मुंबई, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से अगले साल ब्याज दरों में कम कटौती के संकेत के बाद गुरुवार को दुनियाभर के शेयर बाजारों में जबरदस्त बिकवाली देखी गई. इसके चलते घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स करीब 965 अंक टूटकर 80,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया. वैश्विक एवं घरेलू दोनों स्तरों पर नकारात्मक संकेत मिलने से घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए.
सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 964.15 अंक यानी 1.20 प्रतिशत फिसलकर 79,218.05 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,162.12 अंक तक टूटकर 79,020.08 अंक पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 247.15 अंक यानी 1.02 प्रतिशत गिरकर 24,000 अंक से नीचे 23,951.70 अंक पर आ गया.
इन कंपनियों के स्टॉक्स में नुकसान
सेंसेक्स की कंपनियों में से इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए.
इन कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी
इसके उलट, सन फार्मा, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में तेजी दर्ज की गई.
एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजार का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, चीन के शंघाई कम्पोजिट, जापान के निक्की और हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही. यूरोपीय बाजार नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे. बुधवार को अमेरिकी बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे.
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,316.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत गिरकर 73.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 502.25 अंक गिरकर 80,182.20 अंक पर और एनएसई निफ्टी 137.15 अंक के नुकसान के साथ 24,198.85 पर बंद हुआ था.