SIR : नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इसका दूसरा चरण 12 राज्यों में शुरू किया जा रहा है। इस चरण में मतदाता सूची को अपडेट किया जाएगा, नए वोटरों के नाम जोड़े जाएंगे और मौजूदा रिकॉर्ड में त्रुटियों को सुधारा जाएगा। आयोग के मुताबिक, यह प्रक्रिया मतदाता सूची को और अधिक सटीक, पारदर्शी और अद्यतन बनाने के लिए की जा रही है, ताकि आगामी चुनावों में हर पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल हो सके। चुनाव आयोग ने राज्यों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी मतदाता का नाम गलती से न छूटे और युवा मतदाताओं को जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाए।

दूसरे चरण में इन 12 राज्यों में चलेगा SIR अभियान
देश में मतदाता सूची को और अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि यह प्रक्रिया 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ चलाई जाएगी। इनमें अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप शामिल हैं। सीईसी ने बताया कि इस विशेष अभियान के तहत बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) प्रत्येक मतदाता के घर कम से कम तीन बार दौरा करेंगे। इसका उद्देश्य नए वोटरों को सूची में जोड़ना, पुराने रिकॉर्ड में त्रुटियों को ठीक करना और किसी भी दोहराव को हटाना है। चुनाव आयोग का कहना है कि यह पहल मतदाता सूची को पूरी तरह अद्यतन करने और आगामी चुनावों में “हर योग्य मतदाता—हर वोट” के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘BLO घर-घर जाकर फॉर्म-6 और घोषणा पत्र एकत्र करेंगे, नए मतदाताओं को फॉर्म भरने में मदद करेंगे और उन्हें ERO (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) या AERO (सहायक ईआरओ) को सौंपेंगे।
#WATCH दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, "…SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) का दूसरा चरण 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में आरंभ होने वाला है।" pic.twitter.com/ylnzlivhlt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 27, 2025
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि फेज-2 की ट्रेनिंग मंगलवार से शुरू होगी। साथ ही सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEOs) और जिला निर्वाचन अधिकारी (DEOs) को निर्देश दिया गया है कि वे अगले दो दिनों के भीतर राजनीतिक दलों से मिलकर ‘एसआईआर’ प्रक्रिया की जानकारी दें। उन्होंने बताया कि आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि मतदाताओं- खासकर बुजुर्गों, बीमार, दिव्यांग (PwD), गरीब और कमजोर वर्गों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए लोगों की तैनाती की जाएगी ताकि उन्हें अधिकतम सहायता मिल सके। ज्ञानेश कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी मतदान केंद्र में 1200 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बिहार के मतदाताओं को कहा धन्यवाद, भागीदारी के लिए सराहना की
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार के मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, मैं बिहार के उन 7.5 करोड़ मतदाताओं को नमन करता हूं, जिन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक हिस्सा लेकर इसे सफल बनाया। ज्ञानेश कुमार ने बताया कि आयोग ने हाल ही में देश के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों से बैठक की, जिसमें मतदाता सूची पुनरीक्षण और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि आयोग का लक्ष्य है—हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल हो और कोई भी वोटर इससे वंचित न रह जाए।




