नई दिल्ली। 77वें स्वतंत्रता दिवस से पहले रविवार को देशभर में तिरंगा यात्रा निकाली गई। जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में भी तिरंगा यात्रा निकाली गई। श्रीनगर में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा तिरंगा यात्रा के कार्यक्रम में शामिल हुए। सिन्हा ने पीडीपी अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग दावा करते हैं कि कश्मीर में तिरंगा उठाने के लिए कोई नहीं बचेगा, उन्हें रैली में उमड़ी भीड़ देखनी चाहिए। इस पर महबूबा मुफ्ती ने पलटवार करते हुए कहा कि आज प्रशासन को तिरंगा ले जाने के लिए सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है, जबकि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1949 में आम लोगों के बीच ऐसा किया था।
2023 से 2047 तक हम आजादी का अमृत काल मनाएंगे: शाह
केन्द्रीय गृहमंत्री की उपस्थिति में रविवार को अहमदाबाद में तिरंगा यात्रा निकाली गई। करीब डेढ़ किमी लंबी यह यात्रा घाटलोडिया से शुरू हुई। इस मौके पर सीएम भूपेंद्र पटेल, गृहराज्य मंत्री हर्ष सांघवी समेत बीजेपी के कई नेता मौजूद रहे। इस दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं आज की युवा पीढ़ी से कहना चाहता हूं कि आजादी पाने के लिए हमारे पूर्वजों नेअथक संघर्ष किया है, अपने प्राणों की आहुति दी है। युद्धभूमि में अनेक लोग तोपों के सामने खड़े हो गए थे। क्योंकि, उनका जुनून ही आजादी हासिल करना था। हमारे पूर्वजों का बलिदान युवा पीढ़ी के लिए एक संस्कार है। आज हम देश के लिए मर नहीं सकते, लेकिन जी सकते हैं। 15 अगस्त 2023 से 2047 तक हम आजादी का अमृत काल मनाएंगे।