Wednesday, July 9, 2025
Home Blog Page 444

Dausa : राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर बोले सचिन पायलट,’दमन व प्रतिशोध की राजनीति नहीं चलेगी,सबको मिलकर काम करने की जरूरत’,जानें और क्या कहा

जयपुर, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि आम चुनाव के जरिए देश की जनता ने संदेश दिया है कि दमन, प्रतिशोध व भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी.पायलट ने कहा कि आम चुनाव के परिणाम से खंडित जनादेश आया है.वे दौसा में मीडिया से बात कर रहे थे.

‘हमनें भारतीय जनता पार्टी को 11 सीटों पर पराजित किया’

लोकसभा चुनाव के परिणामों के बारे में उन्होंने कहा,’राजस्थान में जो परिणाम आए है उसके लिए मैं प्रदेश की जनता को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं.ये अप्रत्याशित रहे.हमने भारतीय जनता पार्टी को 11 सीटों पर पराजित किया है.जो सरकार डबल इंजन की थी- चाहे वह उत्तर प्रदेश की हो, हरियाणा की हो, राजस्थान की हो. यहां पर जनता किसान, नौजवान ने एक स्पष्ट संदेश दिया है.’उन्होंने कहा कि केंद्र में गठजोड़ की सरकार बनी है.किसी भी दल को सरकार बनाने का जनादेश नहीं मिला.एक खंडित जनादेश आया है.

‘सबको मिलकर काम करने की जरूरत है’

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा,’जो राजनीतिक संदेश इन चुनाव के परिणाम से आया है, वह यह है कि दमन की, प्रतिशोध की, आक्रमण की, भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी.संसद में जिस प्रकार 147 सांसदों को 1 दिन में निलंबित कर दिया था, मैं समझता हूं कि इस प्रकार की कार्रवाई को लोगों ने पसंद नहीं किया.’उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता के बीच चुनाव परिणाम के जरिए जनता ने एक संदेश दिया है कि आने वाले समय में सबको मिलकर काम करने की जरूरत है.

‘समय बताएगा कि सरकार कितना कामयाब रहती है’

केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(NDA)की नई सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा,’सरकार का गठन कल परसों हुआ है लेकिन अभी से कई दलों में आशंकाएं पैदा हो गई हैं.कोई शपथ लेने से मना कर रहा है.खींचतान शुरू हो गई है.लेकिन समय बताएगा कि सरकार कितना कामयाब रहती है.’बता दें कि लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन ने राज्य की 25 में से 11 लोकसभा सीटें जीती हैं.

Hockey: 2025 में जूनियर हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा भारत,पहली बार 24 टीम लेंगी हिस्सा

लुसाने (स्विट्जरलैंड), भारत अगले साल पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा.अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के कार्यकारी बोर्ड ने मंगलवार को यह घोषणा की.यह प्रतियोगिता दिसंबर में खेली जाएगी.प्रतियोगिता में यह पहला अवसर होगा जबकि इसमें 24 टीम हिस्सा लेंगी.

24 टीम लेंगी हिस्सा

FIH के अध्यक्ष तैयब इकराम ने इसकी घोषणा करते हुए कहा,’मुझे बहुत खुशी है कि एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप में भाग लेने वाली टीमों की संख्या बढ़ गई है और मैं अगले साल इन 24 युवा टीमों को खेलते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं.यह 24 टीमें हमारे खेल के भविष्य का प्रतिनिधित्व करेंगी.’

पिछला जूनियर विश्व कप 2023 में कुआलालंपुर में खेला गया था जिसमें जर्मनी ने फाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराकर खिताब जीता था.स्पेन तीसरे और भारत चौथे स्थान पर रहा था.भारत इससे पहले तीन बार 2013 (नई दिल्ली), 2016 (लखनऊ) और 2021 (भुवनेश्वर) में टूर्नामेंट की मेजबानी कर चुका है.भारत 2016 में चैंपियन भी बना था.इकराम ने कहा,’मैं एक और शानदार प्रतियोगिता को आयोजित करने की प्रतिबद्धता के लिए हॉकी इंडिया का आभार व्यक्त करता हूं’

दिलीप टिर्की ने क्या कहा ?

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा,’इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के मेजबानी मिलने से भारत के अंतरराष्ट्रीय हॉकी में बढ़ते महत्व तथा भविष्य की पीढ़ियों के लिए खेल का विकास करने के हमारे समर्पण का पता चलता है.’

हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने इसे भारतीय हॉकी के लिए महत्वपूर्ण कदम करार दिया.उन्होंने कहा,’हम पर भरोसा बनाए रखने के लिए हम एफआईएच का आभार व्यक्त करते हैं.हॉकी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए यह प्रतियोगिता महत्वपूर्ण होगी.इससे नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी.हम इसे यादगार टूर्नामेंट बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’

AUS Vs NAM, T20 World Cup : नामीबिया को हराकर सुपर 8 में जगह पक्की करना चाहेगा ऑस्ट्रेलिया, 12 जून को होगा मुकाबला,जानें मैच से जुड़ी डिटेल्स

नॉर्थ साउंड (एंटीगा),लगातार 2 जीत से आत्मविश्वास से भरा पूर्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया बुधवार को यहां कम रैंकिंग वाले नामीबिया के खिलाफ ग्रुप बी मुकाबले में उतरेगा तो उसकी नजरें ICC टी20 विश्व कप के सुपर 8 चरण में जगह पक्की करने पर टिकी होंगी.ऑस्ट्रेलिया ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया है और मौजूदा टूर्नामेंट में 200 रन के आंकड़े को पार करने वाली एकमात्र टीम है.टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ पिछले लीग मैच में 36 रन की जीत के दौरान यह उपलब्धि हासिल की थी.

ऑस्ट्रेलिया के 2 मैच में 2 जीत से 4 अंक

ओमान को 39 रन से हराकर अपने अभियान की शुरुआत करने वाले ऑस्ट्रेलिया के 2 मैच में 2 जीत से 4 अंक हैं. स्कॉटलैंड की टीम 3 मैच में 5 अंक के साथ शीर्ष पर है. नामीबिया को हराकर ऑस्ट्रेलिया की सुपर 8 में जगह पक्की हो जाएगी जिसके बाद टीम स्कॉटलैंड के खिलाफ ग्रुप बी का अपना अंतिम मैच खेलेगी.

स्कॉटलैंड के पास सुपर 8 में जगह बनाने का मौका

शीर्ष पर चल रहे स्कॉटलैंड के पास गत चैंपियन इंग्लैंड को पछाड़कर सुपर 8 में जगह बनाने का मौका है.इंग्लैंड के 2 मैच में एक अंक हैं.स्कॉटलैंड के खिलाफ उसका पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था.

डेविड वार्नर कर रहे अच्छा प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलिया ने 2 हफ्ते पहले अभ्यास मैच में नामीबिया को 9 विकेट पर 119 रन पर रोकने के बाद 7 विकेट से जीत दर्ज की थी.ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना अंतिम विश्व कप खेल रहे डेविड वार्नर ने ओमान के खिलाफ अर्धशतक जड़ा और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 16 गेंद में 39 रन बनाकर टीम के 7 विकेट पर 201 रन के बड़े स्कोर की नींव रखी.वार्नर ने नामीबिया के खिलाफ अभ्यास मैच में भी अर्धशतक जड़ा था.उन्होंने टूर्नामेंट में 141.79 के स्ट्राइक रेट से 97 रन बनाए हैं.वार्नर के सलामी जोड़ीदार ट्रेविस हेड भी अच्छी फॉर्म में हैं और दोनों ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर तेज शुरुआत देना चाहेंगे.

ऑलराउंडर डेविड वाइसे से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद

नामीबिया को उम्मीद होगी कि ओमान के खिलाफ सुपर ओवर में जीत के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले अनुभवी ऑलराउंडर डेविड वाइसे एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन करेंगे.यह ऑलराउंडर दक्षिण अफ्रीका की ओर से खेलते हुए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 4 बार ऑस्ट्रेलिया का सामना कर चुका है.अब तक टूर्नामेंट में अपने 8 ओवर में सिर्फ एक छक्का और एक चौका खाने वाले बाएं हाथ के स्पिनर बर्नार्ड श्कोल्ट्ज से भी टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

टीमें इस प्रकार हैं:

ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), एश्टन एगर, पैट कमिंस, टिम डेविड, नाथन एलिस, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, जोश इंग्लिस, ग्लेन मैक्सवेल, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू वेड, डेविड वार्नर और एडम जंपा.

नामीबिया: गेरहार्ड इरास्मस (कप्तान), जेन ग्रीन, माइकल वैन लिंगेन, डायलन लीचर, रूबेन ट्रम्पलमैन, जैक ब्रासेल, बेन शिकोंगो, टैंगेनी लुंगामेनी, निको डेविन, जेजे स्मिट, जान फ्राइलिंक, जेपी कोट्जे, डेविड वाइसे, बर्नार्ड स्कोल्ट्ज, मालन क्रूगर और पीडी ब्लिगनॉट।

मैच का समय: भारतीय समयानुसार सुबह 6 बजे शुरू होगा.

University Admission 2024: विश्वविद्यालयों में साल में 2 बार ले सकेंगे प्रवेश, UGC ने इस संबंध में योजना को दी मंजूरी

नई दिल्ली, भारतीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को अब विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर वर्ष में 2 बार प्रवेश देने की अनुमति मिल जाएगी और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने इस संबंध में योजना को मंजूरी दे दी है. यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने बताया कि शिक्षण सत्र 2024-25 से जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में 2 बार प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

‘2 बार प्रवेश से कई छात्रों को होगा लाभ’

जगदीश कुमार ने पीटीआई से कहा,’यदि भारतीय विश्वविद्यालय वर्ष में 2 बार प्रवेश दे सकें,तो इससे कई छात्रों को लाभ होगा,जैसे कि वे छात्र जो बोर्ड परीक्षा के परिणामों की घोषणा में देरी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं या व्यक्तिगत कारणों से जुलाई-अगस्त सत्र में किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने से चूक जाएं.’

‘रोजगार के अवसर होंगे बेहतर ‘

जगदीश कुमार ने कहा,’साल में 2 बार विश्वविद्यालयों में प्रवेश से छात्रों को प्रेरणा बनाए रखने में मदद मिलेगी क्योंकि यदि वे वर्तमान सत्र में प्रवेश से चूक जाते हैं तो उन्हें प्रवेश पाने के लिए एक पूरा वर्ष इंतजार नहीं करना पड़ेगा. साल में 2 बार प्रवेश के साथ, उद्योग जगत के लोग भी वर्ष में 2 बार अपने ‘कैंपस’ चयन की प्रक्रिया संचालित कर सकते हैं,जिससे स्नातकों के लिए रोजगार के अवसर बेहतर होंगे.’

विश्वविद्यालय के भीतर सुगमता से होगा कामकाज

यूजीसी प्रमुख ने बताया कि साल में 2 बार प्रवेश से उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) को अपने संसाधन वितरण, जैसे संकाय, प्रयोगशाला, कक्षाएं और सहायक सेवाओं की योजना अधिक कुशलतापूर्वक बनाने में मदद मिलेगी,जिसके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय के भीतर सुगमता से कामकाज होगा.

कुमार ने कहा,’दुनियाभर के विश्वविद्यालय पहले से ही द्विवार्षिक प्रवेश प्रणाली का पालन कर रहे हैं. यदि भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान द्विवार्षिक प्रवेश चक्र को अपनाते हैं,तो हमारे उच्च शिक्षा संस्थान अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और छात्र आदान-प्रदान को बढ़ा सकते हैं.परिणामस्वरूप, हमारी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सुधार होगा और हम वैश्विक शैक्षिक मानकों के अनुरूप होंगे.’

उन्होंने कहा,’यदि उच्च शिक्षा संस्थान द्विवार्षिक प्रवेश को अपनाते हैं, तो उन्हें प्रशासनिक पेचीदगियों, उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए अच्छी योजना बनाने तथा वर्ष के अलग-अलग समय में प्रवेश पाने वाले छात्रों के साथ सुचारु तरीके से तालमेल बैठाने के लिए निर्बाध सहायता प्रणाली प्रदान करनी होगी. उच्च शिक्षा संस्थान द्विवार्षिक प्रवेश की उपयोगिता को तभी अधिकतम कर सकते हैं, जब वे संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों को बदलाव के लिए पर्याप्त रूप से तैयार करें.’

‘2 बार प्रवेश देना नहीं होगा अनिवार्य’

कुमार ने हालांकि स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालयों के लिए साल में 2 बार प्रवेश देना अनिवार्य नहीं होगा और जिन उच्च शिक्षण संस्थानों के पास आवश्यक ढांचा और शिक्षक संकाय है, वे इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं.

उन्होंने कहा,’उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए द्विवार्षिक प्रवेश देना अनिवार्य नहीं होगा,यह वह लचीलापन है जो UGC उन उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रदान करता है जो अपने छात्रों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं और उभरते क्षेत्रों में नए कार्यक्रम पेश करना चाहते हैं.साल में 2 बार छात्रों को प्रवेश देने में सक्षम होने के लिए, उच्च शिक्षा संस्थानों को अपने संस्थागत नियमों में उपयुक्त संशोधन करने होंगे.’

आंध्र प्रदेश : NDA के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार चुने गए चंद्रबाबू नायडू, 12 जून को लेंगे सीएम पद की शपथ

अमरावती, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को मंगलवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) NDA का नेता चुना गया. विजयवाड़ा में आयोजित तेलुगु देशम पार्टी, जनसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों की बैठक में नायडू को सर्वसम्मति से नेता चुना गया.राजग की बैठक में भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई की प्रमुख डी पुरंदेश्वरी और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण भी शामिल हुए और उन्होंने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नायडू का समर्थन किया.

तेदेपा नेता के अचेन नायडू ने कहा कि इससे पहले सुबह नायडू को सर्वसम्मति से पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया.इसी तरह जनसेना पार्टी के संस्थापक पवन कल्याण को विधानसभा में पार्टी का नेता चुना गया.

शपथ ग्रहण में शामिल होंगे पीएम मोदी

बता दें कि 12 जून को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में TDP प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री के रूप में पवन कल्याण के साथ-साथ कई कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.

NEET UG Paper Leak : काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार,NTA से मांगा जवाब

नई दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने प्रश्नपत्र लीक होने और अन्य गड़बड़ियों के आधार पर मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा-स्नातक’ (नीट-यूजी) 2024 को फिर से कराने के अनुरोध वाली याचिका पर मंगलवार को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) से जवाब मांगा.

काउंसलिंग की प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार

न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायामूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की अवकाश पीठ ने हालांकि सफल अभ्यर्थियों को MBBS,BDS और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

नीट-यूजी 2024, 5 मई को आयोजित की गई थी और इसके नतीजे 4 जून को घोषित किए गए. NTA देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट-यूजी आयोजित करती है.

NTA को जल्द जवाब देने को कहा

शीर्ष अदालत ने शिवांगी मिश्रा और अन्य द्वारा दाखिल याचिका को लंबित याचिका के साथ संलग्न कर NTA को जल्द से जल्द जवाब दाखिल करने को कहा.याचिका में आरोप लगाया गया कि नीट-यूजी 2024 में गड़बड़ी की गई और प्रश्नपत्र लीक होने के कई मामले आए हैं.

रियासी आतंकी हमला : जम्मू-कश्मीर में बस पर आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के शव पहुंचे जयपुर,मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग,ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

जयपुर,जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में मारे गए 2 साल के बच्चे समेत 4 लोगों के शव मंगलवार को ट्रेन से जयपुर पहुंचे,शव पूजा एक्सप्रेस से लाए गए जिन्हें परिजन हरमाड़ा और चौमूं ले गए.रविवार शाम को हुई इस घटना में राजेंद्र सैनी (42), उनकी पत्नी ममता (40), उनकी रिश्तेदार पूजा सैनी (30) और उसके 2 साल के बेटे टीटू की मौत हो गई. घटना में पूजा का पति पवन घायल हो गया.

राजेंद्र और ममता चौमूं के रहने वाले थे जबकि पूजा चौमूं रोड पर हरमाड़ा इलाके में अजमेरा की ढाणी की रहने वाली थी.इस बीच, स्थानीय लोगों ने आज चौमूं पुलिस थाने के बाहर धरना दिया और राजेंद्र और ममता के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग की.राजेंद्र के 2 बेटे व 1 बेटी है.वे चौमूं में रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाते थे और घर पर कमाने वाले एकमात्र सदस्य थे.

सिख समुदाय का मजाक उड़ाने पर कामरान अकमल को हरभजन सिंह ने जमकर लगाई लताड़,पाकिस्तानी क्रिकेटर ने सिख समाज से मांगी माफी,जानें पूरा मामला

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने भारतीय गेंदबाज अर्शदीप के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है.कामरान अकमल ने टी20 विश्व कप के न्यूयॉर्क में भारत बनाम पाकिस्तान मैच के दौरान अर्शदीप के खिलाफ टिप्पणी की थी.जो सिख समुदाय के लिए अपमानजनक थी.इसके बारे में जैसे ही हरभजन सिंह को पता चला तो उन्होंने कामरान अकमल की खिंचाई कर दी और उनको कहा कि अपना गंदा मुंह बंद रखें और पहले जान लें कि सिख समाज ने उनके लिए क्या किया है.सोशल मीडिया पर आलोचना होता देख कामरान अकमल ने माफी मांगी है.

क्या है पूरा मामला ?

भारत के खिलाफ मैच में पाकिस्तान टीम को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 18 रनों की जरूरत थी. गेंदबाजी की जिम्मेदारी अर्शदीप ने संभाली थी.तभी कामरान अकमल ने एआरवाई न्यूज पर पैनल चर्चा के दौरान विवादास्पद टिप्पणी की.अकमल ने कहा-‘कुछ भी हो सकता है…देखिए लास्ट ओवर अर्शदीप को करना है.उसका वैसा रिदम नहीं लगा.आपको पता ही है 12 बज गए हैं. इसके बाद वह जोर से हंसते हुए नजर आते हैं.वहां मौजूद और भी लोग से ठहाका लगाते हैं.

हरभजन सिंह ने लगाई लताड़

कामरान अकमल के इस पर बयान पर हरभजन सिंह ने जमकर लताड़ लगाई.उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा-तुमको अपना गंदा मुंह खोलने से पहले सिखों का इतिहास उठाकर देख लेना चाहिए. हम सिखों ने आपकी माताओं और बहनों को बचाया था जब उन्हें आक्रमणकारियों ने अगवा किया था.समय उस समय 12 बजे का था.शर्म आनी चाहिए.कुछ तो अहसान मानों.आलोचना के बाद कामरान अकमल ने हरभजन सिंह और सिख समुदाय से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी.

कामरान अकमल ने मांगी माफी

कामरान अकमल ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा-‘कि मुझे अपनी हालिया टिप्पणियों पर गहरा खेद है और मैं हरभजन सिंह और सिख समुदाय से से माफी मांगता हूं. मेरे शब्द गलत और अपमानजनक थे.मैं सभी सिखों का सम्मान करता हूं. मेरा किसी को भी ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था, मैं माफी मांगता हूं.

Modi Cabinet 3.O : एस जयशंकर ने संभाला विदेश मंत्री का कार्यभार,बताया चीन और पाकिस्तान के लिए क्या है प्लान

नई दिल्ली, राजनयिक से नेता बने एस. जयशंकर ने मंगलवार को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभाला.जयशंकर ( 69) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उन वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें पिछली सरकार में संभाले गए मंत्रालयों की ही जिम्मेदारी दी गई है.राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमण सहित कई वरिष्ठ नेताओं को फिर से वही मंत्रालय सौंपा गया है, जो पिछली सरकार में उनके पास था,जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा, ”विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला.मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद.’

विदेश मंत्री के रूप में वर्ष 2019 से कार्यभार संभालने वाले जयशंकर ने वैश्विक मंच पर कई जटिल मुद्दों को लेकर भारत के रुख को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की अपनी क्षमता का आत्मविश्वास के साथ प्रदर्शन किया है.जयशंकर ने यूक्रेन में युद्ध के मद्देनजर रूस से कच्चे तेल की खरीद पर पश्चिमी देशों की आलोचना को निष्प्रभावी करने से लेकर चीन से निपटने के लिए एक दृढ़ नीति- दृष्टिकोण तैयार करने तक प्रधानमंत्री मोदी की पिछली सरकार में अच्छा काम करने वाले अग्रणी मंत्रियों में से एक के रूप में उभरे।

उन्हें विदेश नीति के मामलों को खासकर भारत की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान घरेलू पटल पर विमर्श के लिए लाने का श्रेय भी दिया जाता है.वर्तमान में जयशंकर गुजरात से राज्यसभा के सदस्य हैं.जयशंकर ने (2015-18) तक भारत के विदेश सचिव, अमेरिका में राजदूत (2013-15), चीन में (2009-2013) और चेक गणराज्य में राजदूत (2000-2004) के रूप में कार्य किया है.वह सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त (2007-2009) भी रहे.जयशंकर ने मॉस्को, कोलंबो, बुडापेस्ट और तोक्यो के दूतावासों के साथ-साथ विदेश मंत्रालय और राष्ट्रपति सचिवालय में अन्य राजनयिक पदों पर भी काम किया है.

चीन और पाकिस्तान से निपटने का बताया प्लान

अगले 5 वर्षों के लिए पाकिस्तान और चीन के साथ भारत के संबंधों पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा-“किसी भी देश में और विशेष रूप से लोकतंत्र में, किसी सरकार का लगातार 3 बार निर्वाचित होना बहुत बड़ी बात है.इसलिए दुनिया को यह जरूर महसूस होगा कि आज भारत में काफी राजनीतिक स्थिरता है.जहां तक ​​पाकिस्तान और चीन का सवाल है,उन देशों के साथ रिश्ते भी अलग हैं और वहां की समस्याएं भी अलग हैं सीमा मुद्दे और पाकिस्तान के साथ, हम वर्षों पुराने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे का समाधान ढूंढना चाहेंगे.’

Share Market Update : बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट,जानें Sensex और Nifty का ताजा हाल

मुंबई, घरेलू बाजारों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट आई. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सोमवार को शुरुआती कारोबार में अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे. बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 113.63 अंक गिरकर 76,376.45 अंक पर आ गया.एनएसई निफ्टी 29.6 अंक फिसलकर 23,229.60 अंक पर रहा.बाद में दोनों सूचकांकों में भारी उतार-चढ़ाव रहा और वे उच्च व निम्न स्तर के बीच कारोबार कर रहे थे.

इन कंपनियों के शेयर में नुकसान

सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जेएसडब्ल्यू स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयरों को सबसे अधिक नुकसान हुआ.

इन कंपनियों के शेयर में रही तेजी

लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और टाइटन के शेयरों में तेजी आई।

एशियाई बाजारों का हाल

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की फायदे में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग तथा चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा.

अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए.वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.44 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में सोमवार को लिवाल रहे और शुद्ध रूप से 2,572.38 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे थे.

Met Gala 2025: Bollywood Celebrities जिसने लूटी महफ़िल – शाहरुख, आलिया और भी कई सितारे ₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ