जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा में वंदे भारत ट्रेन को पलटने की साजिश का दावा करत हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि ट्रेन को बेपटरी करने के लिए पटरी पर पत्थर और लोहे इस तरह से रखे गए थे कि तेज रफ्तार से दौड़ने वाली यह ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो जाए।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पटरी पर काफी पत्थर और लोहे रखे गए हैं। एक जगह पटरी के बीच दो लोहे फंसाकर बीच में पत्थरों का ढेर दिखा।
बताया जा रहा है कि उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन के गुजरने से पहले पटरी पर पत्थर और लोहे रख दिए गए। हालांकि, ट्रेन के लोको पायलट की वक्त रहते इस पर नजर पड़ गई और उन्होंने सही समय पर इसे रोक दिया।
पटरी को साफ करने के बाद ट्रेन आगे बढ़ी।
भारतीय रेलवे की ओर से फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, उत्तरी पश्चिमी रेलवे आरपीएफ की ओर से इस मामले में कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने जब वीडियो अटैच करते हुए रेलवे से शिकायत की तो अजमेर आरपीएफ की ओर से जवाह दिया गया भीलवाड़ा के निरीक्षक इस मामले में आवश्यक कार्यवाही कर रहे हैं।
स्टाकहोम। इस बार चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार काटालिन कारिको और ड्रयू वीसमैन को कोविड-19 से लड़ने के लिए mRNA टीकों के विकास से संबंधित उनकी खोजों के लिए प्रदान किया जाएगा। नोबेल असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की।
कारिको हंगरी स्थित सेगेन्स यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, वहीं पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाते हैं। वीसमैन ने पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में कारिको के साथ यह अनुसंधान किया। पुरस्कार समिति ने कहा अपने अभूतपूर्व अनुसंधान के माध्यम से, जिसने mRNA और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के संपर्क को लेकर हमारी समझ को मौलिक रूप से बदल दिया है, पुरस्कार विजेताओं ने आधुनिक समय में मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के दौरान टीके के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया। पर्लमैन ने बताया कि जब उन्होंने इस घोषणा से कुछ देर पहले दोनों वैज्ञानिकों से संपर्क किया तो वे पुरस्कार की खबर सुनकर प्रफुल्लित हुए।
शरीर क्रिया विज्ञान या चिकित्सा क्षेत्र में पिछले साल का नोबेल पुरस्कार स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो को मानव विकास की उन खोजों के लिए प्रदान किया गया था, जिन्होंने निएंडरथाल डीएनए के रहस्यों को उजागर किया था। इससे कोविड-19 के प्रति हमारी संवेदनशीलता सहित हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इससे पहले पाबो के पिता सुन बर्गस्ट्रोम को 1982 में चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को और रसायनविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार की घोषणा बुधवार को की जाएगी। गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी। नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा 9 अक्टूबर को की जाएगी।
नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था।
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़े सामने आने के बाद सोमवार को कहा कि देश के जातिगत आंकड़े जानना जरूरी है और जिनकी जितनी आबादी है, उन्हें उनका उतना हक मिलना चाहिए। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC, SC और ST… 84 प्रतिशत हैं। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में से सिर्फ़ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5 प्रतिशत बजट संभालते हैं!
राहुल गांधी ने कहा इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना ज़रूरी है। जितनी आबादी, उतना हक़ – ये हमारा प्रण है।
बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हैं।
बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ EBC सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद OBC…27.13 प्रतिशत हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बिहार की जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी होने का स्वागत करते हुए सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर जल्द से जल्द इस तरह की गणना करानी चाहिए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सामाजिक सशक्तिकरण कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान करने और सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए ऐसी जनगणना आवश्यक हो गई है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया बिहार सरकार ने राज्य में कराए गए जाति आधारित सर्वे के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस पहल का स्वागत करते हुए और कांग्रेस सरकारों द्वारा कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों में इसी तरह के पहले के सर्वेक्षणों को याद करते हुए, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपनी मांग दोहराती है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द राष्ट्रीय जाति जनगणना कराए।
रमेश ने कहा संप्रग-2 सरकार ने वास्तव में इस जनगणना के कार्य को पूरा कर लिया था, लेकिन इसके नतीजे मोदी सरकार ने जारी नहीं किए। सामाजिक सशक्तिकरण कार्यक्रमों को मज़बूती प्रदान करने और सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए ऐसी जनगणना आवश्यक हो गई है। बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हैं।
बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ EBC सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद OBC 27.13 प्रतिशत हैं।
अमृतसर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास के लिए पहुंचे।
अपने सिर को नीले रंग के कपड़े से ढककर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने स्वर्ण मंदिर के गर्भगृह में मत्था टेका।
प्रार्थना के बाद वह सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त गए और श्रद्धालुओं द्वारा उपयोग किये गये पानी के बर्तनों को साफ करके सेवा (स्वैच्छिक सेवा) भी की।
राहुल गांधी के मंगलवार को सुबह धार्मिक क्रिया पालकी सेवा में भी शामिल होने की संभावना है।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने बताया कि राहुल गांधी शहर के निजी दौरे पर हैं। वडिंग ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा राहुल गांधी सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में मत्था टेकने के लिए अमृतसर साहिब आए हुए हैं।
यह उनकी निजी, आध्यात्मिक यात्रा है। हमें उनकी निजता का सम्मान करना चाहिए।
सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे इस यात्रा के लिए न आएं। आप सभी अपने उत्साहपूर्वक समर्थन के साथ अगली बार उनसे मिल सकते हैं।
राहुल का पंजाब दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब 2015 के मादक पदार्थ मामले में पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी के बाद पंजाब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच विवाद छिड़ा हुआ है।
पार्टी के कुछ नेता 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में आप के साथ गठबंधन का भी विरोध कर रहे हैं।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हैं।
बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ EBC सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद OBC 27.13 प्रतिशत हैं। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि OBC समूह में शामिल यादव समुदाय प्रदेश की कुल आबादी का 14.27 प्रतिशत है। राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। राज्य में जनसंख्या के मामले में यह समुदाय सबसे अधिक है।
बिहार सरकार ने राज्य में जाति आधारित गणना का आदेश पिछले साल तब दिया गया था जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह आम जनगणना के हिस्से के रूप अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य जातियों की गणना नहीं कर पाएगी।
बिहार सरकार द्वारा सोमवार को जारी जाति आधारित गणना के आंकड़े जानी किए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर किए एक पोस्ट में कहा आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था और बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2 जून 2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी। इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है। जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राजस्थान सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य सरकारें महिला विरोधी अपराधों के मामलों में जिम्मेदारी और जवाबदेही स्वीकार नहीं करतीं, जबकि उसकी सरकारें न्याय दिलाने के लिए तत्परता से काम करती हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर, उज्जैन और महिला पहलवानों पर अत्याचार की घटनाओं को लेकर एक शब्द नहीं बोलते, लेकिन चुनाव प्रचार के समय विपक्ष की सरकारों के खिलाफ झूठ बोलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कानून व्यवस्था, महिला अत्याचार सहित अन्य मुद्दों को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया है। राजस्थान के लोगों को भ्रम में डालकर कांग्रेस ने यहां सरकार तो बना ली लेकिन सरकार चला नहीं पाई। 5 साल राजस्थान में कांग्रेस ने यही किया है। हर भ्रष्टाचारी, गुंडा, दंगाई, अत्याचारी और कांग्रेस का हर नेता खुद को राजस्थान की सरकार मान बैठा है।
रमेश ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए एक्स पर पोस्ट किया प्रधानमंत्री मणिपुर पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे। वह उज्जैन का ज़िक्र नहीं करेंगे। वह महिला पहलवानों पर अत्याचार करने वाले अपनी ही पार्टी के सांसद के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं करेंगे। न ही हमारे राष्ट्रीय चैंपियन्स के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा की गई क्रूरता की निंदा करेंगे। लेकिन जब चुनाव प्रचार की बात आएगी, तब वह वही करेंगे जो सबसे अच्छा करते हैं — बेशर्मी से झूठ बोलना। हमने सोचा था कि कम से कम गांधी जयंती के दिन प्रधानमंत्री देश को अपने झूठ और तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने और बदनाम करने वाली राजनीति से बख्शेंगे।
रमेश ने दावा किया रिकॉर्ड के लिए कांग्रेस पार्टी कभी भी महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को नज़रअंदाज़ नहीं करेगी। राजस्थान सरकार ने सभी मामलों में अत्यंत तत्परता और गंभीरता के साथ न्याय दिलाने के लिए कार्रवाई की है और आगे भी करेगी। भाजपा सरकारें इसके विपरीत काम करती हैं, कभी भी ज़िम्मेदारी या जवाबदेही स्वीकार नहीं करतीं। यही अंतर है।
स्टॉकहोम। नोबेल पुरस्कार की 6 दिवसीय घोषणाएं सोमवार से होने लगेंगी और इसकी शुरुआत चिकित्सा के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के विजेता के नाम की घोषणा के साथ होगी। पिछले साल स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो ने मानव विकास क्रम में खोज के लिए फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीता था। उनकी खोज ने निएंडरथाल डीएनए के रहस्यों का खुलासा किया था, जिसने गंभीर कोविड -19 के प्रति हमारी संवेदनशीलता सहित हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के सिलसिले में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की थी।
निएंडरथाल वास्तव में प्राचीन मानव समूह के सदस्य थे जो कम से कम 200,000 साल पहले, प्लेइस्टोसिन युग के दौरान उभरा था। निएंडरथाल यूरोप के अटलांटिक क्षेत्रों से लेकर पूर्व में मध्य एशिया तक यूरेशिया में और सुदूर उत्तर से लेकर वर्तमान बेल्जियम तक और सुदूर दक्षिण से लेकर भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम एशिया तक फैले थे। माना जाता है कि यह समूह मानव अनुकूलन का एक उल्लेखनीय प्रमाण है। चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार स्वांते पाबो के परिवार में दूसरा पुरस्कार था। पाबो के पिता सुने बर्जस्ट्रॉम ने 1982 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार जीता था।
मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा होगी। नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा 9 अक्टूबर को की जाएगी। पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर अर्थात 10 लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। यह धनराशि पुरस्कार के संस्थापक, स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से आती है, जिनकी 1896 में मृत्यु हो गई थी। स्वीडिश मुद्रा के गिरते मूल्य के कारण इस वर्ष पुरस्कार राशि में 1 मिलियन यानी 10 लाख क्रोनर की बढ़ोतरी की गई।
पुरस्कार विजेताओं को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर 10 दिसंबर को समारोह में पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। प्रतिष्ठित शांति पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा के अनुसार ओस्लो में दिया जाता है, जबकि दूसरे पुरस्कार समारोह का आयोजन स्टॉकहोम में किया जाता है।
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनकी योजनाएं बंद न करने की गारंटी देने के बयान पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद जनहित की किसी योजना को रोका नहीं जाएगा बल्कि उसको और बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। यह मोदी की गारंटी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कानून व्यवस्था, महिला अत्याचार सहित अन्य मुद्दों को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया है। राजस्थान में भाजपा का एक ही चेहरा है कमल का निशान।
मोदी ने चित्तौड़गढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान ने खुद आह्वान कर दिया है कि राजस्थान को बचाएंगे भाजपा सरकार को लाएंगे। राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
मोदी ने कहा राजस्थान की जनता का संदेश कांग्रेस के नेताओं तक भी पहुंच चुका है। यहां मुख्यमंत्री गहलोत को भी पता है कि कांग्रेस सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। दिल्ली में बैठे कुछ लोगों को भले ही भरोसा न हो कि गहलोत जा रहे हैं लेकिन गहलोत को खुद को भरोसा है कि वह जा रहे हैं और गहलोत ने खुद भी एक प्रकार से भाजपा को बधाई दे दी है। मोदी ने कहा आप देखिए, कांग्रेस के मुख्यमंत्री आजकल क्या बोल रहे हैं? वह आग्रह कर रहे हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद उनकी योजनाओं को बंद न किया जाए। पहले तो गहलोत, आपने पराजय स्वीकार कर ली और हमारी सरकार बनेगी… इस बात को सार्वजनिक रूप से कह दिया। मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा आपने जब इतनी इमानदारी से कह दिया है तो मोदी तो आपसे अनेक गुणा ईमानदार है। मैं राजस्थान की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि भले ही गहलोत की सरकार ने योजनाएं चालू की होंगी लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद जनहित की किसी भी योजना को रोकेगी नहीं बल्कि उसको अच्छा करने बेहतर बनाने का प्रयास करेगी। और ये मोदी की गारंटी है। मोदी की गारंटी का मतलब हर गारंटी के पूरा होने की गारंटी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री गहलोत इन दिनों कई बार मांग कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी को पहले यह गारंटी देनी चाहिए कि राज्य में भाजपा की सरकार आने पर मौजूदा कांग्रेस सरकार की किसी जनकल्याणकारी योजना को बंद नहीं किया जाएगा।
पेपर लीक प्रकरणों की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि राजस्थान के युवाओं के साथ जो धोखा किया गया है, भाजपा उसकी तह तक जाएगी। यहां के पेपर लीक माफिया का हर हाल में हिसाब किया जाएगा। राजस्थान में जिन जिन लोगों ने यहां भ्रष्टाचार किया है, गरीबों के पैसे लूटे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। यह भी मोदी की गारंटी है। कानून व्यवस्था, महिला अत्याचार सहित अन्य मुद्दों को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया है। राजस्थान के लोगों को भ्रम में डालकर कांग्रेस ने यहां सरकार तो बना ली लेकिन सरकार चला नहीं पाई। 5 साल राजस्थान में कांग्रेस ने यही किया है। हर भ्रष्टाचारी, गुंडा, दंगाई, अत्याचारी और कांग्रेस का हर नेता खुद को राजस्थान की सरकार मान बैठा है।
इससे पहले मोदी ने एक अन्य कार्यक्रम में 7200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मोदी विख्यात सांवलिया मंदिर भी गए और पूजा अर्चना की।
देवरिया। देवरिया जिले के रूद्रपुर क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर सोमवार सुबह 2 पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के 5 सदस्यों समेत 6 लोगों की हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शने के सख्त निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने बताया कि रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में आज सुबह करीब 6 बजे जमीन विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे (54), उसकी पत्नी किरण (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) और बेटे गांधी (15) की हत्या कर दी गयी। इससे पहले आज सुबह जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव (50) की सत्य प्रकाश दुबे के पक्ष के लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। उसके बाद हुए संघर्ष में दुबे और उसके परिवार के 4 सदस्यों की मौत हो गई। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि यादव के समर्थकों ने दुबे के घर पर हमला कर दिया, जिसमें दुबे सहित 5 लोग मारे गए।
देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया हमें सुबह लगभग 8 बजे सूचना मिली कि फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में एक वारदात हुई है। सूचना देने वाले ने बताया कि झड़प में एक पक्ष के एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और बाकी 6 लोग पुलिस को बेसुध हालत में मिले थे। हमने उन्हें देवरिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने इनमें से 5 लोगों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे का बेटा अनमोल जख्मी हो गया है। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
जिलाधिकारी ने बताया यह वारदात जमीन के पुराने विवाद से जुड़ी बताई जा रही है। इसमें सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपने हिस्से की पूरी जमीन प्रेम यादव को बेची थी और यादव उस जमीन पर काबिज थे। यह मामला लगभग 7-8 साल पहले निपट चुका था। घटना के बारे में अभी तत्काल कुछ भी कह पाना मुश्किल है। हम लोग जांच पड़ताल कर रहे हैं। इस सिलसिले में अभी एक पक्ष से एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। बाकी को पकड़ने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखे गए संदेश में कहा देवरिया जिले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुःखद एवं निंदनीय है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। एडीजी/कमिश्नर/आईजी को मौके पर पहुंचकर कठोरतम कार्रवाई और जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए गए हैं। इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।