जयपुर। पिछले दिनों मणिपुर हिंसा का एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में एक समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा निर्वस्त्र करके घुमाया गया. इस घटना के बाद पूरा देश शर्मसार हो गया. सड़क से लेकर संसद तक इस घटना पर खूब हंगामा हुआ. केंद्र में विपक्षी दलों ने सरकार को आड़े हाथो ले लिया. इस मामले में हंगामे के चलते कई बार संसद को स्थगित भी करना पड़ा. यहां तक विपक्ष इस मुद्दे को आधार बनाते हुए पीएम मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया. मामला इतना गंभीर था कि पीएम मोदी ने खुद प्रेसकांफ्रेस कर देशवासियों को भरोसा दिलाया. इस पर सीएम गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा था कि पीएम मोदी द्वारा राजस्थान की मणिपुर से तुलना करना पूरी तरह से गलत हैं मै इसे सिरे से खारिज करता हूं. महिला सुरक्षा के मामले में राजस्थान पूरी तरह से सजग है. इस बयान के बाद घटना होना महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल करती है.
पीडिता को 10 लाख की सहायता के साथ सरकारी नौकरी की घोषणा
प्रतापगढ़ की धरियावद तहसील में हुए इस मामले को सीएम अशोक गहलोत ने गंभीरता से लिया है सीएम अशोक गहलोत ने अपने सभी कार्यक्रम छोड़ते हुए भीलवाड़ा से सीधे धरियावाद के लिए निकल गए. जहां पर सीएम गहलोत पीड़िता से मुलाकात करेंगे. वहीं मामले में पुलिस ने पति समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. डीजीपी उमेश मिश्रा के मुताबिक महिला से दुर्व्यवहार मामले में 14 व्यक्ति नामजद किए गए हैं.सीएम गहलोत ने पीडिता से मिलने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि यह घटना बहुत दुखद है. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.सीएम गहलोत ने पीडिता को 10 लाख की सहायता तथा सरकारी नोकरी देने की घोषणा की।
भाजपा ने लिया सीएम गहलोत को आड़े हाथों
प्रतापगढ़ की धारियावद कस्बे में हुई इस घटना का बाद राजस्थान की राजनीति गर्मा गई है. पूर्व सीएम वसुधंरा राजे सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने सीएम गहलोत को घेरा. जहां एक तऱफ सीएम गहलोत महिला सुरक्षा के लिए नित नई योजनाएं ला रहे हैं. वहा महिला सुरक्षा को लेकर दंभ भरने वाली राजस्थान सरकार में इस तहर की घटनाएं होना राजस्थान को शर्मसार करती हैं.
पूर्व सीएम राजे ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रतापगढ़ जिले की पहाड़ा ग्राम पंचायत, धरियावाद में एक गर्भवती युवती को सरेआम निर्वस्त्र करने का अश्लील वीडियो वायरल होता रहा और घटना की प्रशासन को खबर तक नहीं थी। प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध ने इस कदर पैर पसारे है कि आए दिन राजस्थान को शर्मिंदा होना पड़ रहा है। महिला अत्याचार में प्रदेश को देश में नंबर 1 बनाने की जिम्मेदार स्वयं कांग्रेस सरकार की है। मुख्यमंत्री जी – आख़िर ऐसी क्या मजबूरी है कि राजस्थान में बेटियों की लुटती अस्मत और चीखें आपकी कांग्रेस सरकार को सुनाई नहीं देतीं?
साथ में पूर्व सीएम राजे ने अपील करते हुए कहा कि मेरी सभी से अपील है – इस बेटी के साथ जो निंदनीय घटना घटी है, उससे संपूर्ण राजस्थान शर्मसार हुआ है। अपराधियों ने सारी सीमाएँ लांघ दी हैं, लेकिन आप सब कृपया वायरल हो रहे वीडियो को और अधिक पोस्ट ना करें।
सीएम गहलोत ने मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है। पुलिस महानिदेशक को एडीजी क्राइम को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है। इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी।
भाजपा ने किया कमेटी का गठन
धरियावद में हुई घटना पर भाजपा प्रदेशध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन किया. यह कमेटी तुरंत प्रभाव के घटनास्थल पर जाकर सम्पूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर एक रिर्पोट तैयार करेगी. इस कमेटी में सासंद दिया कुमारी, कृष्णा कटारा, विधायक शोभा चौहान को शामिल किया गया.
मामले में 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
प्रतापगढ़ के धरियावद वीडियो वायरल मामले में पुलिस ने महज 12 घंटे में त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक नाबालिग सहित चार को पहले ही डिटेन किया जा चुका है.पुलिस का कहना है कि आरोपियों को पकड़ते समय पति सहित वारदात के तीन आरोपियों ने भागने की कोशिश की जिसके बाद तीनों घायल हो गए थे जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं पीड़िता का भी मेडिकल करवाया जा रहा है.
सीएम अशोक गहलोत को दिखाए काले झंडे
प्रतापगढ़ के धरियावद पहुंचने पर सीएम गहलोत को विरोध का सामना करना पड़ा. यहां सीएम गहलोत के काफिले को काले झंडे दिखाए गए.