MSEB Scam : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने सोमवार को दावा किया कि सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के कारण उनकी पार्टी के विधायक रोहित पवार को निशाना बनाया जा रहा है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाला मामले में आरोप पत्र में रोहित पवार का नाम दर्ज है। ईडी ने कथित एमएससीबी घोटाले में हाल में मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश किए गए आरोप पत्र में अहिल्यानगर जिले के कर्जत-जामखेड विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पवार को आरोपी बनाया है।

एमएससीबी धन शोधन मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा अगस्त 2019 में दर्ज की गई एक प्राथमिकी से सामने आया है, जिसमें एमएससीबी के तत्कालीन अधिकारियों और निदेशकों पर उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना अपने रिश्तेदारों/निजी रूप से जुड़े व्यक्तियों को एसएसके (सहकारी चीनी मिलों) को धोखे से औने-पौने दामों पर बेचने का आरोप है। छत्रपति संभाजीनगर स्थित कन्नड़ एसएसके को बारामती एग्रो लिमिटेड ने खरीदा था जो पवार की एक कंपनी है।
राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार ने शनिवार को दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्हें राजनीतिक मकसद से निशाना बनाया जा रहा है। ईडी द्वारा आरोप पत्र में रोहित पवार का नाम शामिल किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सुले ने दावा किया कि विपक्षी पार्टी में होने के कारण उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, रोहित ने मूल प्राथमिकी में दर्ज नामों की एक सूची साझा की थी। उनमें से अधिकतर अब भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) से जुड़े हुए हैं। उन्हें विपक्ष में होने और सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के कारण निशाना बनाया जा रहा है।
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि एमएससीबी ने कन्नड़ एसएसके लिमिटेड के 80.56 करोड़ रुपये के बकाया ऋण की वसूली के लिए 13 जुलाई, 2009 को वित्तीय संपत्ति के प्रतिभूतिकरण और पुनर्निर्माण तथा प्रतिभूति हित प्रवर्तन (एसएआरएफएईएसआई) अधिनियम के तहत उसकी सभी संपत्ति पर कब्जा कर लिया।