जयपुर, कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को कहा कि अगर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पिछली सरकार द्वारा खोले गए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को बंद करती है तो विपक्षी दल पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगा. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अंग्रेजी माध्यम के सरकारी विद्यालयों की समीक्षा के लिए उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय मंत्रिस्तरीय समिति का गठन किया है.
गोविंद डोटासरा ने कही ये बात
डोटासरा ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा के आगामी बजट सत्र में भाजपा सरकार के मंत्रियों को घेरेगी और जनता के मुद्दों को उठाएगी. उन्होंने यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ”अगर भाजपा सरकार समीक्षा के नाम पर गरीबों के बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा देने वाले महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को बंद करती है तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में इस फैसले का विरोध करेगी और सदन से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ी जाएगी.”
भाजपा सरकार अपने विवेकहीन निर्णयों से शिक्षा प्रणाली का बेड़ागर्क करने पर तुली है। विभाग की अकर्मण्यता से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो रही है।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 4, 2025
पूर्वीवर्ती कांग्रेस सरकार ने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए 45,300 पद स्वीकृत किए, अलग से कैडर बनाया और 10 हजार शिक्षकों की भर्ती… pic.twitter.com/SRHMMMbygQ
डोटासरा ने शिक्षा मंत्री पर लगाया ये आरोप
डोटासरा ने आरोप लगाया कि राज्य के शिक्षा मंत्री निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचाने के लिए अंग्रेजी माध्यम महात्मा गांधी विद्यालयों को बंद करने की साजिश कर रहे हैं. उन्होंने 3737 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की समीक्षा के लिए गठित मंत्रिमंडलीय समिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार बनने के 12 महीने बाद समिति क्यों बनाई गई?. डोटासरा ने पूछा कि सरकार एक वर्ष तक क्यों सोती रही? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार किए लेकिन भाजपा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में एक भी उपलब्धि नहीं बता सकती।
भाजपा सरकार ने 1 वर्ष में षड्यंत्रपूर्वक ना तो अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को शिक्षक दिए और ना ही इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट दिया।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 4, 2025
शिक्षा मंत्री ने पहले दिन से निजी स्कूलों को लाभ पहुंचाने के लिए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को बंद करने का भ्रम फैलाते रहे।
बावजूद इसके अंग्रेजी माध्यम… pic.twitter.com/QxsP5h2hdc