Kolkata Floods : नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कोलकाता में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही राज्य और केंद्र सरकार से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह किया। कोलकाता में लोगों को बुधवार को सामान्य स्थिति में लौटने के लिए संघर्ष करना पड़ा क्योंकि कई क्षेत्रों, विशेष रूप से साल्ट लेक और शहर के उत्तरी और मध्य भागों के कुछ हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी रही।
कोलकाता में बारिश से 10 लोगों की मौत
मंगलवार को मूसलाधार बारिश में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से नौ की मौत बिजली का झटका लगने से हुई थी। लगभग चार दशकों में हुई सबसे भारी बारिश के कारण मंगलवार को कोलकाता और आसपास के जिलों में यातायात बाधित हो गया, जिससे हवाई, रेल और सड़क परिवहन ठप हो गया, शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए और राज्य सरकार को दुर्गा पूजा की छुट्टियां पहले ही घोषित करनी पड़ीं।

राहुल गांधी ने सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील की
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘मेरी संवेदनाएं कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों के लोगों के साथ हैं, जो लगातार बारिश और बाढ़ से हुई तबाही को झेल रहे हैं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है।’ लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हरसंभव सहयोग देने का आग्रह करता हूं और राज्य तथा केंद्र सरकारों से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तेजी से कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं।’
24 घंटे से भी कम समय में 251.4 मिमी बारिश 1986 के बाद सबसे अधिक बारिश थी और यह पिछले 137 वर्षों में छठी सबसे अधिक एक-दिवसीय वर्षा थी। शहर में 1978 में 369.6 मिमी और 1888 में 253 मिमी बारिश हुई थी। मंगलवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि सुबह 3 बजे से 4 बजे के बीच 98 मिमी की अधिकतम प्रति घंटा बारिश दर्ज की गई। हालांकि स्पष्ट किया कि यह बादल फटने के मानदंडों को पूरा नहीं करती है।
आईएमडी के अनुसार, 20 से 30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में एक घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश को बादल फटना कहा जाता है। हालांकि, भयंकर बारिश के चलते आयी बाढ़ ने मुख्य सड़कों को नदियों में बदल दिया, मेट्रो और ट्रेन सेवाएं बाधित कर दीं, तथा हवाई यात्रा को अस्त-व्यस्त कर दिया। यह सब ऐसे समय में हुआ है जब शहर अगले सप्ताह बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा की तैयारियों में जुटा है।