पंचकूला (हरियाणा), हरियाणा के सीएम होंगे नायब सिंह सैनी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया.अब 17 अक्टूबर को नायब सैनी दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल मौजूद रहेंगे.
#WATCH नायब सिंह सैनी हरियाणा भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए। कल 17 अक्टूबर को दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। pic.twitter.com/NGTBamBRLe
बता दें कि मार्च महीने में मनोहर लाल खट्टर की जगह हरियाणा के मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा थे.
हरियाणा चुनाव नतीजे 8 अक्टूबर को हुए थे घोषित
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए गए. राज्य में भाजपा ने तीसरी बार जीत हासिल की है. राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 48 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस ने 37 सीटें प्राप्त की हैं.
सैनी ने लिया शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा
बता दें कि इससे पहले कार्यवाहक सीएम नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को ग्राउंड का दौरा कर शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लिया. इस अवसर पर उनके साथ MLA कृष्ण बेदी, मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व सांसद संजय भाटिया भी मौजूद थे.
#WATCH पंचकूला, हरियाणा: भाजपा नेता अनिल विज ने कहा, "पार्टी मुझे चौकीदार बना देगी मैं वो काम भी पूरी निष्ठा के साथ करूंगा… अनिल विज है मेरा नाम।" pic.twitter.com/EC7zkEFBaa
मुंबई, NCP के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में बड़ा खुला हुआ है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि हमलावरों ने यहां कुर्ला इलाके में एक किराए के मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था.
यूट्यूब से वीडियो देखकर सीखा बंदूक चलाना
मामले में जांच कर रही मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पाया कि संदिग्ध हमलावर शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में विवाह समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ के दौरान बंदूक चलाना सीखा था. गौतम अभी फरार है.
4 सप्ताह वीडियो देखकर सीखा बंदूक में गोली भरना, निकालना
उन्होंने कहा कि कुर्ला में किराए के एक मकान में गौतम ने कश्यप और सिंह को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण दिया जहां उन्होंने बंदूक (गोलियों के बगैर) चलाने का अभ्यास किया. करीब 4 सप्ताह तक यूट्यूब से वीडियो देखकर बंदूक में गोली भरना और गोली निकालना सीखा क्योंकि उन्हें अभ्यास के लिए कोई खुली जगह नहीं मिल सकी थी.
मुंबई पुलिस के रडार पर था शुभम लोनकर
मामले में कथित सह-साजिशकर्ताओं में से एक शुभम लोनकर 24 सितंबर तक पुलिस की रडार पर था. अप्रैल में यहां सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की घटना के संबंध में लोनकर से जून में पूछताछ हुई थी क्योंकि इसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संलिप्तता का संदेह था.
अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था लोनकर
एक अधिकारी ने बताया कि शुभम लोनकर को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट थाने में दर्ज शस्त्र अधिनियम के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई थी. पुलिस ने उस मामले में 10 से ज्यादा हथियार बरामद किए थे. यह पता चला कि शुभम लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था. तब से उस पर पुलिस की नजर थी लेकिन 24 सितंबर के बाद उसका कुछ पता नहीं चल पाया .
इंस्टाग्राम और स्नैपचैट का इस्तेमाल करते थे आरोपी
जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी व्यक्ति एक दूसरे से संवाद के लिए ‘स्नैपचैट’ और ‘इंस्टाग्राम’ जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करते थे.उन्होंने बताया कि शुभम लोनकर को मोबाइल फोन ऐप की जानकारी थी.
अधिकारी ने बताया कि निगरानी से बचने के लिए उसने (सिद्दीकी की हत्या की) साजिश में शामिल सभी सदस्यों को ‘इंस्टाग्राम’ के जरिए बात करने और ‘स्नैपचैट’ के जरिए संदेश भेजने को कहा था. उन्होंने कहा कि ‘स्नैपचैट’ में एक सुविधा होती है जिसमें संदेश देख लिए जाने के बाद वे अपने आप ‘डिलीट’ हो जाते हैं या खत्म हो जाते हैं.
श्रीनगर, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला, 5 मंत्रियों को सुबह 11.30 बजे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
शपथ के दौरान ये दिग्गज नेता रहे मौजूद
उमर के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, प्रकाश करात, कनिमोई, महबूबा मुफ्ती जैसे नेता शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह से पहले उमर अब्दुल्ला ने नेकां के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पार्टी संस्थापक के स्मारक पर फूल चढ़ाए.
5 मंत्रियों ने भी ली शपथ
उमर अब्दुल्ला के साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की नई सरकार में 5 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इनमें सकीना इटू, जावेद राणा, सुरिंदर चौधरी, जावेद डार और सतीश शर्मा शामिल हैं. शपथ समारोह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में आयोजित किया गया.
#WATCH उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, AAP नेता संजय सिंह, CPI नेता डी राजा सहित… pic.twitter.com/3CoXSIWVsz
अहमदाबाद, मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की उड़ान में बम होने की सूचना के बाद विमान का मार्ग परिवर्तित कर उसे अहमदाबाद भेजा गया. एक अधिकारी बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान विमान में कुछ नहीं मिला और बम होने की सूचना गलत निकली.
सोशल मीडिया के माध्यम से मिली बम की धमकी
यहां सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार की रात को विमान ने जैसे ही मुंबई से उड़ान भरी, एक अज्ञात व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर विमान में बम रखे होने का दावा किया. विमान में करीब 200 यात्री और चालक दल के सदस्य थे. मुंबई एटीसी (हवाई यातायात नियंत्रक) द्वारा सूचित किए जाने के बाद पायलट ने विमान की अहमदाबाद एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग कराने का फैसला किया, जो दिल्ली जाने के मार्ग में सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है.
जांच में नहीं मिला कुछ संदिग्ध
अधिकारी ने कहा, ”आधी रात को यहां उतरने के बाद विमान की सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर गहन जांच की. विमान में करीब 200 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे. जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. सुरक्षाकर्मियों से हरी झंडी मिलने के बाद आज सुबह करीब 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी.”
कई विमानों में मिल चुकी बम होने की धमकी
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कई विमानों में बम होने की इसी तरह की धमकी भरी सूचनाएं मिल रही हैं. अब तक ये सूचनाएं जांच के बाद गलत साबित हुई हैं. सोमवार को मुंबई से उड़ान भरने वाली 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बम होने की धमकी मिली. न्यूयॉर्क जाने वाली एअर इंडिया की एक उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर उसे नई दिल्ली भेजा गया और उसकी यात्रा का समय बदल दिया गया, जबकि इंडिगो की दो अन्य उड़ानों में कई घंटों की देरी हुई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किसी भी विमान में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला.
एयर इंडिया की 6 फ्लाइट में मिली बम की धमकी
मंगलवार को बम की धमकी के कारण 211 यात्रियों के साथ दिल्ली से शिकागो जा रहे एअर इंडिया के एक विमान का मार्ग परिवर्तित कर उसे कनाडा उतारा गया था. एअर इंडिया की दिल्ली-शिकागो उड़ान के अलावा 6 अन्य भारतीय उड़ानों को मंगलवार को सोशल मीडिया हैंडल के जरिए बम की धमकी भरे संदेश मिले.
धमकी के बाद लड़ाकू विमान भेजकर कराई सुरक्षित लैंडिंग
सिंगापुर आर्म्ड फोर्सेस ने मंगलवार को एअर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान में बम की धमकी मिलने के बाद उसे आबादी वाले क्षेत्रों से दूर ले जाने के लिए 2 लड़ाकू विमानों को भेजा, जिसके बाद विमान को सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से उतार लिया गया. मदुरै से सिंगापुर जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान संख्या आईएक्स 684 में बम होने की धमकी मिली थी.
वाशिंगटन, अमेरिका ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारत पिछले साल 1 सिख अलगाववादी की हत्या के मामले में कनाडा की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”कनाडा के मामले की बात करें तो हमने स्पष्ट कर दिया है कि आरोप बेहद गंभीर हैं और उन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए. हम चाहते थे कि भारत सरकार कनाडा के साथ जांच में सहयोग करे. जाहिर है, उन्होंने वह रास्ता नहीं चुना है.”
ट्रूडो ने भारत पर लगाया है ये आरोप
बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 1 दिन पहले आरोप लगाया था कि पिछले साल जून में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के अधिकारी शामिल थे. ट्रूडो ने आरोप लगाया, ”देश के राष्ट्रीय पुलिस बल रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के पास स्पष्ट और पुख्ता सबूत हैं कि भारत सरकार के एजेंट ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और अब भी शामिल हैं जो सार्वजनिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हैं. इसमें गुप्त सूचना एकत्र करने की तकनीकें, दक्षिण एशियाई कनाडाई लोगों को निशाना बनाने वाला बलपूर्वक व्यवहार और हत्या सहित एक दर्जन से अधिक धमकी भरे और हिंसक कृत्यों में शामिल होना शामिल है. यह अस्वीकार्य है.”
भारत को बदनाम करने की एक रणनीति है : विदेश मंत्रालय
इन आरोपों को खारिज करते हुए भारत ने न केवल कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया, बल्कि नई दिल्ली से उसके 6 राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, ”सितंबर 2023 में प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा कुछ आरोप लगाए जाने के बाद से कनाडा सरकार ने हमारी ओर से कई अनुरोधों के बावजूद भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है. यह हालिया कदम उन बातचीत के बाद उठाया गया है जिसमें फिर से बिना किसी तथ्य के दावे किए गए हैं. इससे इस बात में कोई संदेह नहीं रह जाता कि यह जांच के बहाने राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की एक रणनीति है.’’
”ट्रूडो का भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण रुख”
विदेश मंत्रालय ने कहा, ”प्रधानमंत्री ट्रूडो का भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण रुख लंबे समय से देखने को मिल रहा है. ट्रूडो ने 2018 में भारत की यात्रा की थी जिसका मकसद वोट बैंक को साधना था, लेकिन यह यात्रा उन्हें असहज करने वाली साबित हुई. उनके मंत्रिमंडल में ऐसे व्यक्ति शामिल हैं, जो भारत को लेकर चरमपंथी और अलगाववादी एजेंडे से खुले तौर पर जुड़े हुए हैं. दिसंबर 2020 में भारत की आंतरिक राजनीति में उनका स्पष्ट हस्तक्षेप दिखाता है कि वह इस संबंध में कहां तक जाना चाहते थे.”
भारत ने आरोपों को किया खारिज
मंत्रालय ने कहा, ”उनकी सरकार एक राजनीतिक दल पर निर्भर थी, जिसके नेता भारत के खिलाफ खुलेआम अलगाववादी विचारधारा का समर्थन करते हैं जिससे मामला और बिगड़ गया. कनाडा की राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप को नजरअंदाज करने के लिए आलोचना झेल रही उनकी सरकार ने नुकसान को कम करने के प्रयास में जानबूझकर भारत को शामिल किया है. भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाने वाला यह ताजा घटनाक्रम अब उसी दिशा में अगला कदम है। यह कोई संयोग नहीं है कि यह उस समय हुआ है जब प्रधानमंत्री ट्रूडो को विदेशी हस्तक्षेप पर एक आयोग के समक्ष गवाही देनी है. यह भारत विरोधी अलगाववादी एजेंडे को भी बढ़ावा देता है जिसे ट्रूडो सरकार ने संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए लगातार बढ़ावा दिया है.’’
भारत ने कहा कि ट्रूडो सरकार ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों और समुदाय के नेताओं को परेशान करने, धमकाने और भयभीत करने के इरादे से जानबूझकर हिंसक चरमपंथियों और आतंकवादियों को अपने यहां आश्रय दिया है. मंत्रालय ने कहा, ”इसमें राजनयिकों और भारतीय नेताओं को जान से मारने की धमकियां देना भी शामिल है. इन सभी गतिविधियों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर उचित ठहराया गया है. कनाडा में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले कुछ व्यक्तियों को नागरिकता देने के लिए तेजी से काम किया गया. कनाडा में रहने वाले आतंकवादियों और संगठित अपराध के नेताओं के संबंध में भारत सरकार की ओर से कई प्रत्यर्पण अनुरोधों की अनदेखी की गई है.”
हालांकि, अमेरिका ने भारत-कनाडा कूटनीतिक विवाद पर टिप्पणी करने से परहेज किया. मिलर ने कहा, ”मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. लेकिन जैसा कि हमने पहले कहा है, ये गंभीर आरोप हैं. और हम चाहते हैं कि भारत इन्हें गंभीरता से ले तथा कनाडा की जांच में सहयोग करे.लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना है.’’
नई दिल्ली, अभिनेत्री रश्मिका मंदाना को मंगलवार को भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) का राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया. I4C भारत में साइबर अपराध से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक पहल है. बता दें कि अपने दमदार अभिनय से पहचान बनाने वाली रश्मिका साल की शुरुआत में तब सुर्खियों में आई थीं, जब सोशल मीडिया पर उनका एक ‘डीप फेक’ वीडियो बड़े पैमाने पर वायरल हुआ था.
रश्मिका मंदाना ने कही ये बात
साइबर अपराध का दंश झेल चुकी रश्मिका ने कहा,”हमारी ऑनलाइन दुनिया की रक्षा करने के लिए कड़े उपाय करने का समय आ गया है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “आइए हम सब मिलकर खुद के लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित साइबर स्पेस बनाएं। मैं आई4सी की ब्रांड एंबेसडर के रूप में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों को साइबर अपराधों से बचाना चाहती हूं. मुझे और भारत सरकार को आपकी मदद करने दीजिए।”
Excited to onboard the pan-India star @iamRashmika as I4C's National Brand Ambassador. We are joining forces to fortify India's digital landscape, we'll tackle cybercrimes head-on. Always remember,
इंस्टाग्राम पर रश्मिका को 4.42 करोड़, जबकि ‘एक्स’ पर 49 लाख लोग फॉलो करते हैं.अभिनेत्री ने लोगों से 1930 पर कॉल करके या वेबसाइट पर जाकर साइबर अपराधों की शिकायत करने की अपील की.‘एक्स’ पर गृह मंत्रालय के साइबर सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जागरूकता हैंडल ‘साइबर दोस्त’ पर रश्मिका का I4C की राष्ट्रीय ब्रांड एंबेस्डर के रूप में स्वागत किया गया.
साइबर दोस्त पर पोस्ट में कही ये बात
‘साइबर दोस्त’ पर जारी एक पोस्ट में कहा गया, “पूरे भारत में लोकप्रिय रश्मिका मंदाना को आई4सी की राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करके खुशी हो रही है. हम भारत के डिजिटल परिदृश्य को मजबूत करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.हम साइबर अपराधों का डटकर मुकाबला करेंगे.”
राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक 13 नवंबर को वोटिंग होगी, वहीं 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी. राजस्थान में झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर चौरासी, सलूंबर,रामगढ़ सीटों पर वोटिंग होगी. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का ऐलान किया है.
5 सीटें विधायकों के सांसद बनने से हुई खाली
राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव होने हैं.इनमें से 5 सीटें विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई हैं. वहीं 2 सीटें विधायकों के निधन के चलते खाली हुई हैं.अब उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश में चुनावी हलचल तेज हो गई हैं.
झुंझुनूं विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता बृजेंद्र ओला के सांसद बनने से खाली हुई है. अब इस सीट पर उपचुनाव होना है.
दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता मुरारी लाल मीणा के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है.इस पर उपचुनाव होना है.
देवली-उनियारा सीट पर हरीश मीणा के टोंक-सवाई माधोपुर सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है.इस पर भी उपचुनाव होना है.
खींवसर विधानसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल के नागौर सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई है. इस पर भी होगा उपचुनाव
चौरासी विधानसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी (BTP) के नेता राजकुमार रोत के बांसवाड़ा सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई है.इस पर उपचुनाव होगा.
सलूंबर विधानसभा सीट पर बीजेपी नेता अमृतलाल मीणा की मौत के कारण खाली हुई है. अब इस पर उपचुनाव होना है.
रामगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक जुबैर खान के निधन के बाद खाली हुई है. इस पर भी उपचुनाव होना है.
मुंबई, दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बिकवाली और सितंबर में खुदरा मुद्रास्फीति के 9 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद स्थानीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 153 अंक और निफ्टी 70 अंक के नुकसान में रहा. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स अपनी शुरुआती बढ़त को गंवाते हुए 152.93 अंक यानी 0.19 प्रतिशत गिरकर 81,820.12 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 337.48 अंक गिरकर 81,635.57 के निचले स्तर पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 70.60 अंक यानी 0.28 प्रतिशत गिरकर 25,057.35 पर बंद हुआ.
इन कंपनियों के शेयर में गिरावट
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, कोटक महिंद्रा बैंक और मारुति सुजुकी के शेयरों में गिरावट रही.देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का जुलाई-सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 5 प्रतिशत गिरा है. इस नतीजे का असर कंपनी के शेयरों के प्रदर्शन पर पड़ा और इसमें बिकवाली देखी गई.
इन कंपनियों के शेयर में रही बढ़त
दूसरी तरफ आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, अदाणी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एचसीएल टेक का जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 10.51 प्रतिशत बढ़कर 4,235 करोड़ रुपये हो गया है। इससे कंपनी के शेयरों में तेजी का रुख रहा.
एशियाई और यूरोपीय बाजारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की सकारात्मक क्षेत्र में रहे जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोपीय बाजार मिलेजुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे. सोमवार को अमेरिकी बाजार बढ़त पर बंद हुए.वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 4.71 प्रतिशत गिरकर 73.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 3,731.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,278.09 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 591.69 अंक उछलकर 81,973.05 और एनएसई निफ्टी 163.70 अंक चढ़कर 25,127.95 पर पहुंच गया था.
Maharashtra Jharkhand Election Dates : चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, “महाराष्ट्र में चुनाव 1 चरण में 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी.वहीं झारखंड में चुनाव 2 चरण में संपन्न होगा.पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा. मतगणना 23 नवंबर को होगी.”
Schedule for General Election to Legislative Assembly of #Jharkhand to be held in two phases.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, “झारखंड में चुनाव 2 चरण में संपन्न होगा. पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को और दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होगा.मतगणना 23 नवंबर को होगी.”
#WATCH दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, "झारखंड में चुनाव दो चरण में संपन्न होगा। पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को और दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी।" #JharkhandElection2024pic.twitter.com/UITm5733HV
झारखंड में साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन ने राज्य की 81 में से 47 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था. इसके बाद हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने.इस चुनाव में भाजपा 25 सीट पर सिमट गई थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भी चुनाव हार गए थे.
झारखंड के इन राजनीतिक घटनाक्रम ने ध्यान किया आकर्षित
पिछले पांच सालों में झारखंड में महाराष्ट्र की तरह कोई बहुत बड़ा राजनीतिक उलटफेर तो नहीं हुआ लेकिन इस दौरान झामुमो में घटे कुछ राजनीतिक घटनाक्रमों ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया. मुख्यमंत्री सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में जनवरी 2024 में गिरफ़्तार कर लिया गया। सोरेन ने गिरफ्तारी से पूर्व मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और नए मुख्यमंत्री के रूप में झामुमो संस्थापक शिबू सोरेन के करीबी सिपहसालार चम्पई सोरेन की ताजपोशी हुई.
हालांकि, जून महीने में हेमंत सोरेन के जमानत पर रिहा होने के बाद चम्पई सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा और एक बार फिर राज्य की कमान हेमंत सोरेन के हाथों में आई गई.इस घटनाक्रम के कुछ दिनों बाद चम्पई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए.
महाराष्ट्र में 1 चरण में होंगे चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, “महाराष्ट्र में चुनाव 1 चरण में संपन्न होगा. चुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी.”
#WATCH दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, "महाराष्ट्र में चुनाव एक चरण में संपन्न होगा। चुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।" pic.twitter.com/YuH27bLRiL
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को हो रहा समाप्त
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. महाराष्ट्र में फिलहाल महायुति गठबंधन की सरकार है, जिसके मुखिया शिवसेना के एकनाथ शिंदे हैं. इस सत्ताधारी गठबंधन में शिवसेना के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है. दूसरी तरफ, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) है. इसमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और वरिष्ठ नेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल है.
लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग के अनुसार 47 विधानसभा क्षेत्रों और 1 संसदीय क्षेत्र (वायनाड) के लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे.उत्तराखंड में 1 विधानसभा क्षेत्र के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे. वहीं महाराष्ट्र में 1 संसदीय क्षेत्र (नांदेड़) के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे.मतगणना 23 नवंबर को होगी.
Schedule for Bye Elections to 48 ACs and 2 PCs across 15 States.
राजस्थान की 7 विधानसभा सीट दौसा, देवली उनियारा, चौरासी, खींवसर, झुंझुनूं, सलूंबर और रामगढ़ सीट पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे वहीं मतगणना 23 नवंबर को होगी.
नई दिल्ली, भारत ने मंगलवार को अमेरिका के साथ एक बड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत विदेशी सैन्य बिक्री मार्ग के माध्यम से अमेरिकी रक्षा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ‘जनरल एटॉमिक्स’ से लंबी अवधि के 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदे जाएंगे.अधिकारियों ने बताया कि इसकी लागत करीब 4 अरब डॉलर होगी.इसका उद्देश्य चीन के साथ विवादित सीमाओं पर भारतीय सेना की युद्धक क्षमता को बढ़ाना है.
ड्रोन खरीद के समझौते को दिया गया अंतिम रूप
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में भारत के शीर्ष रक्षा और रणनीतिक अधिकारियों की मौजूदगी में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि का प्रतीक है. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से महज कुछ सप्ताह पहले ड्रोन खरीद के इस समझौते को अंतिम रूप दिया गया है. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने एमक्यू-9बी ‘हंटर किलर’ ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी.इस बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ‘जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉरपोरेशन’ के मुख्य कार्यकारी विवेक लाल भी समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान उपस्थित थे.
एमक्यू-9बी प्रीडेटर सशस्त्र ड्रोन खरीद की दी थी मंजूरी
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन की खरीद पर लगभग 4 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत का अनुमान है. भारत विशेष रूप से चीन के साथ विवादित सीमा पर मुख्य रूप से सशस्त्र बलों की निगरानी व्यवस्था को बढ़ाने के लिए ड्रोन खरीद रहा है. पिछले साल जून में रक्षा मंत्रालय ने सरकार-से-सरकार ढांचे के तहत अमेरिका से एमक्यू-9बी प्रीडेटर सशस्त्र ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी.
एमक्यू-9बी ड्रोन की क्या है खूबी ?
एमक्यू-9बी ड्रोन एमक्यू-9 ‘‘रीपर’’ का एक प्रकार है, जिसका उपयोग हेलफायर मिसाइल के संशोधित संस्करण को दागने के लिए किया गया था. जुलाई 2022 में काबुल के मध्य में इसके हमले में अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी मारा गया था. इसके तहत भारतीय नौसेना को 15 ‘सी गार्डियन ड्रोन’ मिलेंगे जबकि भारतीय वायु सेना और सेना को 8-8 ‘स्काई गार्डियन ड्रोन’मिलेंगे. अत्यंत ऊंचाई में काम करने में योग्य ये ड्रोन 35 घंटे से अधिक समय तक हवा में रहने में सक्षम हैं और चार हेलफायर मिसाइलें और लगभग 450 किलोग्राम बम ले जाने की क्षमता रखते हैं.‘सी गार्डियन ड्रोन’इसलिए खरीदे जा रहे हैं क्योंकि वे समुद्री निगरानी, पनडुब्बी रोधी युद्ध और सीमा पार लक्ष्य साधने सहित कई तरह की भूमिकाएं निभा सकते हैं.