Assam Flood: असम में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को भी गंभीर बनी रही और 20 से अधिक जिलों में 5.35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में और बारिश का पूर्वानुमान जताया है. पीएम मोदी ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से फोन पर बात कर बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली और उन्हें केंद्र सरकार से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री दिन में कछार जिले का दौरा करेंगे, जो मौजूदा बाढ़ से राज्य के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति पर बात की है। पीएम मोदी ने हरसंभव मदद और समर्थन का आश्वासन दिया है। pic.twitter.com/eesqtPi9FN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2025
मौसम विभाग ने 4 जिलों के लिए जारी किया ऑरेंज अलर्ट
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी), गुवाहाटी ने मंगलवार के लिए 4 जिलों धुबरी, दक्षिण सलमारा मानकाचर, ग्वालपारा और कोकराझार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. ‘ऑरेंज अलर्ट’ का मतलब है कार्रवाई के लिए तैयार रहें और यह तब जारी किया जाता है जब अलग-अलग स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा के साथ आंधी और बिजली गिरने और भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना होती है.
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, "थोड़ी देर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मुझे असम में मौजूदा बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया। मैंने उन्हें बताया कि कैसे असम और आसपास के राज्यों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ आई है और इससे कई लोगों की… pic.twitter.com/DYeupjYR31
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2025
11 जिलों के लिए येलो अलर्ट
राज्य के 11 जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है.‘येलो अलर्ट’ का मतलब है ‘नजर रखें/जानकारी लेते रहें’. यह तब जारी किया जाता है जब अलग-अलग स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा के साथ आंधी और बिजली गिरने की आशंका रहती है.

बारिश और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 11 हुई
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बाढ़ और भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है, जबकि दो अन्य लापता हैं. कई इलाकों में भारी बारिश के कारण राज्य में सड़क, रेल और नौका सेवाएं प्रभावित हुई हैं.

श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभावित जिला
राज्य के 22 जिलों के 65 राजस्व मंडलों और 1,254 गांवों में 5.15 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसमें श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां 1,94,172 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. कुल 165 राहत शिविरों में 31,212 विस्थापित लोगों को आश्रय दिया गया है, जबकि 157 अन्य राहत वितरण केंद्र भी कार्यरत हैं. पिछले 24 घंटे में 12,610 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसलें जलमग्न हो गई हैं, जबकि 94 जानवर बाढ़ के पानी में बह गए हैं.

ब्रह्मपुत्र समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
सोमवार देर शाम जारी आंकड़ों के अनुसार, ब्रह्मपुत्र, बराक और कोपिली नदियां कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं, जबकि सुबनसिरी, बूढ़ी दिहिंग, धनसिरी, रुकनी, धलेश्वरी, कटाखल और कुशियारा सहित अन्य नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

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