अर्लिंग्टन। रोनाल्ड रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमानों का परिचालन रोक दिया गया है. जानकारी के अनुसार यात्री विमान लैंडिंग के दौरान अमेरिकी सेना के ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर से टकरा गया. टकराने के बाद विमान रीगन एयरपोर्ट के नजदीक पोटोमैक नदी में जा गिरा. विमानन कंपनी ‘अमेरिकन एयरलाइंस’ के अनुसार विमान में 60 यात्री और चालक दल के 4 सदस्य सवार थे. पोटोमैक नदी में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया.
एयरपोर्ट पर फ्लाइट का संचालन रोका
हादसे में लोगों के हताहत होने के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन हवाई अड्डे पर विमान परिचालन रोक दिया गया है. कानून प्रवर्तन एजेंसियों के हेलीकॉप्टर में जीवित लोगों की तलाश एवं बचाव के लिए घटनास्थल के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं. हवाई अड्डे के ठीक उत्तर में जॉर्ज वॉशिंगटन पार्कवे के पास स्थित एक स्थान से बचाव नौकाओं को पोटोमैक नदी में उतारा गया है.
सेना के हेलीकॉप्टर से टकराया यात्रा विमान
संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) ने गुरुवार का जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय समयानुसार रात 9 बजे रीगन वाशिंगटन राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे 33 के पास पहुंचने के दौरान पीएसए एयरलाइंस बॉम्बार्डियर सीआरजे700 क्षेत्रीय जेट विमान हवा में सिकोरस्की एच-60 हेलीकॉप्टर से टकरा गया. पीएसए अमेरिकन एयरलाइंस के लिए फ्लाइट 5342 के रूप में काम कर रहा था.
राहत एवं बचाव कार्य जारी
आपकालीन सेवा एजेंसी ‘डी.सी. फायर और ईएमएस’ ने बुधवार रात को बताया कि वाशिंगटन के बाहरी इलाके में हवाई अड्डे के पास एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है तथा अग्निशमन नौकाएं घटनास्थल पर पहुंच गई हैं. एयरपोर्ट ने बताया कि आपातकालीन कर्मचारी विमान दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्य कर रहे हैं.
#WATCH | Aerial visuals of crews at Potomac River following the midair collision.
— ANI (@ANI) January 30, 2025
A commercial airliner collided with a military helicopter while heading towards Ronald Reagan National Airport. The Ronald Reagan National Airport said that all takeoffs and landings have been… pic.twitter.com/sSEPjrTAyM
इस विमान हादसे ने 13 जनवरी, 1982 को हुए ‘एयर फ्लोरिडा’ के विमान हादसे की यादें ताजा कर दी हैं. जो पोटोमैक में गिर गया था. उस हादसे में 78 लोग मारे गए थे. उस दुर्घटना का कारण खराब मौसम बताया गया था.