राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार यानि 31 जनवरी से शुरू हो गया है. विधानसभा से 25 साल से मंडरा रहे अपशगुन को दूर करने के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं. इसके लिए वास्तु शास्त्रियों से सुझाव लिए गए और उसके अनुसार ही विधानसभा में कुछ बदलाव भी किए गए हैं. विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि अगले 4 साल तक सदन में सभी विधायक बने रहें, इसलिए वास्तुविदों से सुझाव लेकर विधानसभा में बदलाव किए गए हैं.
विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि लंबे समय बाद 200 विधायक सदन में बैठे हैं. विधानसभा में वास्तुविदों की राय के हिसाब से कुर्सियों और सदन में कारपेट का रंग हरा से गुलाबी किया गया हैं. विधायकों के प्रवेश अब पश्चिमी द्वार की जगह पूर्वी द्वार से किया गया. दक्षिण पश्चिम में खाली जगह पर टेंट लगाए गए हैं. मेरी अपेक्षा है कि सभी विधायक इसी तरह 4 साल तक बने रहें.
राजस्थान विधानसभा के इंटीरियर में लंबे समय बाद बदलाव किया गया है. इसके तहत विधायकों की सीटों के रंग में बदलाव कर गुलाबी कर दिया गया है. इसी तरह से पर्दे और कालीन भी बदल दिए हैं.अब हल्के गुलाबी रंग के पर्दे लगाए गए हैं.फ्लोरिंग का रंग वास्तु के अनुसार बदलकर गुलाबी कर दिया गया है.
बता दें कि राजस्थान विधानसभा के नए भवन में वास्तुदोष की चर्चा होती रही है. हर साल किसी न किसी विधायक की मौत हो जाती है. ऐसे बहुत ही कम अवसर आए जब विधानसभा में सभी 200 विधायक बैठ पाए. उसके बाद से ही इस तरह चर्चा ने जोर पकड़ लिया की विधानसभा में ही कोई वास्तुदोष है. जिसकी वजह से ऐसा होता है.