Monday, June 23, 2025
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मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश, कीट के प्रकोप से प्रभावित किसानों को मिलेगी राहत…

जयपुर। राजस्थान के हनुमानगढ़ और गंगानगर जिले में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी कीट के प्रकोप से प्रभावित किसानों को राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री निवास पर फसल नुकसान, फसल बीमा और गिरदावरी की समीक्षा बैठक में बुधवार को यह जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक ली। बैठक में बताया गया कि हनुमानगढ़, गंगानगर जिले में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप से दोनों जिलों में 2.56 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिससे 73 हजार कृषक प्रभावित हैं। इस प्रकोप के कारण 5 से 45 प्रतिशत तक नुकसान का अनुमान है।

इसके अनुसार फसल बीमा योजना के अन्तर्गत कीट रोग के प्रकोप के कारण कपास फसल का उत्पादन प्रभावित होने पर बीमित किसानों को नुकसान हेतु क्लेम देय है। प्रभावित किसानों को औसत उपज आंकड़ों के आधार पर नियमानुसार क्लेम दिया जाएगा। बैठक में गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार फसल खराब होने से प्रभावित किसानों के प्रति संवेदनशील है और उन्हें राहत देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए हैं। इस वर्ष कई जिलों में असामान्य वर्षा से फसलों को लगातार नुकसान हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए गहलोत ने आगामी 10 दिवस के भीतर गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत देने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में गहलोत ने कहा कि फसल खराब होने का आकलन कर प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा देने के लिए गिरदावरी का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में फसलों की गिरदावरी अविलंब करवाकर फसलों के नुकसान की रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए, ताकि प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2022-23 और 2023-24 में राज्य में घटित प्राकृतिक आपदाओं यथा बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, पाला और शीतलहर से प्रभावित 10.61 लाख पात्र काश्तकारों को राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) के नियमों के अनुसार 968.48 करोड़ रुपये का कृषि अनुदान वितरित किया गया है। वर्ष 2022-23 में रबी के फसल से जुड़े बीमा संबंधी दावों को लेकर 1895 करोड़ रुपये किसानों में वितरित किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022-23 में रबी की फसल से जुड़े बीमा दावों से संबंधित लंबित राशि को किसानों में शीघ्र वितरित कराया जाए।

मथुरा ट्रेन हादसे में सामने आई बड़ी लापरवाही…

मथुरा। मथुरा में मंगलवार देर रात हुए ट्रेन हादसे में इंजन के अंदर का CCTV सामने आया है। वीडियो में बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए है। वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह ट्रेन प्लेटफॉर्म को तोड़ते हुए चढ़ी। ट्रेन को यार्ड में ले जाना था, इससे पहले लोको पायलट सीट से उठ जाता है। फिर लाइटिंग स्टाफ का एक कर्मचारी वीडियो कॉल पर बात करते हुए EMU के इंजन में दाखिल होता है। उसके पीठ पर बैग था। वह किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रहा था। बात करते-करते बैग को इंजन में थ्रोटल पर रख देता है। और इसी लापरवाही का नतीजा आम लोगों को भुगतना पडा।

जैसे ही थ्रोटल पर बैग रखा ट्रेन चलने लगी। प्लेटफॉर्म नंबर-2 को तोड़ते हुए 30 मीटर ऊपर चढ़ गई, फिर बिजली के पोल से टकराकर रुक जाती है। इस दौरान प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों में भगदड़ मच जाती है। थ्रोटल इंजन में एक्सीलेटर का काम करता है। इसी से रफ्तार को घटाते-बढ़ाते हैं।

आपको बता दें ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट में बैग रखने वाले लाइटिंग स्टाफ सचिन के हल्के नशे में होने की पुष्टि की है। उसके खून की जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि नशा किस स्तर और कितना था।

आगरा मंडल प्रबंधक तेजप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि ट्रेन आने के बाद इंजन के केबिन की चाबी वहां पहले से मौजूद सहायक स्टाफ को देनी होती है। मंगलवार रात ट्रेन आने पर चाबी सचिन को दी गई थी। फिलहाल, रेलवे की 28 पेज की मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर लोको पायलट सहित 5 रेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए गए रेल कर्मियों में लोको पायलट गोविंद हरी शर्मा, हेल्पर इलेक्ट्रिक सचिन, टेक्नीशियन कुलजीत, बृजेश और हरवन कुमार हैं।

हादसे में रेलवे को एक करोड़ से ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान है। हादसे के कारण जहां प्लेटफॉर्म का करीब 50 मीटर लंबा हिस्सा डैमेज हुआ। वहीं, ओवर हेड वायर, पोल भी क्षतिग्रस्त हुए। लेकिन रेलवे को जो बड़ा नुकसान हुआ, वह हुआ EMU ट्रेन के इंजन में। हालांकि, इंजन में कितना नुकसान हुआ है, यह रेलवे का कोई अधिकारी बताने को तैयार नहीं है।

हादसे के बाद उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल से तकनीकी टीम मथुरा पहुंची थी। इसके साथ ही ट्रेन को प्लेटफॉर्म से हटाना शुरू किया गया। देर रात तक करीब 15 घंटे की चली प्रक्रिया के बाद ट्रेन को प्लेटफॉर्म से हटाकर वापस ट्रैक पर लाया गया।

कोटा में फिर छात्र ने की आत्महत्या…

कोटा। कोटा के कुन्हारी इलाके में सरकारी नौकरी की परीक्षा की तैयारी रहे एक 20 वर्षीय युवक ने अपने कमरे में कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस उपाधीक्षक खीव सिंह राठौड़ ने बताया कि तनवीर खान का शव बुधवार दोपहर कृष्ण विहार कॉलोनी के उसके किराए के घर में लटका हुआ पाया गया, जहां वह अपने पिता और छोटी बहन के साथ रहता था।

कुन्हारी थाने के उपनिरीक्षक नवल किशोर ने बताया कि मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और संदिग्ध आत्महत्या के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाना बाकी है। किशोर के मुताबिक, तनवीर खुद से प्रतियोगी परीक्षा की तैयार कर रहा था और वह किसी कोचिंग संस्थान के साथ नहीं जुड़ा हुआ था। उन्होंने बताया कि तनवीर का परिवार उत्तर प्रदेश के महाराजगंज का रहने वाला है।

पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि 12वीं पास तनवीर को हाल ही में अच्छे वेतन के साथ निजी नौकरी की पेशकश हुई थी लेकिन उसके पिता ने उसे नौकरी करने से मना कर दिया और सरकारी नौकरी की तैयारी जारी रखने पर जोर दिया। तनवीर के पिता यहां एक कोचिंग संस्थान में रसायन शास्त्र पढ़ाते हैं।

अधिकारी के मुताबिक, तनवीर के शव को पोस्टमार्टम के बाद बुधवार देर शाम उसके पिता को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।

नड्डा और शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर स्थानीय नेताओं के साथ की चर्चा

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों को लेकर यहां पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ लंबी चर्चा की। जानकारी के अनुसार बैठकों का दौर बुधवार देर शाम यहां एक होटल में शुरू हुआ जो देर रात 2 बजे तक जारी रहा।

पार्टी में राजस्थान को लेकर शीर्ष स्तरीय बैठकें ऐसे समय में हुई हैं जब वह अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने वाली है। पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश में 3 केंद्रीय मंत्रियों और 4 अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है कि राजस्थान में भी 2 केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है। राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।

दोनों नेता आज दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हो गये। जानकारी के मुताबिक नड्डा और शाह का जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थानीय पदाधिकारियों से म‍िलने का कार्यक्रम था लेकिन यह बैठक नहीं हुई। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कल रात बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। शाह और नड्डा बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और हवाई अड्डे के पास एक होटल में गए, जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई। शाह और नड्डा ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की। राजे से मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली। इसके बाद पार्टी के राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई जिसमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। हाल में संपन्न हुई 4 परिवर्तन यात्राओं पर भी फीडबैक लिया गया। इसके अलावा समीक्षा की गई कि यात्राओं में कहां लोग अधिक आए और कहां कम। इसके कारणों पर चर्चा की गई।

बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल व कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां और अन्य नेता मौजूद थे। बैठक करीब 3 घंटे तक चली। इसके बाद सतीश पूनियां और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बैठक स्थल से बाहर निकलते दिखाई दिए। नड्डा और शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित अन्य नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की। बैठक में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई। बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ इलाके और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं।

इसके अलावा इस बात का बारीकी से आकलन किया गया कि किन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कमजोर है और जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति की जरूरत है। उन सीटों की श्रेणियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई – जहां पार्टी पिछले 3 चुनावों से लगातार जीत रही है या हार रही है और जहां पार्टी वैकल्पिक रूप से जीत रही है। उन्होंने कहा, बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।

हालांकि, बैठक के बाद होटल से निकल रहे पार्टी नेताओं ने बैठकों के बारे में मीडियाकर्मियों से बात नहीं की। चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने बताया कि पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर ही मीडिया को जानकारी दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकाली गई पार्टी की परिवर्तन यात्राओ के पूरा होने के अवसर पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जयपुर के पास जनसभा को संबोधित किया था। उसके ठीक बाद शाह और नड्डा राजस्थान पहुंचे।

शशि थरूर ने कहा चीन को भविष्य में किसी भी खेल प्रतियोगिता की मेजबानी से करना चाहिए वंचित

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एशियाई खेलों के लिए अरुणाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ियों को चीन द्वारा वीजा देने से इनकार किए जाने को शर्मनाक करार देते हुए बुधवार को कहा कि चीन को भविष्य में किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता की मेजबानी करने के अधिकार से वंचित किया जाए, जब तक कि वह हर मान्यता प्राप्त एथलीट को भाग लेने की अनुमति न दें। उन्होंने यह भी कहा कि एशियाई खेलों के संपन्न होने के बाद भारत को आधिकारिक तौर पर विरोध दर्ज कराना चाहिए।

पिछले दिनों चीन ने महिला खिलाड़ियों न्येमान वांगसु, ओनिलु तेगा और मेपुंग लाम्गु को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। चीन के भेदभावपूर्ण बर्ताव के खिलाफ भारत के विरोध के तौर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एशियाई खेलों के लिए चीन की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी।

थरूर ने एक्स पर पोस्ट किया चीन का आचरण शर्मनाक है। जब एशियाई खेल समाप्त हो जाएं, तो भारत को आधिकारिक तौर पर विरोध करना चाहिए और मांग करनी चाहिए कि चीन को भविष्य में किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता की मेजबानी करने के अधिकार से वंचित किया जाए, जब तक कि वो हर मान्यता प्राप्त एथलीट को अपने देश में आने और प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति न दे।

बेटियों के साथ दुष्कर्म की गुनहगार मध्य प्रदेश सरकार भी – राहुल गांधी

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक लड़की के साथ बलात्कार की घटना को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में बेटियों के साथ दुष्कर्म के लिए सिर्फ अपराधी नहीं, बल्कि प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार भी गुनहगार है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा और दावा किया कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश में होते है। मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में लगभग 12 वर्षीय एक लड़की सोमवार को सड़क पर खून से लथपथ हालत में पाई गई और चिकित्सा जांच में उसके साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि हुई है। खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया मोदी जगह-जगह घूमकर महिला आरक्षण का सपना दिखा रहे हैं, और वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। असलियत ये है कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश से 12 वर्षीय एक नाबालिग से हैवानियत की बेहद पीड़ादायक घटना सामने आई है।

खरगे ने दावा किया कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में होते हैं, जहां हर दिन बलात्कार की 8 घटनाएं होती हैं। मोदी और उनके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को चुनाव प्रचार से फ़ुर्सत मिले तो वे शायद मध्य प्रदेश की महिलाओं की चीख़ें सुन पाएंगे। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया मध्य प्रदेश में 12 साल की एक बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। उन्होंने आरोप लगाया इसके गुनहगार वे अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किये। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है।

राहुल गांधी ने दावा किया न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार – आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। लेकिन, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं बची है – चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।

Leading Honeymoon Areas

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उत्तराखंड का सरमोली बना देश का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव

उत्तराखंड। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के खूबसूरत सरमोली गांव को बुधवार को देश का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार दिया गया।

नयी दिल्ली में भारत मंडपम प्रेक्षागृह में आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय की ओर से यह पुरस्कार मल्लिका विर्दी को दिया गया।

पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है।

विर्दी ने ही मुनस्यारी सब डिवीजन में स्थित सरमोली में एक गैर सरकारी संगठन हिमालयन आर्क के माध्यम से 2016 में ग्राम पर्यटन प्रोत्साहन की प्रक्रिया को शुरू किया था।

विर्दी ने कहा देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में पुरस्कार मिलना सरमोली के सभी निवासियों खास तौर से समुदाय आधारित पर्यटन में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए सम्मान की बात है।

पुरस्कार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उनके गांव को यह पुरस्कार इसलिए मिला क्योंकि उनका पर्यटन का मॉडल क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और ग्रामीण रहन—सहन पर आधारित है। उन्होंने बताया कि सरमाली गांव का चयन इस श्रेणी में 750 आवेदनों में से किया गया।

विर्दी ने कहा इस सफलता का श्रेय पूरे गांव को जाता है। इस गांव में 50 परिवार सीधे तौर पर होम स्टे पर्यटन से जुड़े हैं जबकि 30 अन्य परिवार टैक्सी चालक, पर्यटक गाइड, स्थानीय शिल्प और खाद्य उत्पादों के व्यापार में लगे हैं।

गांव में होमस्टे सुविधाओं का 2016 से अब तक 700 पर्यटक उपयोग कर चुके हैं जिससे ग्रामीणों को 50 लाख रू से अधिक का राजस्व मिल चुका है।

भारत में भूकंप अलर्ट सेवा शुरू करेगा गूगल…

नयी दिल्ली। इंटरनेट सर्च इंजन कंपनी गूगल भारत में एक भूकंप अलर्ट (चेतावनी) सेवा शुरू करेगी। यह सेवा एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सेंसर का उपयोग करके भूकंप का अनुमान और उसकी तीव्रता का पता लगाने का काम करेगी। गूगल ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनएससी) के परामर्श के साथ भारत में एंड्रॉयड भूकंप अलर्ट सिस्टम पेश किया है।

कंपनी ने एक ब्लॉग में कहा (एनडीएमए) और एनएससी के परामर्श के साथ आज हम भारत में एंड्रॉयड भूकंप अलर्ट प्रणाली पेश कर रहे हैं। इसके जरिये हमारी कोशिश एंड्रॉयड उपयोगकर्ताओं को उनके क्षेत्र में भूकंप आने की स्वचालित शुरुआती चेतावनी देना है।

कंपनी के अनुसार, यह सेवा आने वाले सप्ताह में एंड्रॉयड-5 और उसके बाद के संस्करणों में उपलब्ध होगी। यह प्रणाली एंड्रॉयड स्मार्टफोन में मौजूद छोटे एक्सेलेरोमीटर की मदद लेती है जो मिनी सीस्मोमीटर (भूकम्पमापी) के रूप में काम कर सकता है।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने NEET-PG 2023 की अर्हता शून्य परसेंटाइल करने को लेकर केंद्र से मांगा जवाब

नयी दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातकोत्तर (NEET-PG) की काउंसलिंग के लिए कट ऑफ के वास्ते आवश्यक अंक (कट ऑफ क्वालीफाइंग परसेंटाइल) को घटाकर शून्य करने के खिलाफ दायर की गयी याचिका पर केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE) से जवाब मांगा है।

न्यायमूर्ति पुरुषेंद्र कुमार कौरव ने मेडिकल काउंसलिंग कमेटी से उन 3 डॉक्टरों द्वारा दायर याचिका पर जवाब देने को भी कहा, जो 5 मार्च को NEET-PG 2023 की परीक्षा में शामिल हुए और काउंसलिंग में भाग लिया। MBBS डॉक्टरों ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के 20 सितंबर के उस आदेश को चुनौती दी है जिसके द्वारा उम्मीदवारों को मौजूदा दाखिला सत्र के बीच NEET-PG 2023 के लिए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अर्हता परसेंटाइल में कमी के बारे में सूचित किया गया था।

अधिवक्ता तन्वी दुबे के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया अभ्यर्थी यह जानकर हैरान रह गए कि अर्हता परसेंटाइल को घटाकर शून्य परसेंटाइल कर दिया गया है, यानी सभी श्रेणियों में माइनस 40 अंक। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि सरकार का आदेश गलत और कानूनी रूप से त्रुटिपूर्ण है और इसे रद्द किया जाना चाहिए। याचिका के मुताबिक, पात्रता मानदंड को घटाकर शून्य परसेंटाइल यानी माइनस 40 अंक करने से NEET-PG परीक्षा आयोजित करने का मूल उद्देश्य ही विफल हो गया है। इसमें कहा गया है कि यदि पात्रता के भागफल को ही कमजोर कर दिया जाए तो यह राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा के पूरे उद्देश्य को भी धूमिल कर देता है। आक्षेपित आदेश के पारित होने का मतलब यह भी होगा कि उत्तरदाताओं ने सीट भरने को महत्व दिया है, भले ही यह कुछ मानकों का त्याग करने के समान हो। उच्चतम न्यायालय ने 25 सितंबर को काउंसलिंग के लिए कट ऑफ क्वालिफाइंग परसेंटाइल को घटाकर शून्य करने के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था।

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