नई दिल्ली- राज्यसभा में शुक्रवार को सभापति जगदीप धनखड़ तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन के व्यवहार से नाराज हो गये और उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
सांसद के बीच में बोलने से सभापति हुए नाराज
दरअसल मणिपुर पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत विपक्ष के 47 सांसदों ने नोटिस दिया था। विपक्षी सांसद मांग कर रहे थे कि सूचीबद्ध मुद्दों को निलंबित कर मणिपुर पर चर्चा की जाए। इस पर सभापति धनखड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि उच्च सदन में सांसदों के व्यवहार को दुनिया देखती है।
सभापति ने सदन को बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत 47 नोटिस मिले हैं। ये सभी नोटिस मणिपुर हिंसा से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा से संबंधित नोटिस स्वीकार किये जा चुके हैं और सरकार इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को सदन के नियमों और परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए। पूरा देश उनको देख रहा है और सदस्य एक ही विषय पर बार-बार नोटिस दिए जा रहे हैं। सभापति जब बोल रहे थे, तभी TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मणिपुर पर चर्चा की मांग की। इससे सभापति धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने TMC सांसद से बात सुनने को कहा।
टीएमसी सांसद पर बरसे सभापति
सभापति के इतना कहने पर टीएमसी सांसद भड़क गए और उन्होंने बोलना शुरू कर दिया। टीएमसी सांसद तेज आवाज में जब अपनी बात रखने लगे तो सभापति ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि ‘यह आपकी आदत बन गई है कि इस तरह हंगामा करते हैं। आपको आसन का सम्मान करना चाहिए।’ जिस पर टीएमसी सांसद ने मेज पर हाथ मारते हुए तेज आवाज में कहा कि ‘मुझे भी नियम पता हैं।’ इस पर सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने टीएमसी सांसद के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह से सदन की कार्यवाही नहीं चल सकती। इसके बाद सभापति आसन से खड़े हो गए और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा की कार्यवाही अब सोमवार को शुरू होगी। शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा।