जयपुर। पिछले दिनों एक कार्यक्रम से निकलते समय सीएम गहलोत ने मीडिया से मुखातिब होते हुए एक बयान दिया. सीएम गहलोत ने ज्यूडिशियरी को लेकर बयान देते हुए कहा था ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैंने सुना है कि कई वकील तो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं। वही जजमेंट आता है। ज्यूडिशियरी के अंदर यह क्या हो रहा है? चाहे लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर। हालात गंभीर हैं। देशवासियों को सोचना चाहिए.
अब इस बयान पर सीएम गहलोत ने मंगलवार को माफी मांग ली. राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच में अपना जवाब दायर करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि – जो कुछ भी उन्होंने कहा था, वो उनके विचार नहीं थे. पूर्व न्यायाधीशों ने भी कई बार न्यायपालिका में भ्रष्टाचार को लेकर बयान दिए हैं. मेरे स्टेटमेंट में भी मैंने उनको कोट करते हुए ही अपनी बात कही थी,. फिर भी अगर मेरे बयान से न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं.
अब इस मामले में अगली सुनवाइ 7 नवम्बर को होगी. मुख्य न्यायाधीश एजी मसीह की खंडपीठ ने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 7 नवंबर को तय की है. सीएम गहलोत के वकील प्रतीक कासलीवाल ने कहा कि हमने कोर्ट में सीएम गहलोत के जवाब के साथ पूर्व न्यायाधीशों के द्वारा दिए गए बयानों के दस्तावेज भी पेश किए हैं.