Pamban Bridge inauguration: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को रामेश्वरम द्वीप और भूमि क्षेत्र के बीच रेल संपर्क की सुविधा प्रदान करने वाले पंबन समुद्री पुल का उद्घाटन किया और यहां नई रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई. उन्होंने एक तटरक्षक पोत को भी हरी झंडी दिखाई जो पुल के नीचे से गुजरा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, राज्य के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु और अन्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।
#WATCH | रामेश्वरम, तमिलनाडु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम नवमी के अवसर पर भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री ब्रिज – नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया और रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 6, 2025
(सोर्स: डीडी) pic.twitter.com/ckjcHbzpG4
भारत का पहला ‘वर्टिकल सी-लिफ्ट’ पुल
पुल से इस आध्यात्मिक स्थल तक पहुंचने में सुविधा होगी, जहां साल भर देश भर से श्रद्धालु आते हैं. 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह भारत का पहला ‘वर्टिकल सी-लिफ्ट’ पुल है. लगभग 2.08 किलोमीटर लंबे इस पुल में 99 ‘स्पैन’ और 72.5 मीटर लंबा ‘वर्टिकल लिफ्ट स्पैन’ है, जिसे 17 मीटर तक उठाया जा सकता है. इससे बड़े जहाजों का सुगम आवागमन और साथ ही निर्बाध ट्रेन संचालन सुनिश्चित होगा.

क्यों खास है ये पुल ?
पुल में स्टेनलेस स्टील और उच्च श्रेणी के पेंट का इस्तेमाल किया गया है. इसमें पूरी तरह से वेल्डिंग किए हुए जोड़ हैं, जिससे पुल के रखरखाव की आवश्यकताएं कम होंगी और मजबूती बढ़ेगी. इसकी नींव 333 ‘पाइल’ और 101 ‘पियर/पाइल कैप’ पर टिकी है तथा इसे दोहरी रेल पटरियों और भविष्य के विस्तार को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. ‘पॉलीसिलोक्सेन’ पेंट का उपयोग इसे जंग से बचाता है, जिससे कठोर समुद्री वातावरण में पुल की दीर्घावधि सुनिश्चित होगी.
