पटना, ‘बिहार कोकिला’ के नाम से प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार गुरुवार को पटना में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. लंबे समय से मायलोमा (एक तरह का रक्त कैंसर) से जूझ रहीं सिन्हा का मंगलवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था. वह 72 साल की थीं.
कल होगा अंतिम संस्कार
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिन्हा ने बताया कि सिन्हा का पार्थिव शरीर बुधवार को दिल्ली से पटना लाया गया. उन्होंने कहा, ”सिन्हा के परिवार के सदस्यों की इच्छा के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह करीब 9 बजे किया जाएगा.” पहले, अधिकारियों ने कहा था कि उनका अंतिम संस्कार बुधवार शाम किया जा सकता है.
अंतिम दर्शन के लिए रखा गया पार्थिव शरीर
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना में उनके राजेंद्र नगर स्थित आवास (कंकड़बाग के पास) में रखा गया है, जहां प्रशंसक और शुभचिंतक लोक गायिका के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे. इससे पहले, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित सिन्हा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने की घोषणा की थी.
जेपी नड्डा भी पहुंच सकते श्रद्धांजलि देने
सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए नीतीश बुधवार दोपहर उनके आवास पर पहुंचे. केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित कई अन्य हस्तियों के भी लोक गायिका को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचने की संभावना है.
निधन से एक दिन पहले जारी किया था छठ के लिए गीत
एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका सिन्हा को उनके गीतों में शास्त्रीय और लोक संगीत के अद्भुत मिश्रण के लिए जाना जाता था. ‘मिथिला की बेगम अख्तर’ कहलाने वाली सिन्हा लगातार बिगड़ती सेहत के बावजूद छठ पर हर साल एक नया गीत जारी करती थीं. इस साल उन्होंने अपने निधन से ठीक एक दिन पहले छठ के लिए “दुखवा मिटाईं छठी मइया” गीत जारी किया था, जिससे कैंसर से उनकी कठिन लड़ाई का दर्द बयां होता है.