Stock Market Today Update : मुंबई। स्थानीय शेयर बाजार में तीन दिनों से जारी गिरावट बृहस्पतिवार को थम गई और दोनों मानक सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। वाहन एवं धातु शेयरों में लिवाली और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती से सेंसेक्स 427 अंक चढ़ गया जबकि एनएसई निफ्टी में 140 अंक की तेजी आई। अपने शुरुआती निचले स्तर से उबरते हुए बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 426.86 अंक यानी 0.51 प्रतिशत चढ़कर 84,818.13 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 84,906.93 के ऊपरी और 84,150.19 के निचले स्तर तक गया। एनएसई का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी 140.55 अंक यानी 0.55 प्रतिशत बढ़कर 25,898.55 पर बंद हुआ। शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद, निफ्टी में धीरे-धीरे तेजी आई और एक समय यह 25,922.80 के ऊपरी स्तर तक पहुंच गया था।
इन शेयरों में आई ताबड़तोड़ तेजी
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में, इटर्नल, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी इंडिया, सन फार्मास्यूटिकल्स, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, इन्फोसिस, ट्रेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक्नोलॉजीज प्रमुख रूप से लाभ में रहे। वहीं नुकसान में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, पावरग्रिड, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और टाइटन शामिल हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि आईटी, वाहन, धातु, रियल्टी एवं बैंकिंग शेयरों में खरीदारी आने से बाजार को हाल की गिरावट से उबरने में मदद मिली और उतार-चढ़ाव सूचकांक में भी गिरावट आई। नवंबर में इक्विटी निवेश के मजबूत रहने से भी निवेशक धारणा को समर्थन मिला।
व्यापक बाजार में मझोली कंपनियों का बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.79 प्रतिशत चढ़ गया जबकि छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.51 प्रतिशत की तेजी रही। क्षेत्रवार सूचकांकों में धातु खंड में सर्वाधिक 1.14 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई जबकि वाहन खंड में 1.08 प्रतिशत और जिंस खंड में 0.94 प्रतिशत की तेजी रही। तेल एवं गैस खंड को छोड़कर बाकी सभी इक्विटी खंडों में तेजी रही। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,397 शेयर चढ़कर बंद हुए जबकि 1,786 शेयरों में गिरावट रही और 158 अन्य अपरिवर्तित रहे।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करने के बाद घरेलू बाजार में बड़े पैमाने पर सुधार आया। अमेरिका के 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट भविष्य में विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश में कमी का संकेत देती है। इससे धारणा को मजबूती मिली। नायर ने कहा कि वाहन क्षेत्र ने उम्मीद से ज्यादा मजबूत मांग के कारण अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि आईटी ने खर्च बढ़ने की उम्मीद से बढ़त हासिल की। इसके उलट, कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित मूल्यांकन और जापान में बढ़ते बॉन्ड प्रतिफल को लेकर चिंताओं के कारण दूसरे एशियाई बाजार में बिकवाली का दबाव देखा गया, जिसका बाजार धारणा पर प्रतिकून असर पड़ा।
एशिया के बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को लाभ में रहे थे। इस बीच, शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने (एफआईआई) बुधवार को 1,651.06 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,752.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.22 प्रतिशत टूटकर 61.45 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बुधवार को, बीएसई सेंसेक्स 275.01 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 81.65 अंक की गिरावट आई थी।




