Sunday, November 24, 2024
Homeकौन बनेगा विश्व विजेता?श्रीलंका को 302 रन से रौंदकर भारत शान से पहुंचा सेमीफाइनल में

श्रीलंका को 302 रन से रौंदकर भारत शान से पहुंचा सेमीफाइनल में

  • मुंबई। भारत के बल्लेबाजों ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर ढेरों रन बटोरे तो गेंदबाजों ने भी कहर बरपाया जिससे मेजबान टीम ने गुरुवार को यहां आईसीसी विश्व कप मुकाबले में श्रीलंका को 302 रन से रौंदकर लगातार सातवीं जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह पक्की की। यह रनों के लिहाज से विश्व कप की दूसरी सबसे बड़ी और भारत की विश्व कप इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। श्रीलंका का यह स्कोर उसका संयुक्त रूप से तीसरा न्यूनतम और विश्व कप का चौथा न्यूनतम स्कोर है।

भारत के 358 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की टीम मोहम्मद शमी (18 रन पर पांच विकेट) के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और मोहम्मद सिराज (16 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 19.4 ओवर में 55 रन पर ढेर हो गई। जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटकाया। श्रीलंका की ओर कासुन रजिता (14), महीश तीक्षणा (नाबाद 12) और एंजेलो मैथ्यूज (12) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए। तीक्षणा और रजिता ने नौवें विकेट के लिए 20 रन जोड़े जो पारी की सबसे बड़ी साझेदारी रही। श्रीलंका के पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए।

श्रीलंका को 17 सितंबर 2023 को एशिया कप के फाइनल में 50 रन पर ढेर करने के 45 दिन बाद भारत इस साल तीसरी बार इस टीम को 100 रन के आंकड़े को भी नहीं छूने दिया। भारत ने इसी साल जनवरी में तिरूवनंतपुरम में भी श्रीलंका को 73 रन पर आउट किया था।

इस जीत से भारत सात मैच में सात जीत से 14 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गया। श्रीलंका के सात मैच से सिर्फ चार अंक हैं और वह सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है।

भारत ने इससे पहले शुभमन गिल (92 रन, 92 गेंद, 11 चौके, दो छक्के), विराट कोहली (88 रन, 94 गेंद, 11 चौके) और श्रेयस अय्यर (82 रन, 56 गेंद, छह छक्के, तीन चौके) के अर्धशतक से आठ विकेट पर 357 रन बनाए। गिल और कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 189 रन की साझेदारी भी की।

श्रीलंका की ओर से दिलशान मदुशंका सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 80 रन देकर करियर में पहली बार पांच विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम ने तीन रन तक ही चार विकेट गंवा दिए।

बुमराह ने मैच की पहली ही गेंद पर पाथुम निसांका (00) को पगबाधा किया जबकि सिराज ने अगले ओवर की पहली गेंद पर दूसरे सलामी बल्लेबाज दिमुथ करूणारत्ने (00) को पगबाधा करने के बाद पांचवीं गेंद पर सदीरा समरविक्रम (00) को स्लिप में अय्यर के हाथों कैच कराया। कप्तान कुसाल मेंडिस (01) ने टीम की ओर से बल्ले से पहला रन बनाया लेकिन सिराज ने अपने अगले ओवर में उन्हें भी बोल्ड कर दिया।

शमी ने पारी के 10वें ओवर में लगातार गेंदों पर चरिथ असलंका (01) और दुशान हेमंता (00) को आउट करके श्रीलंका का स्कोर छह विकेट पर 14 रन किया। असलंका ने बैकवर्ड प्वाइंट पर जडेजा को कैच थमाया जबकि हेमंता विकेटकीपर लोकेश राहुल को कैच देकर पवेलियन लौटे।

शमी ने दुष्मंता चमीरा को भी राहुल के हाथों कैच हराया। वह खाता भी नहीं खोल पाए। शमी ने अपने अगले ओवर में एंजेलो मैथ्यूज (12) को बोल्ड करके श्रीलंका को आठवां झटका दिया। तीक्षणा और रजिता ने श्रीलंका को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, विश्व कप और उसके स्वयं के न्यूनतम स्कोर पर आउट होने से बचाया जो क्रमश: 35, 36 और 43 रन है। शमी ने रजिता को स्लिप में गिल के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। रविंद्र जडेजा ने मदुशंका (05) को अय्यर के हाथों कैच कराके भारत की जीत सुनिश्चित की।

इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे भारत ने मैच की दूसरी ही गेंद पर कप्तान रोहित शर्मा (04) का विकेट गंवा दिया। रोहित ने मदुशंका की पहली गेंद पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर बोल्ड हो गए।

श्रीलंका के गेंदबाजों को इसके बाद अगली सफलता के लिए 29 ओवर से अधिक का इंतजार करना पड़ा। कोहली ने मदुशंका पर चौके से खाता खोला जबकि गिल ने भी इस तेज गेंदबाज पर लगातार दो चौके मारे।

कोहली 10 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब छठे ओवर में दुष्मंता चमीरा (71 रन पर एक विकेट) ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच टपका दिया।

भारत ने पहले पावर प्ले के 10 ओवर में एक विकेट पर 60 रन बनाए। कोहली ने दुशान हेमंता की गेंद पर दो रन के साथ 50 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि गिल ने भी इस लेग स्पिनर पर चौके के साथ 55 गेंद में 50 रन के आंकड़े को पार किया।

गिल ने चमीरा पर पारी का पहला छक्का जड़ने के बाद हेमंता की गेंद को भी दर्शकों के बीच पहुंचाया।

गिल मदुशंका पर चौके के साथ 90 रन तक पहुंचे लेकिन इसी ओवर में थर्ड मैन पर शॉट खेलने की कोशिश में विकेटकीपर कुसाल मेंडिस को कैच दे बैठे।

मदुशंका ने अपने अगले ओवर में धीमी गेंद पर कोहली को भी शॉर्ट कवर पर पाथुम निसांका के हाथों कैच कराके भारत को दोहरा झटका दिया। कोहली हालांकि अपनी इस पारी के दौरान एक कैलेंडर वर्ष में रिकॉर्ड आठवीं बार एक हजार रन के आंकड़े को पार करने में सफल रहे। उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा जिन्होंने सात बार यह कारनामा किया था।

अय्यर शुरुआत से ही काफी अच्छी लय में दिखे। उन्होंने कासुन रजिता पर दो जबकि हेमंता पर एक छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए। रजिता पर उनका दूसरा छक्का 106 मीटर के साथ मौजूदा विश्व कप का सबसे लंबा छक्का रहा।

लोकेश राहुल 19 गेंद में 21 रन बनाकर चमीरा की गेंद पर हेमंता को कैच दे बैठे जबकि मदुशंका ने सूर्यकुमार यादव (12) को विकेटकीपर मेंडिस के हाथों कैच कराके भारत को पांचवां झटका दिया। अय्यर ने महीश तीक्षणा पर चौके के साथ सिर्फ 36 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। भारत के 300 रन 45वें ओवर में पूरे हुए।

अय्यर ने 48वें ओवर में मदुशंका पर लगातार दो छक्के मारे लेकिन अगली गेंद को हवा में लहराकर तीक्षणा को कैच दे बैठे जिससे रविंद्र जडेजा (24 गेंद में 35 रन) के साथ उनकी छठे विकेट की 36 गेंद में 57 रन की साझेदारी का अंत हुआ।

जडेजा ने पारी की अंतिम गेंद पर रन आउट होने से पहले चमीरा पर छक्का जड़ा।

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