नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार के राज में पश्चिम बंगाल लोकतंत्र में हिंसा का दुखद उदाहरण बन गया है।
पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा को लेकर TMC पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारों से कहा, पश्चिम बंगाल कला, संस्कृति और विज्ञान का केंद्र हुआ करता था। अब उसे ‘अपराधों, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और खतरनाक तुष्टिकरण’ के लिए जाना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि CM ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार अपराधियों को संरक्षण देकर चुनावों के दौरान हिंसा के लिए उनका इस्तेमाल कर रही है।
त्रिवेदी ने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा, वाम दलों और कांग्रेस के सदस्यों की हत्या की गई है और राज्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि TMC के अलग-अलग धड़े एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वर्षों से हिंसा हो रही है और यह सिलसिला न केवल जारी है, बल्कि धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
BJP के आलोचकों पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने कहा कि इन लोगों को पार्टी और PM नरेन्द्र मोदी के विरोध के कारण ये हत्याएं नहीं दिखती हैं। त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में स्थिति 1990 के बिहार के दौर जैसी ही है। उन्होंने TMC पर चुनाव में खूनखराबा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि संवैधानिक माध्यमों के जरिये राज्य सरकार के कृत्यों का पर्दाफाश हो गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए BJP नेता ने कहा कि उसने चुनाव कराने के लिए खुद सुरक्षा बलों की मांग की थी, लेकिन वह इस पर फैसला नहीं ले सकता कि वहां किस तरह के बल तैनात होने चाहिए। राज्य में BJP समेत विपक्षी दलों ने राज्य पुलिस पर सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय बलों के व्यापक इस्तेमाल पर जोर दिया था।
पश्चिम बंगाल के 22 जिलों में ग्राम पंचायत की 63,229 सीटों, पंचायत समिति की 9,730 सीटों और 20 जिलों में 928 जिला परिषद सीटों के लिए करीब 5.67 करोड़ मतदाताओं के अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की संभावना है।