Saturday, July 12, 2025
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Ratan Tata ने जब जगुआर लैंड रोवर खरीद लिया था अपमान का बदला, जानें क्या है फोर्ड से बदले की कहानी

मुंबई, असफलता से सफलता की कहानी लिखना तो कोई रतन टाटा से सीखे. साल 1999 में टाटा समूह की बड़ी यात्री कार टाटा इंडिका से अपेक्षित लाभ न मिलने पर अपने पैसेंजर कार डिवीजन को फोर्ड मोटर्स को बेचने का फैसला करने के बाद, कंपनी के कुछ अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर अपमानित किए जाने से आहत रतन टाटा ने अपनी रणनीति बदली और न केवल सफलता हासिल की बल्कि 2008 में फोर्ड की जेएलआर को खरीद लिया.

जब टाटा मोटर्स को बेचने का लिया था फैसला

टाटा समूह की बड़ी यात्री कार टाटा इंडिका पेश किए जाने के एक वर्ष बाद भी अपेक्षित लाभ नहीं दे रही थी. हताश होकर रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा मोटर्स के शीर्ष अधिकारियों ने फोर्ड मोटर्स के पैसेंजर कार डिवीजन को प्रमुख अमेरिकी वाहन विनिर्माता को संभावित रूप से बेचने का अनुरोध स्वीकार कर लिया.कुछ लोगों ने टाटा को कारोबार बेचने की सलाह दी थी और फोर्ड के अधिकारी बातचीत करने के लिए बॉम्बे हाउस पहुंचे थे. टाटा मुख्यालय में हुई बैठक के दौरान अमेरिकी कंपनी ने कारोबार खरीदने में रुचि दिखाई.इसके बाद रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा के शीर्ष अधिकारी बैठक के लिए अमेरिका पहुंच गए, जो करीब तीन घंटे तक चली.बैठक में उपस्थित एक व्यक्ति के अनुसार, फोर्ड के अधिकारियों ने डेट्रॉयट की बैठक में आए भारतीयों को ”अपमानित” किया. फोर्ड के अधिकारियों ने अपने मेहमानों से कहा, ”आपको कुछ भी पता नहीं है, आपने यात्री कार खंड क्यों शुरू किया” और भारतीय कंपनी का कारोबार खरीदकर उस पर एहसान करने की बात कही. सौदा टूट गया.

फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड ने टाटा को कहा धन्यवाद

इस शर्मनाक अनुभव ने रतन टाटा को अपने लक्ष्यों पर और अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया.उन्होंने इकाई को न बेचने का फैसला किया. इसके बाद जो हुआ वह असफलता से सफलता की कहानी रचने की एक बेहतरीन मिसाल है. दल ने बैठक के तुरंत बाद भारत लौटने का फैसला किया, जिसे वहां मौजूद व्यक्ति ने अपमानजनक बताया. न्यूयॉर्क लौटते समय 90 मिनट की उड़ान में उदास रतन टाटा कुछ ही शब्द बोले. पूरे समय वह चुप से थे. समूह के पुराने सदस्य प्रवीण काडले ने कुछ वर्ष पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था,”यह 1999 की बात है और 2008 में फोर्ड की उसी JLR को हमने खरीद लिया. फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड ने टाटा को धन्यवाद देते हुए कहा था कि ‘जेएलआर खरीदकर आप हम पर बड़ा एहसान कर रहे हैं.”

2008 में टाटा ने खरीदी थी JLR

टाटा समूह ने 2008 में फोर्ड से 2.23 अरब अमेरिकी डॉलर के सौदे में सेडान और स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन बनाने वाले प्रतिष्ठित ब्रांड खरीद लिए थे.अधिग्रहण के बाद, टाटा समूह ने मोटर वाहन उद्योग में सबसे शानदार बदलावों में से एक की पटकथा लिखी है और ब्रिटिश ब्रांड को कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले वैश्विक कार बाजार में मजबूत इकाई के रूप में स्थापित करने में सफल रहा है.टाटा मोटर्स ने भले ही एक लंबा सफर तय किया है और भारत में बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, लेकिन अब भी वह जेएलआर से अपने राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अर्जित कर रहा है.

जगुआर लैंड रोवर ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि

इस बीच, जगुआर लैंड रोवर ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए गुरुवार को कहा कि उनके प्रेरणादायक नेतृत्व से ब्रिटिश ब्रांड को दुनिया भर में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने में मदद मिली.जेएलआर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एड्रियन मार्डेल ने बयान में कहा,”रतन टाटा के निधन से पूरा जेएलआर परिवार बेहद दुखी है. उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियां और विरासत समाज में बेमिसाल हैं. उन्होंने हमारे कारोबार और ब्रांड पर जो छाप छोड़ी है, वह किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में कहीं अधिक है.”उन्होंने कहा कि टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन ने ब्रिटिश वाहन विनिर्माता कंपनी के इतिहास में नये अध्याय लिखने की प्रेरणा दी है.

मार्डेल ने कहा, ‘‘ यह उनकी विलक्षण दूरदृष्टि ही थी कि टाटा ने 2008 में जेएलआर का अधिग्रहण किया और तब से लेकर अब तक हम जो कुछ भी हैं, वह उनके अटूट समर्थन तथा समर्पण से ही संभव हो पाया.बता दें कि टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा ने बुधवार रात 11.30 बजे दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. वह 86 वर्ष के थे.

Delhi में रावण दहन इस बार होगा खास, फिल्म ‘सिंघम अगेन’ की टीम अजय देवगन, करीना, रोहित शेट्टी होंगे शामिल। Singham Again

नई दिल्ली, फिल्म ‘सिंघम अगेन’ के सितारे अजय देवगन, करीना कपूर खान और फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी शनिवार को दशहरे के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी की प्रसिद्ध लव कुश रामलीला में रावण दहन करेंगे. दिल्ली स्थित लालकिले पर पिछले 50 साल से हर बार लव कुश रामलीला का आयोजन किया जाता है.

सिंघम अगेन की टीम होगी रावण दहन कार्यक्रम में शामिल

दिल्ली की लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने एक बयान में कहा,”बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में इस बार लव कुश रामलीला में हमने फिल्म ‘सिंघम अगेन’ के निर्देशक रोहित शेट्टी और इसके कलाकारों अजय देवगन और करीना कपूर खान को आमंत्रित किया है.उन्होंने हमारा निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे 12 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में रावण दहन करेंगे.”

सिंघम अगेन दिवाली पर होगी रिलीज

बता दें कि दिवाली के मौके पर रिलीज होने वाली फिल्म ‘सिंघम अगेन’ में रणवीर सिंह, अक्षय कुमार, दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ और अर्जुन कपूर भी हैं.मुंबई में सोमवार को फिल्म का ट्रेलर लॉन्च के मौके पर करीना ने कहा कि वह फिल्म में सीता का किरदार निभाकर सम्मानित महसूस कर रही हैं.फिल्म ‘सिंघम अगेन’ में रावण जैसा किरदार निभाने वाले अर्जुन कपूर ने इस फिल्म को ‘रामायण का आधुनिक संस्करण’ बताया.

Ratan Tata के सबसे अच्छे दोस्त शांतनु नायडू ने शेयर की भावुक पोस्ट, लिखा-‘दोस्ती का खालीपन भरने में….’, कैसे हुई थी दोस्ती ?

मुंबई, दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है.वहीं उनके लंबे समय से सहयोगी रहे और रतन टाटा के सबसे विश्वसनीय माने जाने वाले शांतनु नायडू ने भावुक पोस्ट की और उन्हें अपने जीवन की रोशनी बताया.नायडू को सुबह बाइक पर सवार होकर टाटा के घर से बाहर निकलते और उनके पार्थिव शरीर को ले जा रहे ट्रक के आगे चलते देखा गया.

नायडू ने रतन टाटा के लिए पोस्ट में लिखी ये बात

RNT कार्यालय में महाप्रबंधक नायडू ने तड़के एक पेशेवर नेटवर्किंग साइट पर लिखा, ”इस दोस्ती में जो था .इसने मेरे अंदर अब जो खालीपन ला दिया है, मैं सारा जीवन इसे भरने की कोशिश करूंगा.”नायडू ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें दोनों एक चार्टर्ड विमान में बैठे नजर आ रहे हैं. उन्होंने लिखा, ”दुःख प्यार के लिए चुकाई जाने वाली कीमत है.अलविदा, मेरी जीवन की रोशनी.”

कौन हैं शांतनु नायडू ?

शांतनु नायडू, रतन टाटा से लगभग 55 साल छोटे हैं लेकिन सबसे अच्छे दोस्त माने जाते हैं. दोनों के दोस्त बनने के पीछे भी एक दिलचस्प किस्सा है. शांतनु के साथ रतन टाटा का पारिवारिक रिश्ता नहीं था बल्कि शांतनु के काम से रतन टाटा बेहद प्रभावित हुए थे और खुद फोन कर बातचीत की थी. इसके बाद से ही दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोनों साथ मिलकर काम करने लगे. रिपोर्ट्स की मानें तो शांतनु रतन टाटा को बिजनेस आइडिया और टिप्स देते थे.शांतनु का जन्म 1993 में पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। वे एक बिजनेसमैन, इंजीनियर, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर समेत लेखक भी हैं.

कैसे हुई शांतनु नायडू और रतन टाटा की दोस्ती ?

शांतनु नायडू और रतन टाटा की दोस्ती साल 2014 में शुरू हुई.यह कुत्तों के प्रति आपसी प्रेम और चिंता ही थी जो रतन टाटा और नायडू को करीब ले आई.नायडू ने एक आवारा कुत्ते की मौत से परेशान होकर एक ‘रिफ्लेक्टिव कॉलर’ बनाया था जिससे वाहन चालक आवारा कुत्तों को जल्दी पहचान सकें.उन्होंने टाटा को इस बारे में पत्र लिखा.टाटा ने इस पर केवल स्वीकृति ही नहीं दी, बल्कि इससे कहीं अधिक किया.नायडू को इस उद्यम के लिए टाटा से निवेश और एक स्थायी बांड प्राप्त हुआ.इसके बाद नायडू अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए और वापस आने पर उन्हें RNT के कार्यालय में नौकरी मिल गई,जो टाटा संस के चेयरमैन के रूप में उनके कार्यकाल के बाद उद्योगपति का निजी कार्यालय था. टाटा के लिए कई मामलों का प्रबंधन करने की अपनी दैनिक नौकरी के अलावा, नायडू सामाजिक रूप से प्रासंगिक मंच स्थापित करते रहे.उनके उदार बॉस अक्सर इन विचारों का समर्थन करते थे, उनमें से एक था ‘गुडफेलो’ जो 2022 में शुरू की गई वरिष्ठ नागरिकों के लिए सदस्यता-आधारित साहचर्य सेवा है. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बावजूद रतन टाटा उस स्टार्टअप को पेश करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इसमें उन्होंने अज्ञात राशि का निवेश किया है.

Ratan Tata Death: केंद्र सरकार से रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग, महाराष्ट्र कैबिनेट ने प्रस्ताव किया पारित

मुंबई, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने दिवंगत टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है. इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार से रतन टाटा को उनकी उपलब्धियों के लिए भारत रत्न से सम्मानित करने का अनुरोध किया गया है.

महाराष्ट्र कैबिनेट ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि

दरअसल CM एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में दिग्गज उद्योगपति को श्रद्धांजलि दी गई. रतन टाटा का बुधवार रात को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान एक शोक प्रस्ताव पारित किया गया.मंत्रिमंडल ने केंद्र से दिवंगत उद्योगपति को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का अनुरोध करते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया. बता दें कि टाटा को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया जा चुका है.

प्रस्ताव में कही गई ये बात

प्रस्ताव में कहा गया है कि उद्यमिता समाज के विकास के लिए एक प्रभावी तरीका है और नये उद्योग-धंधे स्थापित करके देश को प्रगति और विकास के पथ पर ले जाया जा सकता है.इसके लिए देशप्रेम और समाज के उत्थान के लिए ईमानदार भावना की भी आवश्यकता है. हमने एक दूरदर्शी नेता को खो दिया जो देश और समाज के लिए प्रतिबद्ध थे. उद्योग के क्षेत्र में और समाज के उत्थान में टाटा की भूमिका अद्वितीय थी. उन्होंने उच्च नैतिकता, पारदर्शिता और अनुशासन के साथ स्वच्छ व्यवसाय प्रबंधन का पालन करते हुए सभी चुनौतियों का सामना किया.”उन्होंने वैश्विक मंच पर टाटा समूह और देश के लिए एक अलग पहचान बनाई.

‘उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा”

प्रस्ताव के मुताबिक, रतन टाटा को 26/11 के आतंकी हमलों के बाद उनके दृढ़ संकल्प और कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 1,500 करोड़ रुपये के योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने कोरोना वायरस से ग्रसित रोगियों के लिए टाटा समूह के सभी होटल खोल दिए थे.मंत्रिमंडल महाराष्ट्र के लोगों की ओर से टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करता है. हम दुख की इस घड़ी में टाटा समूह के साथ हैं.”

Ratan Tata Love Story: रतन टाटा ने 4 बार प्यार होने के बावजूद आखिर क्यों नहीं की शादी ? खुद बताई थी ये वजह

दुनिया के नामी उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का 9 अक्टूबर को 86 साल की उम्र में निधन हो गया. रतन टाटा सिर्फ एक सफल बिजनेसमैन ही नहीं थे, बल्कि उनका व्यक्तित्व उनको खास बनाता था. उन्होंने टाटा समूह को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई और बिजनेस के साथ ही उन्होंने सामाजिक जिम्मेदारियां भी बखूबी निभाई.पूरी दुनिया में उन्हें परोपकारी कार्यों के लिए जाना जाता था.ये बात सभी जानते हैं कि रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की. जबकि उन्हें 4 बार प्यार भी हुआ, आइए आपको बताते हैं वो वजह

रतन टाटा को 4 बार हुआ था प्यार

टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को 4 बार प्यार हुआ लेकिन उन्होंने कभी किसी से शादी नहीं की. रतन टाटा ने खुद ही बताया था कि जब मैं अमेरिका में काम कर रहा था तब मुझे प्यार हुआ था लेकिन हम केवल इसीलिए शादी नहीं कर पाए,क्यों कि मैं भारत वापस आ गया.”

भारत-चीन युद्ध के चलते नहीं हो सकी शादी

रतन टाटा जब भारत आए तो उन्हें उम्मीद थी कि उनका प्यार भी भारत आएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं.इसी दौरान 1962 में भारत-चीन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ था,जिसके चलते लड़की के परिवार ने उसे भारत भेजने से मना कर दिया.शादी नहीं हो पाई. इसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान टाटा ग्रुप पर लगाया और समूह की कंपनियों को आगे बढ़ाने पर काम किया. उनके नेतृत्व में ग्रुप का कारोबार तेजी से बढ़ा और दुनियाभर में उसको पहचान दिलाई.

Ratan टाटा ने सिमी ग्रेवाल को भी डेट किया था

सिमी ग्रेवाल ने साल 2011 में एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था. उन्होंने बताया था कि रतन टाटा और मैं रिलेशनशिप में थे. लेकिन कुछ वक्त बाद यह रिश्ता टूट गया. हालांकि ब्रेकअप के बाद भी दोनों हमेशा अच्छे दोस्त रहे.

रतन टाटा ने खुद किया था अकेलेपन का जिक्र

रतन टाटा ने बताया था कि उन्हें चार बार प्यार हुआ लेकिन किसी ना किसी वजह से वह उसे शादी के अंजाम तक नहीं पहुंचा सके. उन्होंने बताया था कि कई बार पत्नी या परिवार न होने के कारण अकेलापन महसूस होता है. कभी-कभी मैं इसके लिए तरसता हूं. और मैं कभी-कभी इस बात की आजादी का आनंद लेता हूं.

Ratan Tata Death News: ‘मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है ‘, रतन टाटा के निधन पर क्या बोले उद्योग जगत के दिग्गज

नई दिल्ली, उद्योगपति रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई. भारतीय उद्योगपतियों ने उनके निधन को टाटा समूह से परे सभी भारतीयों के लिए एक बड़ी क्षति बताया है. टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे.

मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है : मुकेश अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा,” यह भारत और भारतीय उद्योग के लिए बेहद दुखद है. रतन टाटा का निधन केवल टाटा समूह के लिए नहीं बल्कि हर एक भारतीय के लिए बड़ी क्षति है.उन्होंने कहा,”व्यक्तिगत तौर पर रतन टाटा के निधन से मुझे बेहद दुख पहुंचा है. मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है. उनके साथ मेरी हर एक मुलाकात ने मुझे प्रेरित किया है.रतन टाटा आप हमेशा मेरे दिल में रहेंगे.”

रतन टाटा ने टाटा समूह के बेहतरीन आदर्शों को मूर्त रूप दिया : आदित्य बिड़ला

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से भारत और भारतीय उद्योग जगत ने एक दूरदर्शी व्यक्तित्व को खो दिया. टाटा के निधन पर अपने शोक संदेश में बिड़ला ने कहा कि उनके फैसलों ने आर्थिक वृद्धि से परे लोगों के जीवन तथा उद्योगों को प्रभावित किया है. पिछले कई दशकों से मेरे परिवार और मेरी कई पीढ़ियों का टाटा के साथ करीबी संबंध रहा है. रतन टाटा ने टाटा समूह के बेहतरीन आदर्शों को मूर्त रूप दिया. उनके निर्णयों ने वित्तीय मापदंडों से कहीं आगे जाकर जीवन और उद्योगों को प्रभावित किया है. उनकी विरासत भारतीयों की भावी पीढ़ियों को ईमानदारी के साथ सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी. भारत और भारतीय उद्योग जगत ने एक सच्चे दूरदर्शी व्यक्तित्व को खो दिया है.”

टाटा ने अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित किया : संगीता रेड्डी

अपोलो हॉस्पिटल्स की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि टाटा ने अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित किया. उन्होंने कहा,” मैं उनके साथ हुई कुछ मुलाकातों को याद कर रही हूं और बेहद दुखी हूं.हर मुलाकात में उनकी बुद्धिमत्ता और दयालुता ने मुझे बहुत प्रभावित किया.”

उनका दृष्टिकोण प्रेरणादायक था : सुंदर पिचाई

गूगल और अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा,”रतन टाटा के साथ गूगल में मेरी आखिरी मुलाकात में हमने ‘वेमो’ की प्रगति के बारे में बात की और उनका दृष्टिकोण प्रेरणादायक था. वे एक असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए हैं और उन्होंने भारत में आधुनिक व्यावसायिक नेतृत्व को मार्गदर्शन और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.”

Up News: उत्तर प्रदेश के गोंडा में बड़ा हादसा टला, तकनीकी कारण से दो हिस्सों में बंट गई मालगाड़ी

गोंडा, उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक बड़ा हादसा होने से टल गया, जहां गोंडा-बुढ़वल रेलखंड पर एक मालगाड़ी तकनीकी समस्या के कारण 2 हिस्सों में बंट गई. जिसके कारण ट्रेन के कुछ डिब्बे पीछे छूट गए. ट्रेन चालक को जब इस सूचना मिली तो उसने मालगाड़ी को तुरंत रोक दिया. फिर रेल कर्मियों ने अलग हुई बोगियों को ट्रेन में जोड़ा तब जाकर ट्रेन को रवाना किया गया.

इंजन का होज पाइप खुलने से पीछे छूटे डिब्बे

रेलवे के क्षेत्रीय प्रबंधक गिरीश कुमार सिंह ने गुरुवार को यहां बताया कि मैजापुर और कर्नलगंज रेलवे स्टेशन के मध्य गेट संख्या 281 (बी) के पास बुधवार को आवारा मवेशी कट जाने से मालगाड़ी अप-बीसीएन के इंजन का होज पाइप खुल गया था.परिणाम स्वरूप ट्रेन के कुछ डिब्बे पीछे छूट गए.

गार्ड और गेट मैन ने कंट्रोल कमांड को दी सूचना

उन्होंने बताया कि पीछे छूटी बोगियों में गार्ड की बोगी भी शामिल थी. गार्ड और गेट मैन ने तत्काल इसकी सूचना कर्नलगंज रेलवे स्टेशन के साथ-साथ रेलवे कंट्रोल कमांड को दी। चालक ने आपातकालीन स्थिति में मालगाड़ी को तुरंत रोक दिया. सिंह ने बताया कि सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंचे रेलकर्मियों ने अलग हुई बोगियों को फिर से जोड़कर मालगाड़ी को रवाना किया.

Ratan Tata Death News: रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र में एक दिन का शोक, आज मुंबई के वर्ली में राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार

मुंबई, महाराष्ट्र सरकार ने उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्र ध्वज 10 अक्टूबर को शोक के प्रतीक के रूप में आधा झुका रहेगा.बयान में कहा गया है कि गुरुवार को कोई मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा.

मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ था निधन

टाटा समूह को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित समूह में बदलने का श्रेय रतन टाटा को जाता है. उनका बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वह कुछ समय से बीमार थे.देर रात करीब 2 बजे के बाद उनके पार्थिव शरीर को ब्रीच कैंडी अस्पताल से बाहर लाया गया और एंबुलेंस से दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थित उनके आवास पहुंचाया गया. टाटा के निधन की खबर के बाद अस्पताल पहुंचने वालों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर और उद्योगपति मुकेश अंबानी शामिल थे.

NCPA में पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.

टाटा का पार्थिव शरीर आज सुबह 10 बजे से दिन में 3.30 बजे तक दक्षिण मुंबई में नरीमन प्वाइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. दक्षिण क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अभिनव देशमुख ने कहा कि श्रद्धांजलि स्थल पर वाहनों की पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है इसलिए लोगों को अपने वाहन किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर छोड़कर आना होगा.उन्होंने NCPA आने वाले लोगों से अपने वाहनों के लिए पार्किंग की खुद व्यवस्था करने और सहयोग करने की अपील की.

कई गणमान्य विशिष्ट लोगों (वीआईपी) के आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की.टाटा का अंतिम संस्कार आज मुंबई के वर्ली इलाके में किया जाएगा.

Ratan Tata Death News: रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे अमित शाह, सीतारमण समेत इन केंद्रीय मंत्रियों ने जताया शोक

नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम संस्कार में गुरुवार को शामिल होंगे. सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से शाह रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. गृह मंत्री उद्योगपति के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई जाएंगे क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए लाओस जा रहे हैं.

पीएम मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी कारोबारी नेता और असाधारण व्यक्ति बताया था. मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘श्री रतन टाटाजी का सबसे अनूठा पहलू बड़े सपने देखना और दूसरों को कुछ देने के प्रति उनका जुनून था.वह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहे थे.’’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताया शोक

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज एवं टाटा ग्रुप के मानद अध्यक्ष के निधन पर गुरुवार को शोक जताया और कहा कि उन्होंने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है. सीतारमण ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘श्री रतन टाटा के निधन से दुःखी हूं. वह एक उत्कृष्ट नेता, दूरदर्शी उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति थे, जिनके योगदान ने हमारे समाज पर अमिट छाप छोड़ी है.” नवाचार, व्यवसाय में भी नैतिकता का पालन करने वाले और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति उनके गहरे संकल्प ने उद्योगों को बदल दिया और समुदायों के उत्थान का काम किया.उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके परिवार, मित्रों और उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिनके जीवन को उन्होंने संवारा। उनकी उल्लेखनीय विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.”

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जताया शोक

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ‘दूरदर्शी’ उद्योगपति एक सच्चे ‘राष्ट्रवादी’थे.गोयल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”सच्चे राष्ट्रवादी और दूरदर्शी उद्योगपति रतन टाटा जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं, जिन्होंने टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और अपनी असाधारण उपलब्धियों के माध्यम से भारत को अपार गौरव दिलाया.”

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जताया शोक

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें ‘‘देश का महान सपूत’’ बताया। गडकरी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘रतन टाटा के साथ मेरे तीन दशकों से घनिष्ठ पारिवारिक संबंध थे.’’

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