रत्न विक्रेता, कारीगर समूहों से जुड़े लोग उपस्थित थे.

सिद्धू ने पंजाब सरकार से विमान पर किए गए खर्च का मांगा ब्यौरा

चंडीगढ़। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पंजाब की भगवंत मान सरकार से हेलीकॉप्टर और विमान के इस्तेमाल पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा और उन पर अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी के अभियानों के लिए लक्जरी उड़ानों पर जनता का पैसा खर्च करने का आरोप लगाया। सिद्धू ने पंजाब नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव को पत्र लिखकर सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले डेढ़ साल में गुजरात, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए विमान सेवा का इस्तेमाल किया। सिद्धू ने लिखा यह देखने में आया है कि पंजाब सरकार ने विभिन्न अवसरों पर राज्य के सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया है और पार्टी मामलों से संबंधित अभियानों और दौरों के लिए विमान किराए पर भी लिए हैं, मुझे आरटीआई के तहत इन खर्चों की जानकारी चाहिए। पूर्व मंत्री ने लिखा चूंकि, राज्य सरकार को विमान किराए पर लेने के कारण होने वाले वित्तीय बोझ का भुगतान करना पड़ता है, इसलिए मैं आपसे निम्नलिखित बातों की जानकारी देने का अनुरोध करता हूं। सबसे पहले, पिछले डेढ़ साल में राज्य सरकार द्वारा कितनी बार निजी जेट किराए पर लिया गया था, विमान से कहां की यात्रा की गई, इसका उद्देश्य क्या था और सभी उड़ानों व संबंधित अन्य खर्चों का कुल बिल कितना था?

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि यह भी पता चला है कि राज्य के सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल विभिन्न राज्यों में प्रचार के लिए भी किया गया था। उन्होंने कहा मैं इस संबंध में भी ऐसी ही जानकारी चाहता हूं। बाद में, सिद्धू ने संवाददाताओं से बातचीत में सवाल उठाया कि जनता का पैसा लक्जरी उड़ानों पर क्यों खर्च किया जा रहा है और पंजाब के संसाधनों का दुरुपयोग क्यों किया जा रहा है?

उपराष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को बताया लोकतंत्र और विकास का हत्यारा

जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र एवं विकास का हत्यारा करार देते हुए बुधवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। उपराष्ट्रपति ने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी के छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उपराष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र और विकास का हत्यारा करार देते हुए कहा कि हाल के वर्षो में, सत्ता के दलालों के प्रभाव वाले सत्ता गलियारों को बेअसर करने के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की गई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से हमारे संस्थानों को कलंकित करने, बदनाम करने और कमजोर करने वाले भारत विरोधी वक्तव्यों का सक्रिय रूप से मुकाबला करने का आह्वान किया। धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक 50 प्रतिशत मानवता के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं किया जाता तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम को एक युगीन विकास के रूप में पारित किये जाने की सराहना करते हुए, उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि यह विधेयक महिलाओं के अधिकारों की मान्यता और उनके अधिकार की पुष्टि है। उपराष्ट्रपति ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा को सबसे प्रभावी और प्रभावशाली तंत्र बताया, जिससे भारत के विकास में तेजी आएगी। जी-20 की अध्यक्षता में भारत की सफलता पर प्रकाश डालते हुए, धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि जी-20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ को शामिल करना भारत के सभ्यतागत लोकाचार के साथ गहराई से मेल खाता है। भारत-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर हस्ताक्षर को वैश्विक गेम चेंजर के रूप में स्वीकार करते हुए, उपराष्ट्रपति ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत द्वारा निभाई गई भूमिका ने ग्लोबल साउथ को विश्व मंच पर एक मजबूत आवाज दी है।

धनखड़ ने बाद में बीकानेर में केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान (आईसीएआर) के क्षेत्रीय मूंगफली अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान के प्रशिक्षु गृह का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसान को सशक्त करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाये हैं। किसान सम्मान निधि के जरिये किसान के खाते में सीधे पैसे आते हैं। हमारा किसान आज के दिन स्वयं टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ है! कोई बिचौलिया नहीं है, ये किसान की उपलब्धि है।

Golden Girl Manu Bhaker: कुछ ऐसी है गोल्डन गर्ल मनु भाकर की कहानी

Asian Games 2023 Golden Girl Manu Bhaker : भारतीय खिलाडियों ने चीन के हांगझाऊ में चल रहे एशियन गेम्‍स 2023 के शूटिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. एशियन गेम्स के 25 मीटर पिस्टल शूटिंग में बुधवार को मनु भाकर, ईशान सिंह और रिदम सांगवान ने गोल्ड पर निशाना साधा. हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु भाकर ने ओलिंपिक 2020 में अपना परचम लहराया था.

शूटिंग रेज में घूमते–घूमते आया ख्याल

गोल्डन गर्ल मनु भाकर की उम्र 21 वर्ष है. मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में हुआ था. मनु भाकर के पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में कार्यरत है.शूटिंग में आने से पहले मनु ने खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमाया. इन खेलो में मनु ने नेशनल लेवल पर मेडल जीते है. टांता खेल में मनु 3 बार की नेशनल चैंपियन रह चुकी है. स्केटिंग में भी मनु ने राज्य स्तर पर मेडल जीता है. मनु ने अपनी स्कूली पढ़ाई के दौरान स्वीमिंग और टेनिस खेल सीखा. शूटिंग रेज में मनु एक दिन अपने पापा के साथ घूम रही थी. इस दौरान अचानक मनु के मन में शूटिंग करने का ख्याल आया. बस फिर मनु ने शूटिंग करना शुरु कर दिया. इस दौरान मनु ने शूटिंग करते हुए पहली बार में ही 10 नंबर के टारगेट पर निशाना साधा. इस जज्बे को देखकर मनु के पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया. इसके साथ ही मनु ने नेशनल कोच यशपाल राणा के द्वारा सिखाए गए गुर की बदौलत आज ओलिंपियन मनु भाकर दुनिया के अपने टैलेंट का परचम लहरा रही है.

7 सालों से कर रही है शूटिंग

2023 के एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली मनु भाकर पिछले करीब 7 साल से शूटिंग कर रही हैं. मनु भाकर ने सिर्फ 16 साल की उम्र में 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेकर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु ने गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा मनु ने 2018 ISSF वर्ल्ड कप में 2 स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे. बता दे कि ऐसा करने वाली मनु भाकर सबसे कम उम्र की भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. गोल्डन गर्ल मनु भाकर  का प्रैक्टिस करने का तरीका काफी अलग है. म्यूजिक सुनते हुए मनु भाकर शूटिंग का अभ्यास करती है.

गांवों तक पहुंचाई जाएं उत्कृष्ट बुनियादी सुविधाएं – राष्ट्रपति

मध्यप्रदेश। देश के शहरों पर आबादी के बोझ में लगातार इजाफे का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि इस दबाव को कम करने के लिए गांवों में शहरों की तर्ज पर उत्कृष्ट बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई जानी चाहिए। मुर्मू ने इंदौर में इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्क्लेव 2023 में कहा मैं देशवासियों के हित में सुझाव देना चाहूंगी कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों की तरह स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में उत्कृष्ट बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। ऐसा करने से शहरों पर दबाव कम होगा और ग्रामीण जनता का जीवन बेहतर होगा।

राष्ट्रपति ने बताया कि वर्ष 2047 तक भारत की शहरी आबादी 40 करोड़ के मौजूदा स्तर से बढ़कर 87 करोड़ से अधिक होने का अनुमान जताया गया है यानी करीब ढाई दशक बाद 50 प्रतिशत से अधिक देशवासी शहरी क्षेत्रों में रहेंगे। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े इशारा करते हैं कि शहरों और नगरवासियों की बढ़ती आकांक्षाओं और जरूरतों के मद्देनजर भविष्य का रोडमैप तैयार करके आगे बढ़ने की जरूरत है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नगर नियोजन में जलवायु परिवर्तन, हरित ईंधनों के इस्तेमाल और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के क्षेत्रों में अपेक्षाकृत व्यापक स्तर पर काम किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने शहरी विकास में तेजी से बढ़ते भारतीय निवेश का हवाला देते हुए कहा कि उत्कृष्ट कार्यों को लागू करने और व्यावहारिक कारोबारी मॉडल विकसित करने में स्मार्ट सिटी परियोजना का बेहद महत्वपूर्ण योगदान है।

राष्ट्रपति ने कहा कि जी20 के उप समूह अर्बन 20 ने शहरों के बीच जुड़ाव की स्थायी व्यवस्था स्थापित करने का प्रयास किया और इसके माध्यम से सामूहिक संदेश दिया गया है कि सतत विकास की प्राथमिकता को आगे बढ़ाने में शहरी प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका है। हमें विश्व के सबसे बेहतर प्रबंधन वाले शहरों के उत्कृष्ट कार्यो और कारोबारी मॉडलों से सीख लेनी चाहिए और अपने सफल प्रयासों को अन्य देशों के साथ साझा भी करना चाहिए। शहरी क्षेत्रों की निगरानी के लिए लगे सीसीटीवी कैमरे कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद कर रहे हैं, लेकिन खासकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत है। शहरों में डेंगू और मलेरिया के हर साल सामने आने वाले प्रकोप से निपटने के लिए जन भागीदारी बढ़ाने और संबंधित विभागों के समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।

अपने संबोधन से पहले मुर्मू ने इंडिया स्मार्ट सिटीज अवॉर्ड्स कांटेस्ट 2022 के तहत इंदौर को देश के 100 स्मार्ट शहरों में सर्वश्रेष्ठ चुने जाने के आधार पर राष्ट्रीय स्मार्ट सिटी पुरस्कार से नवाजा। इस श्रेणी में सूरत और आगरा क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। मध्यप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि तमिलनाडु दूसरे पायदान पर रहा। राजस्थान और उत्तर प्रदेश संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। समारोह में अलग-अलग श्रेणियों में 66 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इनमें 31 विशिष्ट शहर, एक केंद्र शासित प्रदेश, 4 राज्य और 7 भागीदार संगठन शामिल हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।

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