अहमदाबाद। भारत-पाकिस्तान के बीच विश्व कप मैच वाले दिन 14 अक्टूबर को अहमदाबाद और नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में गुजरात पुलिस, राष्ट्रीय सुरक्षा समूह (NSG), त्वरित कार्रवाई बल (RAF) और होमगार्ड समेत विभिन्न एजेंसियों के 11 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाएंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धमकियों के बाद उच्च स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने बताया कि हालांकि पिछले 20 वर्षों में अहमदाबाद में क्रिकेट मैच के दौरान किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा नहीं देखी गई, लेकिन एहतियात के तौर पर कई संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे। इससे पहले दिन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने विश्व कप मैच बिना किसी गड़बड़ी संपन्न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए गांधीनगर में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, राज्य के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, जी.एस. मलिक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस की कार्य योजना की समीक्षा बैठक की।
मलिक ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि स्टेडियम में एक लाख से अधिक दर्शकों की आवाजाही और एक ईमेल के जरिये मिली धमकी को ध्यान में रखते हुए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मैच के दौरान स्टेडियम की सुरक्षा और शहर के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सात हजार से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ-साथ लगभग चार हजार गृह रक्षक तैनात करेंगे। इनके अलावा एनएसजी की तीन टीमें और एक एंटी-ड्रोन टीम तैनात रहेगी। बम खोजी दस्ते की नौ टीमें भी तैनात की जाएंगी। महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक स्तर के चार वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी और 21 पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) स्तर के अधिकारी मैच के दिन कर्मियों की निगरानी और उनका मार्गदर्शन करेंगे।
जानकारी के अनुसार, मुंबई पुलिस को एक ईमेल मिला जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को नुकसान पहुंचाने और अहमदाबाद में नरेन्द्र मोदी स्टेडियम को उड़ाने की धमकी दी है। ईमेल भेजने वाले ने 500 करोड़ रुपये और कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को जेल से रिहा करने की भी मांग की है।