राजधानी में मौसम की गर्मी के साथ राजनीति भी गर्म हो रही है. अपनी ही सरकार को गिरेबां में झाकने वाला बयान देने के बाद उदयपुरवाटी के विधायक और कांग्रेस सरकार के पूर्व राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को पिछले दिनो बर्खास्त कर दिया था. सीएम अशोक गहलोत की अनुसंसा पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद गुढ़ा ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान काफी हंगामा किया गुढा ने सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी भी की. गुढ़ा ने बयान देते हुए कहा कि सीएम अशोक गहलोत से जुड़े काले कारनामों का सारा चिठ्टा उनके पास एख लाल डायरी में है. इसी लाल ड़ायरी को लेकर विधानसभा में गुढ़ा ने हंगामा किया जिस कारण उनको विधानसभा के पूरे सत्र से निलंबित कर दिया.
बुधवार को बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढा ने प्रेस कांफ्रेस कर लाल डायरी के राज खोलना शुरू किए. गुढ़ा ने पहला निशाना मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत पर साधा. बुधवार 2 अगस्त को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले मीडिया कर्मियों को बताया कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में जमकर पैसों का लेनदेन हुआ है. पैसों के बल पर ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं. उन्होंने कहा कि 13 जुलाई 2020 को इनकम टैक्स और ईडी की छापेमारी कार्यवाही के दौरान मैं आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ के घर से जो डायरी चुरा कर लाया उसमें पैसों के लेनदेन की बात लिखी गई है. गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े सौदान सिंह, राजीव खन्ना आदि व्यक्तियों के नाम भी डायरी में लिखे गए हैं. चुनाव के दौरान पैसों की बकाया राशि को लेकर टेलीफोन पर जो संवाद हुआ, उसका उल्लेख भी धर्मेन्द्र राठौड़ ने अपनी डायरी में किया है. राजेंद्र गुढ़ा ने मीडिया कर्मियों को डायरी का वो पन्ना भी दिखा गया, जिसमें सौदान सिंह और राजीव खन्ना आदि के नामों का उल्लेख है.
मीडिया से बात करते हुए गुढ़ा ने कहा कि RCA के चुनाव में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसकी जांच इनकम टैक्स और ईडी को करनी चाहिए. गुढ़ा ने कहा कि मैं डायरी में लिखी बातों को सिलसिलेवार सार्वजनिक करुंगा.
बर्खास्त मंत्री गुढ़ा अफसोस जताते हुए कहा कि जिन अशोक गहलोत के कारण छह राज्यसभा और दो बार राष्ट्रपति के चुनाव में वोट दिया, उन गहलोत ने एक झटके में मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। सिर्फ इतना ही कहा था कि मणिपुर के साथ साथ राजस्थान में महिला अत्याचारों के मामले को भी देखा जाए. यह बात कह कर मैंने कोई गुनाह नहीं किया. आज मुझ पर आरोप लगाया जा रहा है कि कांग्रेस सरकार ने मुझे बहुत कुछ दिया. सीएम गहलोत बताए कि मुझे क्या क्या दिया गया है. जबकि मेरे पास से मेरी पार्टी छिन गया, मेरा मंत्री पद छिन गया और अब मुझे जेल में डालने की तैयारी हो रही है. गुढ़ा ने कहा कि मैं महाराणा प्रताप की तरह संघर्षशील व्यक्ति हूं और आखिरी दम तक संघर्ष करता रहूंगा. उल्टे अब मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा है. मुझे धमकियां दी है कि यदि मैं चुप नहीं रहूंगा तो जेल में डाल दिया जाएगा. इसके अलावा गुढ़ा ने आरोप लगाया कि सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुझ पर माफी मांगने के लिए दबाव बनाया है.
विधायक राजेंद्र गुढ़ा के लाल डायरी वाले राज खोलने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा. शेखावत ने ट्वीट करते हुए कहा लाल डायरी इस समय का सबसे बड़ा मुद्दा है! गहलोत जी के खास रहे राजेंद्र गुढ़ा जी जैसे खुलासे कर रहे हैं, उससे राज्य सरकार की लोकतांत्रिक नैतिकता पर सवाल उठ रहा है। जनता सोच रही है ” इतनी हेर-फेर करने वाला राज्य का मुखिया कैसे बना रह सकता है! ” गहलोत जी इस्तीफा नहीं देने वाले! लेकिन कांग्रेस आलाकमान क्या कर रहा है? क्या गहलोत जी के पास भी गांधी परिवार की कोई डायरी है जिसके कारण इतनी फजीहत के बाद भी वे पद पर बने हुए हैं?