Wednesday, June 4, 2025
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Manipur Flood: मणिपुर में बारिश बनी आफत, बाढ़ के कारण 19,811 लोग प्रभावित और 3,365 घर क्षतिग्रस्त

Manipur Flood: मणिपुर में मूसलाधार बारिश और नदियों के उफान से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। 4 दिनों से जारी बारिश के चलते 19,811 लोग प्रभावित हुए हैं और 3,365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 31 राहत शिविरों में लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है, जो अधिकतर इंफाल ईस्ट जिले में हैं।

Manipur Flood: मणिपुर में नदियों के उफान पर होने और तटबंधों के टूटने के कारण आई बाढ़ से 19,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले 4 दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से 3,365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 19,811 लोग प्रभावित हुए हैं. लोगों को घरों और प्रभावित इलाकों से निकाल कर 31 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. ये राहत शिविर अधिकतर इंफाल ईस्ट जिले में बनाए गए हैं.

इंफाल ईस्ट के ये विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित

इंफाल ईस्ट जिले के हेइगांग, वांगखेई और खुरई विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हैं. इनके अलावा सेनापति जिला भी बाढ़ से प्रभावित है. पिछले 4 दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन की 47 घटनाएं भी हुई हैं. उन्होंने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद बाढ़ का पानी खुरई, हेइगांग और चेकॉन इलाकों में भर गया है.

इंफाल नदीं में उफान के बाद कई कार्यालय हुए जलमग्न

एक अधिकारी ने बताया कि चेकॉन क्षेत्र में इंफाल नदी के उफान पर आने के बाद ऑल इंडिया रेडियो इंफाल परिसर और जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान सहित कई कार्यालयों, स्वास्थ्य केन्द्रों और प्रतिष्ठानों के परिसर में जलभराव की सूचना है.

जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में घुसा बाढ़ का पानी

इंफाल ईस्ट जिले के पोरोम्पट स्थित जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान परिसर में बाढ़ का पानी घुसने से वहां भर्ती कई मरीजों को रविवार शाम अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया. बाढ़ का पानी भूतल पर स्थित महिला आर्थोपेडिक एवं सर्जरी वार्ड में घुसने के बाद स्थानीय क्लब, स्वयंसेवकों, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने मिलकर मरीजों को वहां से निकाल कर अन्य अस्पतालों में पहुंचाया.

राज्यपाल ने स्कूलों में बढ़ाया ग्रीष्मावकाश

लगातार बारिश को देखते हुए राज्यपाल ने इंफाल ईस्ट और वेस्ट जिलों तथा सेनापति जिले के सेनापति उप-मंडल के स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश अगले आदेश तक और बढ़ाने की घोषणा की है. अधिकारियों ने बताया कि व्यूलैंड कॉलोनी के पास सेनापति नदी के उफान पर आने से सेनापति जिले के कई हिस्से प्रभावित हुए हैं.

800 लोगों सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

एक बयान में कहा गया कि भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवानों ने शनिवार को लगभग 800 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.बयान में कहा गया, ‘‘सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों की कुल संख्या लगभग 800 है, जिनमें 10 से 20 दिव्यांगजन और वृद्ध शामिल हैं’

असम राइफल्स के जवानों को त्वरित प्रतिक्रिया दलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पोरोम्पट, वानखेई, संजेनथोंग, पैलेस कंपाउंड, न्यू चेकॉन, खुरई हेइक्रमाखोंग हेइनांग, सोइबाम लेइकाई, वांगखेई अंगोम लेइकाई, इंफाल ईस्ट जिले के नोंग्मेइबुंग राज बारी और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया है.

बाढ़ की स्थिति को राज्य आपदा घोषित करने का आग्रह

इस बीच लोकसभा सदस्य अंगोमचा बिमोल अकोईजाम ने राज्यपाल से बाढ़ की स्थिति को राज्य आपदा घोषित करने का आग्रह किया है. भल्ला को लिखे पत्र में अकोईजाम ने कहा कि इससे वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए संस्थागत उपायों को सक्रिय करने में मदद मिलेगी. कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष कैशम मेघचंद्र सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि जल संसाधन विभाग राज्य के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ को नियंत्रित करने में विफल रहा है।

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Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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