नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लद्दाख के लोगों के मुद्दों को संसद में उठाने का शुक्रवार को संकल्प जताया और आरोप लगाया कि उनकी राजनीतिक आवाज को दबाया जा रहा है और रोजगार को लेकर केंद्र सरकार के वादे झूठे निकले हैं। गांधी पिछले एक सप्ताह से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का दौरे पर हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो प्रसारण पर परोक्ष तौर पर कटाक्ष करते हुए कहा मैं लद्दाख के कोने-कोने में गया और युवाओं से, माताओं-बहनों से, ग़रीब लोगों से बात की। दूसरे नेता हैं जो सिर्फ अपने मन की बात करते हैं, मैं आपके मन की बात सुनना चाहता हूं। गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर किये पोस्ट में कहा चीन ने हिंदुस्तान की हज़ारों किलोमीटर जमीन छीन ली है। प्रधानमंत्री इस बात को नकार कर झूठ बोल रहे हैं, ये लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है।
उन्होंने कहा लद्दाख के मुख्य मुद्दे हैं, यहां के लोगों की राजनीतिक आवाज़ दबाई जा रही है, रोज़गार के लिए सरकार के सभी वादे झूठे निकले और, मोबाइल नेटवर्क और हवाई सुविधा की कमी। अगली सदन में, इन सभी मुद्दों को संसद में उठाऊंगा। इस स्वागत और मोहब्बत के लिए, लद्दाख को बहुत बहुत धन्यवाद।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा भारत जोड़ो यात्रा को आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी लद्दाख के लोगों से मिले। यात्रा की भावना के अनुरूप उन्होंने उनकी मन की बातें सुनी। इन समस्याओं को सुनकर स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार ने लद्दाख को उसके हाल पर छोड़ दिया है। जिन नेताओं को केवल अपने मन की बात में दिलचस्पी है, वे कभी भी जनता की आवाज को सुनने नहीं देंगे।
गांधी 17 अगस्त को लद्दाख पहुंचे थे। अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अलग होने और इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के बाद से यह इस क्षेत्र का उनका पहला दौरा है। पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा रद्द किये जाने के बाद लद्दाख को भी केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था। पिछले सप्ताह, गांधी ने गुरुवार को करगिल पहुंचने से पहले अपनी मोटरसाइकिल पर पैंगोंग झील, नुब्रा घाटी, खारदुंगला टॉप, लामायुरू और ज़ांस्कर सहित लद्दाख के कई हिस्सों का दौरा किया।