जानिए कौन और कहां उड़ा सकते हैं ड्रोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के ऊपर एक ड्रोन के मंडराने की खबर सामने आई है। दरअसल, PM आवास और उसके आसपास का इलाका नो फ्लाइंग और नो ड्रोन जोन है तो सवाल यह उठता है कि ड्रोन यहां कैसे पहुंचा।
अब आपके मन में ड्रोन को लेकर बहुत से सवाल आ रहे होंगे कि ड्रोन होता क्या है, कैसे उड़ता है, कौन इसे उड़ा सकता है कहां इसे उड़ाया जा सकता है। तो हम आपके सारे सवालों के जवाब लेकर आएं है।
वैसे तो ड्रोन शब्द किसी के लिए नया नहीं है। आपने भी ड्रोन को उड़ते हुए जरुर देखा होगा। ड्रोन एक flying robot होता है जिसे मनुष्य द्वारा remote से control किया जाता है। तकनीकी भाषा में ड्रोन एक मानवरहित aircraft है, जो sensors और GPS के सहयोग से उड़ते हैं।
Joystick और GPS system की वजह से ड्रोन को उड़ाते समय ठीक वैसा ही अनुभव होता है जैसा video game खेलने के दौरान होता है। अक्सर smartphone और tablet के माध्यम से इस wireless connectivity के जरिए pilot ड्रोन और इसके आसपास के area पर किसी पक्षी की आंख की तरह नजर रख सकता है। कुछ apps की मदद से इसके उड़ने का path set भी किया जा सकता है, जिसके बाद ये अपने आप pre-planned तरीके से उड़ता है।
आपको बता दें आजकल ड्रोन का इस्तेमाल बड़ी कंपनियों द्वारा products को अपने customers तक पहुँचाने के लिए किया जा रहा है। ऐसे बिज़नेस के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन अधिक weight उठाने में सक्षम होते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ देशों में Pizza की home delivery के लिए drones का इस्तेमाल किया जाता है।
भारत में ड्रोन उड़ाने के लिए license की जरूरत होती है। एक मानव रहित ड्रोन का pilot बनने के लिए आपको driving license की तरह ही एक unmanned aircraft operator permit लेने की आवश्यकता होती है। आपके ड्रोन को भी government के साथ register करने की जरूरत होती है और इसे एक unique identification number के साथ issue किया जाता है। लेकिन nano और micro ड्रोन को आप बिना license के उड़ा सकते है।
अब आप सोच रहे होंगे कि क्या ड्रोन को कहीं भी उड़ाया जा सकता है, लेकिन इसका जबाव है नहीं…
आप ड्रोन को हर जगह नहीं उड़ा सकते। एक UAV को operate करने के लिए drone regulations द्वारा 3 zones को specify किया गया है: Red Zone, Yellow Zone और Green Zone.
Red zone में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं होती है। Red Zone में airports, international borders, military installation इत्यादि के आसपास का airspace शामिल होता है। साथ ही दिल्ली में Parliament और राष्ट्रपति भवन के आसपास भी ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है।
वहीं yellow zone में ड्रोन उड़ाने के लिए एक flight plan और एक air defence clearance certificate के filing की आवश्यकता होती है। जबकि Green Zone में आप कहीं भी ड्रोन उड़ा सकते हैं। भारत में आप ड्रोन को अधिकतम 400 feet तक की ऊंचाई पर उड़ा सकते हैं।