कोटा। देश की जानी-मानी बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा कि राजनीति भी बहुत बड़ा फील्ड है। उसमें जाने से पहले उसके बारे में सीखना और समझना पड़ेगा। अभी मेरे लिए खेल पहले है। इसमें फिलहाल मेरी कोई रूचि नहीं। यदि मौका मिला तो खिलाड़ियों की सेवा के लिए राजनीति में आऊंगी। कोटा में शनिवा एक कोचिंग इंस्टीट्यूट की अवॉर्ड सेरेमनी में वे शामिल हुईं। उन्होंने यहां बच्चों के साथ डांस किया और उन्हें टेंशन फ्री रहने की सलाह दी। इस मौके पर साइना ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।
साइना ने कहा कि देश अभी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हमारी सरकार भी देश को विकसित भारत बनाना चाहती है। दुनिया में कहीं भी खेलने जाते हैं तो देश को लेकर की जाने वाली अच्छी बात सुनने को मिलती हैं। लोग कहते हैं कि भारत अच्छा कर रहा है। यही आशा करती हूं कि देश तरक्की करता रहे। साइना ने जनवरी-2020 में भाजपा जॉइन की थी। उन्हें भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
जिन्दगी का अहम हिस्सा है उतार-चढ़ाव
साइना ने स्टूडेंट्स से कहा कि कॅरियर में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। मेरे जीवन में भी कई बार ऐसा दौर आया, जब मैं लगातार हारती गईं। हारते हैं तो दुख होता है, लेकिन जीत भी यहीं से मिलती है। जीवन चलता रहता है। बस हमें हार नहीं माननी चाहिए। अपनी हर हार से उबर कर जीत के लिए जान लगा देना ही जीवन है। कमबैक करना जरूरी है। हार्ड वर्क करेंगे तो गोल अचीव होगा। स्पोर्ट्स बच्चों में स्ट्रेस लेवल को कम कर सकता है, इसलिए ज्यादा दे ज्यादा आउटडोर एक्टिविटी करें, बाहर जाएं, खेलें।
तनाव तो जीवन के साथ ही है
साइना ने कहा कि कॉम्पिटिशन बहुत ज्यादा है, ऐसे में स्ट्रेस होना आम बात है। स्ट्रेस पार्ट ऑफ लाइफ है। खुद को इससे बाहर निकालना पड़ेगा। स्ट्रेस नेचुरल है, यह होगा, लेकिन आपको इसे कम करके वापस खड़ा होना है। बच्चों को स्पोर्ट्स पर भी ध्यान देना चाहिए। आजकल बच्चे टीवी या मोबाइल में लगे रहते हैं, जबकि अगर फील्ड में जाकर स्पोर्ट्स में भाग लें तो वह फिजिकली और मेंटली मजबूत रहेंगे और कॅरियर में बहुत कुछ अच्छा कर सकेंगे। नेहवाल ने कहा कि कोटा आकर मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं चाहती हूं कि कोचिंग कर रहे बच्चे स्पोर्ट्स में भी देश का नाम रोशन करें।