Tuesday, June 17, 2025
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Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश : कर्ज विवाद पर महिला को पेड़ से बांधकर अपमानित किया गया, पांच लोग हिरासत में

चित्तूर जिले के नारायणपुरम में कर्ज न चुकाने को लेकर हुए विवाद में ग्रामीणों ने एक महिला को कथित तौर पर पेड़ से बांध दिया और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया

Andhra Pradesh: चित्तूर जिले के नारायणपुरम में कर्ज न चुकाने को लेकर हुए विवाद में ग्रामीणों ने एक महिला को कथित तौर पर पेड़ से बांध दिया और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जिसके बाद पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। थिम्मारायप्पा की पत्नी सिरीशा (29) सोमवार को अपने बच्चों के स्कूल से स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) लेने के लिए बेंगलुरु से आई थी, तभी स्थानीय लोगों ने उसके पति द्वारा उधार लिए गए पैसों के बारे में उससे सवाल किया। कुप्पम के डीएसपी बी पार्थसारथी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘स्थानीय लोगों ने सिरीशा को कथित तौर पर पेड़ से बांध दिया और पैसे चुकाने के लिए उसके पति को बुलाने को कहा, तभी उसकी बेटी ने एक स्थानीय व्यक्ति पर हमला कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

पुलिस के अनुसार, दंपति पर मुनिकनप्पा नामक एक ग्रामीण का लगभग 80,000 रुपये और स्थानीय संगठनों का कुछ धन बकाया था।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 115, 126 और 112 के साथ धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने घटना के संबंध में पांच लोगों को हिरासत में लिया। सिरीशा ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने कथित तौर पर उसे छह महीने पहले छोड़ दिया था, हालांकि जांचकर्ताओं को संदेह है कि वे अब भी वित्तीय मामलों को लेकर संपर्क में हो सकते हैं।इस बीच, कुप्पम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना की निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। नायडू ने जिला पुलिस अधीक्षक से विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को पीड़ित परिवार को पूरी सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।

नायडू ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘कुप्पम मंडल के नारायणपुरम गांव में एक महिला के साथ अमानवीय व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि महिला को कथित तौर पर एक पेड़ से बांध दिया गया था और अपमानित किया गया था क्योंकि उसका पति थिम्मारायप्पा ग्रामीणों से लिए गए ऋण को चुका नहीं पाया था। नायडू ने पुलिस को गांवों में कानूनी जागरूकता अभियान आयोजित करने का निर्देश दिया और कहा कि जनता को कानून पर भरोसा करना चाहिए और खुद न्याय देने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए। उन्होंने हर गांव में बुनियादी कानूनी शिक्षा की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि उनकी सरकार ‘ऐसी घटनाएं नहीं होने देगी’। उन्होंने पुलिस से सभी क्षेत्रों में कड़े एहतियाती उपाय करने का आग्रह किया।

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