नई दिल्ली। बुधवार को महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पारित हो गया है. इस बिल पर 8 घंटे तक बहस चली. बहन के दौरान पक्ष और विपक्ष के सांसदो ने अपना वक्तव्य रखा. महिला आरक्षण बिल के पक्ष में 454 वोट पड़े . वहीं दो सांसदो ने महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोट डाले. संसद में विशेष सत्र की तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान इस बिल का पास किया गया. इस विशेष सत्र के पहले दिन का कार्यवाही पुराने संसद भवन (संविधान सदन) में चली. जबकि 2 दिन से कार्यवाही नए संसद भवन में जारी है. अभी भी इस कार्यवाही के 2 दिन बाकी है.
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संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र की कार्यवाही के दौरान पहले दिन क़ानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक सदन में पेश किया था. इस विधेयक में संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फ़ीसदी आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है. अगर यह विधेयक कानून बनता है तो संविधान के अंदर यह 128 वां संशोधन होगा. इस क़ानून को लागू करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा को इस विधेयक को दो-तिहाई बहुमत से पास करना होगा. इसके बाद जनगणना के बाद परिसीमन की कवायद की जाएगी.
पीएम मोदी ने खुशी की जाहिर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल के लोकसभा में पारित होने पर खुशी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा कि इससे महिला सशक्तिकरण होगा और राजनीतिक प्रक्रिया में उनकी और भी अधिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा. पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘लोकसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 के इस तरह के अभूतपूर्व समर्थन के साथ पारित होने पर प्रसन्नता हुई।’ पीएम मोदी ने इस विधेयक के समर्थन में मतदान करने वाले सभी दलों के सांसदों के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस विधेयक को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए कहा कि इसके कानून की शक्ल लेने के बाद बनने वाला ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा, ‘यह हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं को और भी अधिक भागीदारी करने में सक्षम बनाएगा।’.
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