सूरत (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय भवन सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन को पीछे छोड़कर भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन शुरू हो गया। 80 वर्षों तक पेंटागन दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत थी। लेकिन यह उपाधि गुजरात के सूरत में निर्मित इमारत ने ले ली। इस इमारत में हीरा व्यापार केंद्र होगा। परिसर का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़े अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अंतरराष्ट्रीय हीरा और आभूषण कारोबार के लिए दुनिया के सबसे बड़े और आधुनिक केंद्र सूरत डायमंड बोर्स को उन्होंने नए भारत की ताकत और संकल्प का प्रतीक बताया।
इस मौके पर एक सभा का संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सूरत का हीरा उद्योग आठ लाख लोगों को रोजगार दे रहा है और नए बोर्स से 1.5 लाख और नौकरियां पैदा होंगी। दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय परिसर वाली सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) इमारत 67 लाख वर्ग फुट से अधिक के क्षेत्र में फैली है और सूरत शहर के समीप खजोद गांव में स्थित है। मोदी ने कहा, ‘‘सूरत की भव्यता में एक और हीरा जुड़ गया है- कोई छोटा-मोटा हीरा नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बेहतरीन हीरा । इस हीरे की चमक के आगे दुनिया की बड़ी-बड़ी इमारतें तक फीकी पड़ जाती हैं। जब भी कोई दुनिया में इस डायमंड बोर्स की बात करेगा तो सूरत और भारत का जिक्र आएगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूरत डायमंड बोर्स भारतीय डिजाइन, डिजाइनर, सामग्री और अवधारणा की क्षमता दिखाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह इमारत नए भारत की नयी ताकत और संकल्प का प्रतीक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि भारत पिछले 10 साल में 10वें स्थान से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है। अब, मोदी गारंटी देता है कि अपने तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने अगले 25 वर्षों के लिए भी लक्ष्य तय किए हैं। हम 5-10 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के साथ ही निर्यात को रिकॉर्ड उच्च स्तर पर रखने का लक्ष्य तय करने पर काम कर रहे हैं।’’
मोदी ने कहा कि सूरत और उसके हीरा उद्योग ने कई गुना वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि शहर को देश के निर्यात में अपना योगदान बढ़ाने का भी लक्ष्य तय करना चाहिए जो ‘‘हीरा और कीमती पत्थरों और आभूषण क्षेत्र के लिए एक चुनौती और अवसर’’ दोनों है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया का झुकाव भारत की ओर है और देश की साख ऊंची है तथा सभी जगह उसकी चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मेड इन इंडिया एक मजबूत ब्रांड बन गया है। आपके कारोबार और आभूषण क्षेत्र को इससे लाभ मिलेगा। इसलिए मैं आपसे संकल्प लेने और इसे पूरा करने का अनुरोध करता हूं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, मेट्रो रेल सेवा, हजीरा बंदरगाह, एलएनजी टर्मिनल और मल्टी कार्गो बंदरगाह के जरिए कारोबारों की क्षमता बढ़ाने के लिए सूरत के आधुनिक बुनियादी ढांचे को और बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूरत बुलेट ट्रेन के नेटवर्क पर है और वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर कार्य प्रगति पर है जिससे क्षेत्र का उत्तरी और पूर्वी भारत से संपर्क और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि ‘‘मोदी की गारंटी’’ की इन दिनों काफी चर्चा की जा रही है और हाल में हुए विधानसभा चुनावों के कारण तो और भी चर्चा है।
मोदी ने कहा, ‘‘लेकिन सूरत के लोग लंबे समय से मोदी की गारंटी के बारे में जानते हैं। सूरत के मेहनती लोगों ने मोदी की गारंटी को हकीकत बनते हुए देखा है और यह सूरत डायमंड बोर्स इसका एक उदाहरण है।’’ एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार का एक वैश्विक केंद्र होगा। बयान में कहा गया है कि इसमें आयात और निर्यात के लिए एक अत्याधुनिक ‘सीमा शुल्क मंजूरी गृह’, खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए आभूषण मॉल और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग की सुविधा होगी। एसडीबी के मीडिया संयोजक दिनेश नवादिया ने हाल में एक बयान में कहा था कि मुंबई के हीरा व्यापारी समेत कई हीरा व्यापारियों ने पहले ही अपने कार्यालयों का कब्जा ले लिया था जो नीलामी के बाद प्रबंधन ने आवंटित किए थे।
एसडीबी ‘डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) सिटी’ का हिस्सा है। गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने फरवरी 2015 में एसडीबी और ड्रीम सिटी परियोजना की नींव रखी थी। एक विज्ञप्ति के अनुसार, एसडीबी अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन है जिसमें करीब 4,500 हीरा व्यापार कार्यालय हैं। यह विशाल इमारत ड्रीम सिटी के भीतर 35.54 एकड़ जमीन पर बनी है जिसमें 300 वर्ग फुट से लेकर एक लाख वर्ग फुट तक के कार्यालयों के साथ 15 मंजिल वाले नौ टावर हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूरत हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का आज उद्घाटन किया गया है और सूरत हवाई अड्डे को भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिल गया है जिससे शहर के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गयी है।
मोदी ने कहा कि सूरत हवाई अड्डे के साथ ही गुजरात में अब तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हीरा व्यापार के अलावा कपड़ा, पर्यटन, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों को इससे लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह सूरत शहर से निकटता से जुड़े रहे हैं जिसने उन्हें यह सिखाया है कि सामूहिक प्रयास से सबसे बड़ी चुनौतियों का भी कैसे सामना किया जाए। उन्होंने कहा कि सूरत ने पूर्व में प्लेग और बाढ़ समेत कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूरत दुनिया के शीर्ष 10 सबसे तेजी से उभरते हुए शहरों में से एक है। उन्होंने कहा, ‘‘लाखों युवाओं के लिए आज सूरत सपनों का शहर है। यह शहर सूचना प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ रहा है और डायमंड बोर्स के रूप में एक विशाल इमारत मिलना एक ऐतिहासिक घटना है।’’
देखें तस्वीरों में कैसा दिखता है इस डामंड बूर्स और नए एयरपोर्ट टर्मिनल का आकर्षक नजारा