Sunday, December 22, 2024
Homeताजा खबरNEET पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश, ग्रेस मार्क्स वाले 1563 छात्रों...

NEET पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश, ग्रेस मार्क्स वाले 1563 छात्रों को दोबारा देना होगा एग्जाम, 23 जून को फिर से आयोजित होगी परीक्षा

आखिरकार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अपनी गलती मान ली। NEET रिजल्ट के बाद दाखिल की गई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्रों को फिर से परीक्षा देनी होगी और इन उम्मीदवारों के स्कोरकार्ड को रद्द किया जाएगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार किया है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि काउंसलिंग चलती रहेगी और हम इसे नहीं रोकेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर हमारे फैसले में परीक्षा रद्द की बात शामिल होगी तो काउंसलिंग भी अपने आप रद्द हो जाएगी। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी करके 2 हफ्ते में जवाब मांगा है। अब अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच नीट यूजी के मामले में सुनवाई कर रही है।

NTA की तरफ से कहा गया कि छात्रों का डर दूर करने के लिए यह निर्णय लिया जा रहा है। नीट यूजी 2024 की परीक्षा में जिन उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, उन्हें फिर से परीक्षा दोनी होगी। एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्रों को दो ऑप्शन दिए जा रहे हैं। एनटीए ने कहा या तो ये उम्मीदवार बिना ग्रेस मार्क्स के साथ नीट यूजी काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं या फिर से नीट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। एनटीए केवल 6 एग्जाम सेंटरों पर उपस्थित हुए 1563 छात्रों के लिए ही री-नीट आयोजित करेगा। प्रभावित स्टूडेंट्स के लिए नीट यूजी री एग्जाम 23 जून को होगा। इसके बाद ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

याचिकाकर्ताओं ने काउंसलिंग पर रोक लगाने की भी मांग की है। संक्षेप में कहा जाए तो कोर्ट तीन याचिकाओं पर विचार कर रहा है, जिसमें अनियमितताओं और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 1500 से अधिक उम्मीदवारों को ‘लॉस ऑफ टाइम’ के आधार पर परीक्षा में ग्रेस मार्किंग देने के संबंध में संदेह जताने के लिए नीट यूजी 2024 के रिजल्टों को चुनौती दी गई है।

बता दें कि एनटीए ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर नीट-यूजी की परीक्षा आयोजित की थी और करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने इसमें हिस्सा लिया था। नतीजे 14 जून को आने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए गए।

ये है विरोध का कारण

नीट यूजी 2024 की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने जैसे आरोपों और 1,500 से अधिक परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे और सात उच्च न्यायालयों तथा उच्चतम न्यायालय में मामले दायर किए गए। नीट-यूजी, 2024 परीक्षा में 67 छात्रों को 720 अंकों में से पूरे अंक मिले हैं जो कि नीट के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ। इनमें से छह छात्रों ने हरियाणा के फरीदाबाद के एक ही केंद्र पर परीक्षा दी थी जिसके बाद अनियमितताओं को लेकर संदेह पैदा होने लगा। दिल्ली में 10 जून को बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया और कथित धांधली की जांच की मांग की। आरोप हैं कि ग्रेस मार्क्स की वजह से 67 छात्र परीक्षा में अव्वल आए हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments