वाराणसी (उप्र),प्रधानमंत्री मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे जहां आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल के लोकार्पण के बाद आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं अभी इस नेत्र अस्पताल को देखकर आया हूं, एक प्रकार से आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम है, यह अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रोशनी देगा.”
”नेत्र अस्पताल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी लाया है”
मोदी ने कहा, ”यहां बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है. यह नेत्र अस्पताल यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर भी लेकर आया है. यहां मेडिकल कालेजों के छात्र इंटर्नशिप कर पाएंगे, प्रैक्टिस कर पाएंगे. यहां सहयोगी के तौर पर अनेकों लोगों को काम मिलेगा.”
नेत्र अस्पताल को लेकर कही ये बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि परम पूज्य शंकराचार्य के आशीर्वाद से काशी और पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है. उन्होंने कहा, ”भगवान शंकर की नगरी में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल आज से जन जन के लिए समर्पित है. मैं काशी के, पूर्वांचल के सभी परिवारजनों को बहुत बहुत बधाई देता हूं. साथियों हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’,यानि अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो.यह अस्पताल वाराणसी और अनेक लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा, उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा.”
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी यहां आरजे शंकरा नेत्र चिकित्सालय पहुंचे जो कांची मठ से संचालित होता है. उन्होंने कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती स्वामी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने पूर्व शंकराचार्य की प्रतिमा और भगवान गणेश की प्रतिमा के समक्ष जाकर दर्शन-पूजन किया जिसके बाद नेत्र अस्पताल का लोकार्पण किया. मोदी ने संबोधन से पूर्व बच्चों को चश्मे प्रदान किए.
प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया.इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. संस्था से जुड़े लोगों के अनुसार इस नेत्र अस्पताल से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों के मरीजों को सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है. कांची मठ से संचालित यह देश में 17 वां अस्पताल है.संस्था के लोगों के अनुसार यहां प्रतिवर्ष 30 हजार मरीजों की आंखों के नि:शुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है. समारोह में संस्थान से जुड़े आर रमणी, राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला समेत कई प्रमुख लोगों ने अपने विचार रखे.