Friday, October 3, 2025
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Zubin Garg Death Case : असम की एक अदालत ने बैंड के दो सदस्यों को पुलिस रिमांड पर भेजा, CID कर रही है पूछताछ

Zubin Garg Death Case : गुवाहाटी। असम की एक अदालत ने गायक-संगीतकार जुबिन गर्ग की मौत के मामले में शुक्रवार को उनके बैंड के सदस्यों शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्थानीय अदालत ने दोनों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। उन्होंने कहा, गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है। मैं इस समय इससे ज़्यादा कुछ नहीं बता सकता।

गोस्वामी और महंत को कई दिन तक पूछताछ करने के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों सिंगापुर में उस जहाज पर मौजूद थे, जहां 19 सितंबर को समुद्र में तैरते समय गर्ग की मौत हो गई थी। पुलिस ने पहले ही गर्ग के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए हैं, जिन्हें बुधवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था।

जुबीन गर्ग की मौत का खुला राज

भारतीय गायक जुबीन गर्ग की पिछले महीने सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मौत हुई थी न कि स्कूबा डाइविंग के दौरान, जैसा कि पहले मीडिया में आयी खबरों में कहा गया था। ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ अखबार की एक खबर के मुताबिक, सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) ने कहा कि उन्होंने भारत के उच्चायोग को गर्ग की मौत से संबंधित प्रारंभिक निष्कर्षों के साथ-साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट की एक प्रति सौंप दी है। एसपीएफ ने पहले 52 वर्षीय गर्ग की मौत में किसी तरह की आपराधिक साजिश की संभावना से इनकार किया था। अखबार ने यहां लिमन लॉ कॉरपोरेशन के सहायक निदेशक एन. काई लिंग के हवाले से कहा, जुबीन गर्ग के मामले में एक कोरोनर की जांच संभवतः डूबने से पहले के घटनाक्रमों को स्पष्ट कर सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोनर की जांच से मृतक की पहचान की जा सकती है और साथ ही यह भी पता चल सकता है कि मौत कब, कैसे और कहां हुई। कोरोनर एक न्यायिक अधिकारी होता है, जिसका काम किसी व्यक्ति की मृत्यु के कारणों और परिस्थितियों की आधिकारिक जांच करना होता है।

सिंगापुर के दैनिक अखबार के अनुसार, सहायक निदेशक ने यह भी कहा कि ‘‘आपराधिक साजिश’’ (फाउल प्ले) शब्द की कोई वैधानिक परिभाषा नहीं है, लेकिन एसपीएफ का प्रारंभिक बयान यह दर्शाता है कि उन्हें संदेह नहीं है कि गर्ग की हत्या की गई थी या उनकी मौत किसी आपराधिक हिंसा के कारण हुई थी। पुलिस ने गर्ग को 19 सितंबर को सेंट जॉन्स द्वीप से अस्पताल में भर्ती कराया। उन्हें बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया था और सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसी दिन उनकी मौत हो गई।

जुबीन गर्ग को पानी में कूदते हुए देखा गया

मीडिया में पहले आयी खबरों के अनुसार, मशहूर गायक 19 सितंबर को एक अज्ञात यॉट पर कई लोगों के साथ थे, जब यह हादसा हुआ।सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर 20 सितंबर को पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्हें लाइफ जैकेट पहनकर तैरने के लिए पानी में कूदते हुए देखा गया। लेकिन मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, उसी वीडियो को पोस्ट करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि कुछ ही मिनटों बाद गर्ग ने अपना लाइफ जैकेट उतार दिया और दोबारा समुद्र में कूद पड़े। एसपीएफ ने सिंगापुर में आम लोगों को सलाह दी थी कि वे गर्ग की मौत से जुड़े किसी भी वीडियो या तस्वीर को साझा न करें।

मीडिया में आयी कई खबरों के अनुसार, सिंगापुर के एक अस्पताल द्वारा जारी गर्ग के मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण डूबना बताया गया है। गर्ग सिंगापुर में भारत-सिंगापुर कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ और भारत-आसियान पर्यटन वर्ष, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल मनाने के लिए गए थे। यह भव्य आयोजन 19 से 21 सितंबर तक होना था। हालांकि, असम और पूरे भारत में लाखों लोगों के बीच लोकप्रिय इस गायक की मौत के कारण सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। इस बीच, असम पुलिस ने बताया कि गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और महोत्सव के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंता को बुधवार को दिल्ली से गायक की मौत के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, दोनों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत गैर इरादतन हत्या, आपराधिक साजिश और लापरवाही से मौत के आरोप लगाए गए हैं।

Mukesh Kumar
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